औरैया जिले मे ग्राम पंचायत पटना एरवा के गांव मजरा नगला बिजा मे चल रहे आंगबाड़ी केंद्र पर दो वर्ष पुराना राशन वितरण किया जा रहा है। केंद्र के पंजीकृत कुछ लाभार्थियों ने पुराने राशन वितरण की शिकायत सीडीपीओ और एसडीएम से कर दी। शिकायत सही पाए जाने पर आंगनवाड़ी कार्यकत्री को निलंबित कर दिया गया है।
ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत के अनुसार 19 मई को आंगनवाड़ी कार्यकत्री आरती द्वारा चने की दाल, दलिया तथा रिफाइंड के पैकेट का वितरण किया था।
लाभार्थी द्वारा बच्चों को खिलाने के लिए पैकेट खोला गया तो पैकेट पर पैकिंग की तिथि दो वर्ष पुरानी थी। चूंकि इन पैकेट पर सिर्फ छह माह तक उपयोग के लिए अंकित होता है तो इसीलिए लाभार्थियों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से कर दी।
शिकायत पर नगला बिजा गांव पहुंची सीडीपीओ संध्या यादव ने आरती से इस संबंध में पूछताछ की तो आरती ने आरोपों को नकार दिया। सीडीपीओ ने आरती के घर पहुंचकर राशन का स्टॉक चेक किया। इसमें चार पैकेट दाल और एक पैकेट दलिया एक वर्ष पुराना मिला।
संध्या यादव ने जब स्टॉक का मिलान किया तो आरती ने रजिस्टर मे सभी लाभार्थियों को राशन वितरण अंकित किया हुआ था। जबकि मौके पर आंगनबाड़ी के स्टॉक में रिफाइंड, दाल तथा दलिया के पैकेट मिले है।
संध्या यादव का कहना है कि जांच रिपोर्ट तैयार करके उच्चाधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्यवाही जाएगी। नगला विजा की आरती देवी पर ग्रामीणों द्वारा राशन वितरण न किए जाने की नौ माह पूर्व शिकायत की गई थी। जिसके कारण आरती देवी को सितंबर 2023 में सस्पेंड किया गया था।
नौ माह बाद आरती को दोबारा इसी मई माह से राशन वितरण की जिम्मेदारी दी गई लेकिन आरती ने दुबारा वही लापरवाही कर दी।
इस संबंध मे जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र कुमार का कहना है कि सीडीपीओ की जांच के आधार पर नगला बिजा की आंगनबाड़ी को सस्पेंड कर दिया गया है। राशन कागजों में वितरण है वो उसके स्टाक में पाया गया है। आरती को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।