प्ले स्कूल किट की मदद से आंगनवाडी करेंगी बच्चो को शिक्षित
आंगनवाडी न्यूज़
महराजगंज जिले में नयी शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्री प्राईमरी शिक्षा के लिए प्ले वे स्कूल की तरह तैयार किया जा रहा है। प्ले वे स्कूल की तरह अब इन केन्द्रों पर सभी सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं। आंगनवाडी केन्द्रों पर बच्चो को रुचिकर बनाने के लिए सरकारी प्ले स्कूल किट दिए जाने की कवायद चल रही है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर खिलौना के साथ खेल-खेल में अक्षर ज्ञान वाले उपकरण भी उपलब्ध कराये जा रहे है।
बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर छह माह से छह वर्ष तक के बच्चों को पंजीकृत किया जाता है। इन बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए पोषाहार देने के साथ साथ उनका अक्षर ज्ञान भी कराया जाता है। लेकिन अब इन आंगनवाडी केंद्रों को प्ले स्कूल की तरह संचालित किया जा रहा है जिसके लिए आंगनवाडी वर्करो को प्रशिक्षण भी दिया जा चूका है । प्ले स्कूल को संचालित करने के लिए आंगनवाडी केन्द्रों पर प्ले स्कूल किट उपलब्ध करायी जा रही है । इस किट की मदद से आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए चार्ट, टेबल व वाल पेंटिंग पर हिन्दी, अंग्रेजी की वर्णमाला, गिनती पर जोर दे रही हैं। जिससे इस किट की सहायता से केन्द्रों के बच्चे खेल खेल में पढने के साथ सीखेंगे भी । इस किट में हर आंगनबाड़ी केंद्र पर काउंटिंग बीट्स, माला, खजड़ी, रस्सी, एक्टिविटी बुक पहल, गतिविधि कैडेंडर आदि दिया जा रहा है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश कुमार ने बताया कि जल्द ही सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए प्ले स्कूल किट मुहैया कराएगी। किट आने के बाद बच्चों को पढ़ने-लिखने और सीखने का अच्छा माध्यम मिल जाएगा।
आंगनवाडी केन्द्रों पर मिलने वाले पुष्टाहार की रेसिपी
बाल विकास विभाग द्वारा प्रदेश के साथ साथ जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के लाभार्थियों जेसे गर्भवती धात्री महिलाओ को चावल एक किलो, दाल एक किलो, तेल 500 ग्राम, दलिया डेढ़ किलो दिया जाता है। साथ ही छह माह से तीन वर्ष के बच्चों को चावल एक किलो, दाल एक किलो, दलिया एक किलो, तेल 500 ग्राम दिया जाता है। तीन वर्ष से छह वर्ष के बच्चों को चावल एक किलो, दाल 500 ग्राम, दलिया 500 ग्राम दिया जाता है। जबकि अति कुपोषित बच्चों को चावल डेढ़ किलो, दलिया डेढ़ किलो, दाल दो किलो, तेल 500 ग्राम दिया जाता है।