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जिले में अगले आदेश तक भर्ती निरस्त, आंगनवाड़ी को मिलने वाले स्मार्टफोन मे क्या होगा ख़ास ?

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अवगत हो कि वर्ष 2017 में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट बनाने के लिए शासन स्तर से पहले दो जिलों चंदेली व चित्रकूट में से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया गया था जिसमे दोनों जिलों में यह प्रयोग सफल रहा। इसके बाद 24 जिलों में शासन द्वारा आंगनवाडी वर्करो को स्मार्ट फोन दिए गये थे अब बचे हुए 51 जिले में इसे लागू किया जा रहा है, जिसमें गाजीपुर भी शामिल है।

अब जिले के सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को एंड्रायड मोबाइल दिया जायेगा इससे संबंधित पत्र भी बाल पुष्टाहार विभाग को प्राप्त हो गया है। इससे आंगनबाड़ी कार्यकत्री को अब कोई ऑनलाइन फीडिंग में समस्या नही होगी पहले आंगनवाडी के पास एंड्रायड मोबाइल नहीं होने से वह कार्य नहीं पा रही है। शासन स्तर से पोषण ट्रैकर एप से सभी कार्यों की निगरानी की जा रही है। इसके तहत प्रत्येक आंगनबाड़ियों को केंद्र पर पहुंचने पर फोटो अपलोड करना होता है। इसके बाद प्रत्येक कार्यक्रम का भी फोटो अपलोड करना है, ताकि कार्य में निष्पक्षता आ सके। एंड्रायड मोबाइल के माध्यम से इंटीग्रेटेड चाइल्ड डेवलपमेंट सर्विस (आइसीडीएस) के तहत योजनाओं को डिटिजल तरीके से कार्यान्वित किया जायेगा एप में कार्यकत्री द्वारा आम दिनों के कामकाज के साथ सर्वे रिपोर्ट दर्ज करने को अलग-अलग विकल्प दिए जाएंगे। हर रिपोर्ट के लिए पहले से विवरण के कालम मौजूद रहेंगे

कब से मिलेगा स्मार्ट फोन

जिला कार्यक्रम अधिकारी डी के पांडेय ने बताया है कि अभी कार्यकर्ताओं को 1 अलग- अलग रजिस्टर भरना पड़ता है। स्मार्टफोन मिलने के बाद सारे काम मोबाइल से किए जाएंगे और अमूमन 20 सितंबर के बाद मोबाइल भी आ जायेंगे । इसके बाद सभी को वितरित किया जाएगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का काम आसान हो जाएगा। नए शासनादेश के बाद आंगनबाड़ी केंद्र में काम करने वाली कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियां बढ़ गई है। अब उन्हें निष्ठापूर्वक दायित्वों का निर्वाह करना होगा।

नए स्मार्ट फोन में पोषण ट्रैकर एप इन्स्टाल करके इन 11 बिंदुओं पर होगा काम किया जाएगा।


1. सर्वे रजिस्टर (परिवारविवरण),

2.पोषाहार स्टाक पंजिका

3.पोषाहार वितरण पंजिका,

4. प्री-स्कूल एजुकेशन पंजिका,

5. गर्भवती एवं धात्री अभिलेख,

6. टीकाकरण पंजिका,

7. गृह भ्रमण पंजिका,

8. विटामिन-ए पंजिका,

9. वजन पंजिका

10. संदर्भ सेवाएं

11. जन्म व मृत्यु पंजीकरण अभिलेख

जिला स्तर से भर्ती प्रक्रिया पर लगी रोक ,अगले आदेश का इन्तजार

जनपद कन्नौज में बाल विकास एवं पुष्टाहार सेवा विभाग के प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश वर्मा ने बताया कि जिले में आंगनबाड़ी कार्यकत्री के 122, मिनी आंगनबाड़ी के 23 व सहायिका के 187 पदों पर भर्ती निकली है। कुल 332 पदों पर चयन को ऑनलाइन आवेदन हुए थे। उसमें 5176 आवेदन आए थे। लेकिन नौकरी में 10 फीसदी आर्थिक आरक्षण की मांग को लेकर मामला शीर्ष कोर्ट में चला गया है कई जगह से आवेदनकर्ता कोर्ट की शरण में चले गए। जिसकी वजह से निर्णय आने तक चयन प्रक्रिया पर रोक लगी है। इसीलिए अब आंगनबाड़ी कार्यकत्री, मिनी आंगनबाड़ी व सहायिका पद की भर्ती को लेकर आवेदनकर्ताओं को इंतजार करना होगा। अब उच्चाधिकारियों का आदेश आने पर ही प्रक्रिया शुरू होगी

प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी का कहना है कि जांच में 797 आवेदन निरस्त कर दिए गए। कुल 4379 आवेदन सही पाए गए। इनसे ही 332 पदों पर भर्ती की जाएगी।

एप के द्वारा बाल विकास लेगा जनता से सहयोग

आंगनवाडी केंद्र पर नौनिहालों की जरूरतों को पूरा करने के लिए बाल विकास व पुष्टाहार विभाग ने सहभागिता बढ़ाने के लिए एक संग’ एप लांच किया है। इस एप पर आंगनबाड़ी द्वारा केन्द्रवार आवश्यक सामग्री व संख्या पोर्टल पर डाला जाएगा, जिससे सहयोग करने वाले को पता चले कि किस केन्द्र में किस चीज की जरूरत है। आंगनबाड़ी कार्यकत्री इसकी फीडिंग करेगी।जब भी किसी केन्द्र को सामग्री मिलेगी तो कार्यकत्री इस एप पर इसे फीड करेगी और इसके बाद सहयोग करने वाले को धन्यवाद का मैसेज भी भेजा जाएगा और एप पर से इस केन्द्र की वह सामग्री हट या घट जाएगी।

एप में क्या होगा ख़ास

हर जिले से एक सर्वश्रेष्ठ सहयोगकर्ता का चयन होगा और उनका नाम, फोटो व सहयोग का विवरण पोर्टल पर प्रदर्शित किया जाएगा और हर तीन महीने में परिवर्तित किया जाएगा। बाल विकास परियोजना अधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी इस सूची में आवश्यक सामग्री की संख्या या वर्ग भी जोड़ सकते हैं। 3-3 श्रेष्ठ सहयोग कर्ताओं को चुना जाएगा। 3-3 सहयोग कर्ताओं को समुदाय आधारित कार्यक्रमों में बुलाया जाएगा।

आम लोगो द्वारा आंगनवाडी केंद्र के लिए क्या क्या दान कर सकते है ?

खिलौने,किताबें,जूते-मोज आदि दे सकते हैं लोग खिलौने, स्टेशनरी, किताबें, स्कूल बैग, वॉटर बोतल, स्टोरेज के लिए अलमारी, कंटेनर, बॉक्स, टिफिन, बर्तन, जूते-मोजे, चार्ट, कुर्सी, मेज, पर्दे, दरी, चटाई, भवन मरम्मत, बाला मॉडल आधारित वॉल पेंटिंग, पेयजल के लिए आरओ या अन्य, बाल मैत्री शौचालय, क्रीडा क्षेत्र, पोषण वाटिका, फेंसिंग, साइन बोर्ड, ब्लैक बोर्ड।

Aanganwadi Uttarpradesh

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