आंगनवाड़ी न्यूज़गोरखपुरप्रतापगढ़

कोरोना की रोकथाम के लिए आशा,आंगनवाड़ी और ए एन एम की एक साथ ट्रेनिंग

आंगनवाडी न्यूज़

प्रतापगढ़ शुक्रवार को बाघराय की कोर्रही गोशाला में बाल विकास परियोजना के तत्वाधान में कुपोषित बच्चों के परिवारों के बीच कार्यक्रम किया गया । इस कार्यक्रम में सीडीपीओ कौशल कुमार द्वारा गोशाला केंद्र प्रभारी कोर्रही ग्राम प्रधान बद्री प्रसाद ने दस दुधारू गायों को कुपोषित बच्चों के दस परिवारों को दी गयी । सीडीपीओ ने बताया कि इन गायों के जरिए न केवल कुपोषित बच्चों को स्वस्थ्य पोषण के लिए दूध मिल सकेगा बल्कि इन कुपोषित बच्चो के परिवार को भी रोजगार भी मिलेगा।

गोरखपुर जिले में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी के लिए आशा कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी और एएनएम का एक साथ ऑनलाइन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम का आयोजन गुरुवार की शाम को किया गया। इस कार्यक्रम में सभी वर्करो को क्रियान्वयन की ट्रेनिंग दी गई ऑनलाइन सेशन में जिलाधिकारी विजय किरण आनंद और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष कुमार दुबे ने घर-घर संवेदीकरण कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण कार्यक्रम और मातृ शिशु स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए दिशा-निर्देश दिये।

कार्यक्रम के दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नंद कुमार, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. संदीप पाटिल ने निर्देश देते हुए कहा कि कोविड की रोकथाम और शत प्रतिशत टीकाकरण बगैर उनके सक्रिय सहयोग के नहीं हो सकता है। इस समय घर-घर संवेदीकरण अभियान चल रहा है। ऐसे में जिन घरों पर आशा और आंगनबाड़ी जा रही हैं वहां लक्षणयुक्त व्यक्तियों को मेडिसिन किट दें और कोविड की जांच करवाएं। नियमित टीकाकरण से वंचित दो वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती की सूची तैयार करें। उन्होंने घर-घर संवेदीकरण कार्यक्रम में प्रत्येक लाभार्थी तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के भी दिशा-निर्देश दिये।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना

प्रशासन द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऑनलाइन आवेदन करने की योजना पर विशेष महत्व दिया जा रहा है। इस योजना के लिए आशा कार्यकर्ताओं को भी निर्देश जारी किए गए हैं। उन्हें लाभार्थियों को ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जोर दिया जा रहा है। प्रदेश में में बढ़ते कोविड संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से सभी लाभार्थियों को लाभावान्ति करने की योजना लागू करने की तैयारी की जा रही है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत आशा कार्यकर्ता कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए लाभार्थियों से योजना के फार्म एकत्र करने के लिए दिशा निर्देश हैं। जो पात्र लाभार्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। उनके लिए उन्हें और विभाग दोनों को सुविधा रहेगी इससे समय की बचत होगी और लाभार्थी को योजना का लाभ भी जल्दी मिल जाएगा। ऑनलाइन आवेदन करने के लिए प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के पोर्टल पर जाकर लॉगिन करें तथा अपनी मेल आईडी का मोबाइल नंबर के माध्यम से इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करें।

रजिस्ट्रेशन और आवेदन करने की पूर्ण जानकारी के लिए क्लिक करे

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में रजिस्ट्रेशन करने के बाद आपको इससे संबंधित जानकारी जैसे अंतिम, मासिक चक्र एलएमपी की तिथि, मोबाइल नंबर तथा लाभार्थी का वर्तमान पता और संबंधित ब्लॉक की जानकारी भरनी है। यह सभी जानकारी संबंधित ब्लाक के डाटा एंट्री ऑपरेटर के पास ऑनलाइन पहुंच जाएगी फिर आगे की कार्यवाही विभाग करेगा। ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया करने से समय की बचत होगीऔर साथ ही इस योजना का लाभ भी जल्दी मिल जाएगा।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लाभ

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत तीन किस्तों में 5000 रुपए मिलते हैं पहली बार गर्भवती होने पर योजना के तहत पंजीकरण के लिए गर्भवती या उसके पति का कोई पहचान पत्र या आधार कार्ड, मातृ शिशु सुरक्षा कार्ड, बैंक पासबुक की फोटोकॉपी जरूरी है। बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिए। पंजीकरण के साथ ही गर्भवती को प्रथम किश्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने और गर्भावस्था के छह माह बाद दूसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर धात्री महिला को तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।

Aanganwadi Uttarpradesh

आंगनवाड़ी उत्तरप्रदेश एक गैर सरकारी न्यूज वेबसाइट हैं जिसका मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा संचालित बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारियों की गतिविधियों ,सेवाओ एवं निदेशालय द्वारा जारी आदेश की सूचना प्रदान करना है यह एक गैर सरकारी वेबसाइट है और आंगनवाड़ी उत्तरप्रदेश द्वारा डाली गई सूचना एवं न्यूज़ विभाग द्वारा जारी किए गए आदेशों पर निर्भर होती है वेबसाइट पर डाली गई सूचना के लिए कई लोगो द्वारा गठित टीम कार्य करती है

Related Articles

error: Content is protected !!