पुष्टाहार हड़प करने के लिए विभागीय अधिकारियों ने फर्जी बच्चो की संख्या बढ़ायी
आंगनवाड़ी न्यूज
एटा जनपद मे आंगनवाड़ी केन्द्रो पर वितरित किए जाने वाले पुश्तहार का गबन किया जा रहा है इस राशन को हड़पने मे विभागीय अधिकारी भी पीछे नहीं है राशन को हड़पने के लिए पोर्टल पर अतिकुपोषित ( सेम) बच्चों की संख्या अधिक फीड की जा रही है। जबकि हकीकत मे आंगनबाड़ी केंद्रों पर कुपोषित बच्चे नहीं हैं। इसके विपरीत जिस क्षेत्र मे सर्वाधिक बच्चे कुपोषित फीड किए गए है वहां इन बच्चों की संख्या शून्य रही है । अब इस राशन गबन का खुलासा होने पर प्रशासन ने जांच की बात कही है।
वर्ष 2023 के जुलाई में बाल विकास पुष्टाहार द्वारा आंकड़े जारी किए गए थे आंकड़ो के अनुसार एटा जिले में आंगनवाड़ी केन्द्रो पर 1214 बच्चे अतिकुपोषित पंजीकृत है। इनमे सबसे अधिक बच्चे ब्लॉक निधौलीकलां में 222 दर्ज है। जबकि हकीकत मे आंगनवाड़ी केंद्रों पर इसकी जांच पड़ताल की तो ब्लॉक निधौली कलां के गांव नगला गलुआ में 23 बच्चे ही अतिकुपोषित निकले जबकि ब्लॉक जलेसर के गांव मनीगढ़ी में 29 बच्चे और इसी ब्लॉक के गांव सिरांव में 12 गनेशपुर में 12 बच्चे अतिकुपोषित मिले है।
जबकि इस संबंध मे नगला गलुआ की आंगनबाड़ी कार्यकत्री का कहना है कि बच्चो का कुपोषित फीड किए जाना बच्चो के वजन पर निर्भर होता है आंगनवाड़ी केन्द्रो पर वजन मशीन खराब होने की वजह से बच्चो के वजन की माप सही नहीं हो रही है जिसके कारण बच्चो का वजन गलत फीड किया जा रहा है।
इसी बाबत क्षेत्र के सिरांव की आंगनबाड़ी कार्यकत्री गोल्डी देवी का कहना है कि उनके आंगनवाड़ी केंद्र पर कोई बच्चा कुपोषित की श्रेणी मे पंजीकृत नहीं है । मनीगढ़ी की आंगनबाड़ी कार्यकत्री सुशीला ने भी बताया कि हमारे आंगनवाड़ी केंद्र पर कोई भी बच्चा कुपोषित दर्ज नहीं है। लेकिन पोर्टल पर कुपोषित बच्चो की संख्या कैसे दिख रही है इसकी जानकारी हमें भी नहीं है। अब इससे अतिकुपोषित बच्चों की संख्या पर भी सवाल उठने लगे है कि आखिर उन आंगनवाड़ी केन्द्रो पर भेजा जाने वाला राशन आखिर कहां जा रहा है इसकी जानकारी किसी को भी नहीं है ।
राशन गबन मामले मे सीडीओ डॉ. अवधेश वाजपेयी का कहना है कि आंगनवाड़ी केन्द्रो का राशन गबन करने के लिए कुपोषित अतिकुपोषित बच्चों की संख्या अधिक फीड की जा रही है इसकी जानकारी मिली है इस मामले मे जांच कराई जाएगी और दोषी पाये जाने पर संबंधित जिम्मेदारी अधिकारी और कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी।