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दबाब पड़ा तो मंत्री ने दिए सख्त निर्देश, आंगनवाड़ी भर्ती में अधिकारी पर छाया ख़ौफ़

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मुख्यमंत्री कार्यालय के दबाब पर स्वाति सिंह हुई सख्त

उत्तरप्रदेश की बाल विकास सेवा एंव पुष्टाहार विभाग मंत्री स्वाति सिंह ने मंगलवार को योजना भवन में विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक में कहा है कि अब बाल विकास सेवा एंव पुष्टाहार विभाग में दबाए जा रहे प्रोन्नति समेत अन्य घोटालों की जांच को पूरा किया जायेगा स्वाति सिंह पर मुख्यमंत्री कार्यालय से लगातार दबाब पड़ रहा था मंत्री स्वाति सिंह ने विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को जल्द से जल्द सभी लंबित जांच को पूरा कर रिपोर्ट मांगी है साथ ही उन्होंने जांच लंबित होने के कारणों को भी स्पष्ट करने के निर्देश दिया हैं। उन्होंने विभाग में विभिन्न प्रकरणों में चल रही जांच के लंबित होने पर असंतोष व्यक्त करते हुए ऐसी सभी जांचों को तय समय सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रदेश भर में निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण कार्य पूरा करने के लिए तीन महीने की मोहलत देते हुए कहा है कि जिन कार्यदायी संस्थाओं को कार्यादेश जारी हो गए हैं वह इस समयावधि के भीतर निर्माण पूरा कर लें, अन्यथा इन संस्थाओ के खिलाफ कार्रवाई होगी।

जनपद में भर्ती पर अधिकारी एलर्ट मोड में

शासन के निर्देश पर ऑनलाइन आंगनवाडी भर्ती 2021 पर अब मौजूदा प्रशासन के अफसर चौकन्ना हो गये हैं और भर्ती को पारदर्शी बनाने के लिए फूंक फूंक कर कदम उठा रहे हैं। क्योकि वर्ष 2011 में हुई आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भर्ती में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने और उस समय के तैनात अफसरों पर मुकदमा दर्ज होने से विकास भवन में हड़कंप मचा हुआ है। यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब बड़ी संख्या में जिले में 701 आंगनबाड़ी कार्यकत्री, मिनी कार्यकत्री व सहायिका के पद पर मानदेय के आधार पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है

क्या था मामला पूरा पढ़े … सीडीपीओ से लेकर सुपरवाइजर पर गिरी गाज

जनपद में मंगलवार को वर्ष 2010-2011 के दौरान हुई आंगनबाड़ी भर्ती में हुए भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व सीडीओ पद पर तैनात रहे चंद्रशेखर व परियोजना अधिकारी उमेश त्यागी समेत 16 अफसरों को शासन के निर्देश पर मिली जांच में विजिलेंस ने उन्हें सरकारी रुपयों के गबन और भ्रष्टाचार का दोषी पाया है। इस मामले के सामने आने के बाद विकास भवन और प्रशासन के वर्तमान में होने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर बेहद सतर्कता बरतने को लेकर कवायद शुरू हो गई। भर्ती से संबंधित अधिकारी व समिति फूंक फूंक कर कदम उठाने में लग गये हैं। क्योकि अब सबकी नजरें नई होने वाली भर्ती प्रक्रिया पर टिक गई है।

भ्रष्टाचार में फंसे कई अफसर बड़े पदों पर

वर्ष 2010-2011 के दौरान हुए कासगंज में आंगनबाड़ी भर्ती एवं गबन के केस में फंसे उस समय के परियोजना अधिकारी उमेश त्यागी इस समय पर यूपी के एक जिले में सीडीओ पद पर कार्यरत हैं। और तत्कालीन अफसरों में सीडीओ चन्द्रशेखर रिटायर हो चुके हैं। इसके अलावा बाल विकास परियोजना अधिकारी रहे अनुज श्रीवास्तव लखनऊ में एक पद पर कार्यरत बताए गये हैं।

स्वय सहायता समूह नही दे रहे दो माह से पुष्टाहार

जनपद कौशाम्भी के कड़ा ब्लॉक के ग्रामीणों ने बताया कि गांव में संचालित समूह के जिम्मेदारों ने लापरवाही की हदें पार कर दी हैं। आरोप लगाया कि दो महीने से समूह के जिम्मेदार पुष्टाहार का वितरण नहीं कर रहे हैं। इसका विरोध करने पर झगड़ा करते हैं। पुष्टाहार नहीं मिलने से बच्चों की सेहत पर असर पड़ रहा है। समूह की ओर से पुष्टाहार का वितरण नहीं होने से नाराज गिरधरपुर गढ़ी गांव के लोगों का गुस्सा मंगलवार को फूट पड़ा। नाराज ग्रामीणों ने कार्यालय पहुंचकर सीडीपीओ को शिकायती पत्र दिया। और कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी। ग्रामीणों ने बताया कि इसकी शिकायत पहले भी कई बार की गई। अधिकारियों ने जांच और कार्रवाई का भरोसा दिया लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई। सीडीपीओ कड़ा ने गांव वालों को जांच कराकर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है।

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