उत्तराखंड मे 20 फरवरी से आंगनवाड़ी केंद्रों में वर्करो ने कामकाज बंद करने के बाद पोषण ट्रैकर एप में उपस्थिती दर्ज करना भी बंद कर दिया है। प्रदेश की आंगनवाड़ी वर्कर बीएलओ का कार्य भी नहीं कर रही हैं।
मंगलवार को बुद्ध पार्क में आंगनबाड़ी कार्यकत्री सेविका मिनी कर्मचारी संगठन के बैनर पर आंगनवाड़ी वर्करो ने शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए मांगें रखीं है।
प्रदेश की आंगनबाड़ी वर्करो ने दूसरे दिन भी कार्य बहिष्कार कर मानदेय बढ़ाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर बुद्ध पार्क में प्रदर्शन किया। आंगनवाड़ी वर्करो ने शासन को चेतावनी दी है कि यदि सरकार हमारी मांगें नहीं मानती है तो आने वाले मार्च में पोलियो अभियान मे बच्चों को ड्रॉप भी नहीं पिलाएंगी।
यूनियन की जिलाध्यक्ष हेमा लोहनी ने बताया कि हमारी मांगे है कि आंगनवाड़ी वर्करो को न्यूनतम मजदूरी 600 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से 18 हजार रुपये मानदेय दिया जाए। और समय समय पर वरिष्ठता के आधार पर 15 वर्ष पूरे होने पर प्रतिवर्ष मानदेय बढ़ाया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को रिटायरमेंट होने पर दो लाख रुपये दिये जाये।