प्रशिक्षण में शिक्षको और आंगनवाडी के जलपान के बजट में भेदभाव क्यों
आंगनवाडी न्यूज़
फिरोजाबाद जनपद में ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों का और आंगनबाड़ी का प्रशिक्षण चल रहा है।लेकिन शासन द्वारा जारी आदेश अधिकारियों के लिए मुसीबत बन गया हैं। शासन द्वारा एक ही तारीख में आंगनबाड़ी और शिक्षकों का अलग-अलग प्रशिक्षण होने पर मुसीबत खड़ी हो रही हैं।
सुबह नौ बजे से चार बजे तक चार दिवसीय प्रशिक्षण में शिक्षकों को सुबह चाय व दोपहर में खाना खिलाने का शासनादेश है। इसके लिए 150 रुपये की धनराशि शासन ने दी है। इधर आंगनबाड़ी का प्रशिक्षण प्री-प्राइमरी स्तर पर कराने के आदेश हुए हैं। एक दिवसीय प्रशिक्षण में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के जलपान के लिए शासन द्वारा 70 रुपये की धनराशि मुहैया कराई गई है, क्योंकि यह प्रशिक्षण चार घंटे का है। इधर दोनों ही प्रशिक्षण साथ चल रहे हैं। ऐसे में नारखी में बीते दिनों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी सुबह चाय के साथ में भोजन के पैकेट वितरित कराए गए। इस पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा विरोध जताया जा रहा है।
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आंगनबाड़ी संघ ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा है कि शिक्षकों को बैठा कर खाना खिलाया जा रहा है, जबकि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को डिब्बे दिए जा रहे है।आंगनबाड़ी कार्यकत्री संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा है कि बीते दिनों नारखी ब्लॉक में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षण के बाद पहले खाने के पैकेट दे दिए गए। इसके बाद शिक्षकों को बैठाकर खाना खिलाया। यह भेदभाव गलत है। आंगनबाड़ियों कार्यकत्रियों ने इसकी शिकायत की है। कई तो खुद का अपमान महसूस कर वहां से चली गईं।
इस बाबत खंड शिक्षाधिकारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि शासन से शिक्षकों के चार दिवसीय प्रशिक्षण में भोजन की व्यवस्था के आदेश हैं। इसके लिए 150 रुपये का बजट भी है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए मात्र 70 रुपये ही आए हैं। यह धनराशि सिर्फ जलपान के लिए हैं, लेकिन फिर भी हमने चाय के साथ भोजन के पैकेट भी इन्हें दिए हैं।
महिलाओं और बच्चो ने आंगनवाड़ी से पुष्टाहार भरा ट्रक लूटा,
फिरोजाबाद देहात परियोजना के अंतर्गत 90 बीघा गांव के आंगनबाड़ी केंद् पर ममता आंगनबाड़ी कार्यकत्री तेनात है बुधवार को स्वयं सहायता समूह की महिला ट्रैक्टर में पुष्टाहार को लेकर आई।इस ट्रैक्टर में करीब 40 से 50 लोगों का पुष्टाहार था। आंगनबाड़ी ने लाभार्थियों को बुलाया तथा उनके आधार कार्ड चढ़ाने लगी। आधार कार्ड चढ़ने के बाद में स्वयं सहायता समूह की महिला ट्रैक्टर से इन्हें पुष्टाहार के रूप में रिफाइंड, दलिया एवं दाल दे देती। करीब आधा दर्जन को ही पुष्टाहार बंट सका था, इस दौरान गांव के ही महिलाएं एवं बच्चे पहुंच गए। उन्होंने एक साथ ट्रैक्टर पर धावा बोल दिया तथा सामान को उठाने लगे।पर कुछ ही देर में ट्रैक्टर पर लदी हुई बोरियां तक गायब हो गई। गांव के ही महिला एवं बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र से पुष्टाहार को लूट कर ले गए। महिलाएं यहां से रिफाइंड, दलिया एवं दाल ले गईं। पांच मिनट में ही ट्रैक्टर खाली हो गया, जो बोरी ट्रैक्टर से नीचे गिर गई थी, उनमें से भी सामान निकालने के लिए धक्का-मुक्की होती रही।और आंगनवाडी कार्यकत्री बेबस होकर देखती रह गयी ।इस लूट की सुचना सुपरवाइजर और सीडीपीओ को दी गयी लेकिन सुपरवाइजर एवं सीडीपीओ कोई भी घटना स्थल पर जाने की हिम्मत नही जुटा सका बुधवार की घटना के बाद गुरूवार तक कोई भी अधिकारी जांच के लिए गाँव नही पहुच सका है चूँकि गांव का ही मामला होने के कारण आंगनबाड़ी कार्यकत्री ममता भी किसी का नाम लेने से भी कतरा रही है। क्योंकि भविष्य के लिए डर का अंदेशा है
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जिला कार्यक्रम अधिकारी आभा सिंह हमें आज ही इस मामले की जानकारी मिली है। सीडीपीओ एवं सुपरवाइजर को इस मामले की जानकारी देनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने जानकारी नहीं दी। आज उन्हें मौके पर जाने के लिए कहा है। लापरवाही पर विभागीय कर्मियों पर भी कार्रवाई होगी। मामले की जानकारी मिलने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी सीडीपीओ एवं सुपरवाइजर के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं।
डीपीओ ने जारी किये 11 सीडीपीओ को नोटिस
दूसरी तरफ जिला कार्यक्रम अधिकारी आभा सिंह ने अति कुपोषित बच्चों को एनआरसी केंद्र शिकोहाबाद में भर्ती कराने में लापरवाही बरतने पर जनपद के सभी 11 परियोजनाओं पर तैनात सीडीपीओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिनमे दो मुख्य सेविका शशि जैन और अनीता राठौर प्रभारी सीडीपीओ है। इन सभी को क्षेत्र में चिन्हित अति कुपोषित श्रेणी वाले बच्चों को तत्काल एनआरसी केंद्र पर भर्ती कराने को कहा गया है। जिले में संचालित सभी 11 बाल विकास परियोजनाओं के सर्वे के दौरान 11 परियोजना से जुड़े क्षेत्रों में तीन से छह वर्ष आयु के 48 बच्चे अतिकुपोषित यानि रेड श्रेणी वाले चिहिंत किए गए थे।
डीपीओ आभा सिंह के मुताबिक उक्त सभी बच्चों को तत्काल एनआरसी केंद्र शिकोहाबाद पर भर्ती करा उपचार कराने को कहा गया था। लेकिन बाल विकास परियोजनाओं पर तैनात मुख्य सेविका एवं सीडीपीओ 48 में से दो बच्चों को ही एनआरसी पर भर्ती कराया गया।
इन सीडीपीओ नोटिस जारी किया गया
- बाल विकास परियोजना मदनपुर की सीडीपीओ सुमन यादव
- फिरोजाबाद ग्रामीण की सुशीला यादव
- कोटला पर तैनात गायत्री एवं सीडीपीओ शची जैन
- फिरोजाबाद शहर प्रथम पर तैनात सीमा यादव
- खैरगढ़ पर तैनात कुलप्रीत कौर
- एका पर तैनात सरोज अग्रवाल
- शिकोहाबाद पर तैनात केपी सिंह
- शहर प्रथम पर तैनात शकुंतला देवी
- जसराना पर तैनात अनीता राठौर
- शहर द्वितीय पर तैनात रश्मि सिंह