दो चरणों में होगा आंगनवाडी केन्द्रों का कायाकल्प ,पहले जनप्रतिनिधि फिर अधिकारी करेंगे केन्द्रों को मजबूत
आंगनवाडी न्यूज़
बुलंदशहर जनपद में आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति में सुधार की प्रक्रिया शुरू करने की कड़ी में पहले चरण में जन प्रतिनिधि द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लिया जायेगा। उसके बाद दूसरे चरण में प्रशासनिक अधिकारी भी आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेंगे। जन प्रतिनिधि और अधिकारियो के आंगनवाडी केन्द्रों को गोद लेने से बच्चों को कुपोषण की स्थिति में सुधार होगा और आंगनवाडी केन्द्रों पर बच्चो की शिक्षा में सुधार होगा
उत्तर प्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेकर आधारभूत सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण कर विकसित करने के निर्देश दिए हैं। इन जनप्रतिनिधियों में सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष आदि को शामिल किया गया है इन जन प्रतिनिधि के आंगनबाड़ी केंद्र को गोद लेने से आंगनवाडी केन्द्रों को मिलने वाली सभी सुविधाओं का लाभ होगा साथ ही आंगनवाडी केंद्र के संचालन और बच्चों को दिए जाने वाले सभी योजनाओ का लाभ मिलेगा ।
शासन के निर्देश के अनुसार प्रशासनिक अधिकारियों को भी आंगनबाड़ी केंद्र गोद की जिम्मेदारी दी जा रही है। वर्तमान समय में जनपद में 3967 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किये जा रहे हैं। इन आंगनवाडी केन्द्रों में लगभग साढ़े तीन लाख लाभार्थी पंजीकृत हैं। पंजीकृत लाभार्थियों की कुल संख्या में तीन से छह साल तक के बच्चों की संख्या डेढ़ लाख के करीब है। और इन बच्चो में 15 हजार से अधिक बच्चे कुपोषित हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी दीप्ति त्रिपाठी का कहना है कि जनप्रतिनिधियों को आंगनबाड़ी केंद्र देने की फाइल तैयार हो चुकी है। इस फाईल को जल्द ही डीएम के समक्ष पेश किया जाएगा। दुसरे चरण में प्रशासनिक अधिकारियों को आंगनबाड़ी केंद्र देने की जिम्मेदारी दी जाएगी । इस पहल से आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चें के सेहत में सुधार होगा तो शिक्षा भी बेहतर होगी।
सिद्धार्थनगर उत्तर प्रदेश सरकार और बाल विकास विभाग की तरफ से राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत कुपोषण को खत्म करने के लिए पोषण अभियान चलाया जा रहा है इस अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों और कुपोषित बच्चों के घर में पोषण वाटिका बनाई जाएगी। इस पोषण वाटिका में पोषक तत्वों से भरपूर सब्जियां उगाई जाएंगी। पोषण अभियान में बच्चो ,महिलाओ आदि को पोषण वाटिका में उगाई जाने वाली हरी सब्जियां, सहजन, करौंदा और नीबू के गुणों के बारे में जानकारी दी जा रही है।
अगर कुपोषित बच्चो के आंकड़ो पर गौर किया जाये तो जिले के 3140 आंनगबाड़ी केंद्रों में लगभग 34 हजार बच्चे अति गंभीर कुपोषण की श्रेणी में हैं।जबकि अलग अलग अभियान के तहत लगभग 6973 बच्चे गंभीर अल्प वजन वाले चिन्हित किए गए हैं। कुपोषित बच्चो की बढती संख्या को देखते हुए कुपोषण को दूर करने के लिए सरकारी स्कूलों, आवासीय स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, ग्राम पंचायत की अतिरिक्त भूमि पर पोषण वाटिका की स्थापना की जा रही है जिससे कुपोषितों बच्चो को पोषण वाटिका से पौष्टिक, हरी सब्जियां मिल सकें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी शुभांगी कुलकर्णी ने बताया कि कुपोषण को खत्म करने के लिए शासन व विभाग की ओर से विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।आंगनबाड़ी केंद्र, सरकारी स्कूलों एवं अन्य सरकारी को जमीन पर पोषण वाटिका तैयार की जाएगी। पोषण वाटिका में पौष्टिक सब्जियां एवं फल उगाने की आसान विधि ग्रामीणों को बताई जाएगी।