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बस्ती जनपद के एडीएम अभय कुमार मिश्र की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला पोषण समिति की बैठक हुई। एडीएम ने सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पोषण प्रबंधन एवं कुपोषण से बचाव के लिए शासन द्वारा चलायी जा रही पोषण योजना का शत-प्रतिशत अनुपालन करने के लिए सभी विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी दृढ़ संकल्पित होकर अपना योगदान दें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सावित्री देवी ने कहा कि बीएचएसएनडी सत्र पर स्वास्थ्य प्रबंधन एवं अनुश्रवण के लिए प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को आंगनवाडी कार्यकत्रियों के माध्यम से टीकाकरण, वजन, ग्रोथ चार्ट बनाना, गर्भवती व धात्री का स्वास्थ्य परीक्षण, बच्चों का सन्दर्भ व भर्ती कराने का नियमित अनुश्रवण किया जा रहा है। जिले में लक्ष्य 2655 के सापेक्ष 2606 पोषण वाटिका की स्थापना की जा चुकी है। अवशेष पर कार्रवाई की जा रही है। लाभार्थियों को दिए जाने वाले राशन का वितरण एवं उठान समय पर किया जा रहा है।पोषण ट्रेकर पर फीडिंग की कार्यवाही प्रगति पर है। जल्द से जल्द ही शत-प्रतिशत फीडिंग पूरी की जाएगी ।
डीपीओ ने बताया कि ई-कवच में एएनएम के माध्यम से 342 सैम बच्चों का पंजीकरण किया गया है। प्रदेश में शीघ्र स्तनपान की दर 23.9 प्रतिशत है, जबकि 6 माह तक के शिशुओं में केवल स्तनपान की दर 59.7 प्रतिशत हैं। केवल स्तनपान को लेकर चलाये जा रहे इस कार्यक्रम में माह मई व जून में ‘पानी नहीं केवल स्तनपान’, ‘मां का दूध शिशु के लिए अमृत समान’ का अभियान चल रहा है।
अब हर महीने लगेगी पोषण पाठशाला ….पोषण के सन्देशों को घर-घर तक पहुंचाने की परिकल्पना को साकार करने के लिए जन-मानस एवं लाभार्थियों को विभाग की सेवाओं, पोषण प्रबन्धन, कुपोषण से बचाव के उपाय, पोषण शिक्षा आदि के संबंध में अब हर महीने पोषण पाठशाला का आयोजना किया जाएगा।
साडी की गुणवत्ता इतनी ख़राब कि आंगनवाडी का बन जायेगा मजाक
महराजगंज जनपद में शासन के निर्देश पर आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को दी जाने वाली में साड़ी का आंगनवाडी कार्यकर्त्रियां खुद विरोध क्र रही हैं। वितरण के लिए आई साड़ी में कपडे की गुणवत्ता व साड़ी पर विभाग का लोबो की छपाई के कारण आंगनवाडी कार्यकर्त्रियां रोष जता रही है इसीलिए आंगनवाडी साडी लेने से ही इनकार कर रही हैं।
आंगनवाडी वर्करो को दी जाने वाली साडी
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उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा पोषण मिशन के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को एक-एक साड़ी दिए जाने का आदेश जारी किया गया है। इसके लिए जिले पर साड़ी का स्टॉक आ चूका है और विभागीय अधिकारियो द्वारा इसका वितरण भी शुरू हो गया है। शुक्रवार को आंगनवाडी कार्यकर्त्रियां सीडीपीओ कार्यालय पर विभागीय बैठक में पहुंची थीं। बैठक के बाद आंगनवाडी कार्यकर्त्रियों को साडी वितरण शुरू कर दी लेकिन आंगनवाडी वर्करो ने साड़ी लेने से इंकार कर दिया।
आंगनवाडी वर्करो को दी जाने वाली साडी के सम्बन्ध में जारी आदेश के क्लिक करे
स्थानीय यूनियन की जिलाध्यक्ष छाया भारती ने बताया कि शासन ने जो साडी भेजी है उसका कपडे की गुणवत्ता बहुत ख़राब है साडी बहुत ज्यादा पारदर्शी है साथ ही साडी पर पोषण अभियान का लोगो छापा गया है अगर इस साडी को पहनकर निकलेंगे तो आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां मजाक बन जाएंगी। इसके लिए ड्रेस कोड लागू होना चाहिए
जिला अध्यक्ष ने कहा कि विभागीय अधिकारियो को भी इस साडी का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि वो भी विभाग के कर्मचारी है क्योंकि ड्रेस कोड तो सभी के लिए लागू है । आंगनवाडी कार्यकर्त्रियों ने कहा कि केवल साड़ी से काम नहीं चलेगा साडी के साथ अन्य कपडे भी दिए जाने चाहिए क्या महिला सिर्फ साडी ही पहनती है । और यह साड़ी इतना खराब है कि उसे पहनने के बाद समाज का नजरिया ही बदल जाएगा। अगर साडी देना है तो साडी के कपडे की गुणवत्ता पर भी ध्यान देना चाहिए।
विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी ने आंगनवाडी वर्करो के लिए क्या कहा
विडियो देखे …..
बजट सत्र 2022 में महिला एवं बाल विकास के सम्बन्ध में योजनाये
- पोषाहार के लिए 1675 करोड़ 29 लाख रुपये की व्यवस्था
- प्रदेश के समस्त जिलों में साइबर हेल्प डेस्क स्थापना
- मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण और कौशल विकास के लिए 20 करोड़ रुपये
- कुपोषण पुनर्वास केन्द्रों को जिलों से ब्लॉक तक ले जाया जाएगा
- मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत 4000 रुपये प्रतिमाह, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना ( सामान्य) के तहत 2500 रुपये प्रतिमाह के लिए 60 करोड़ रुपये की व्यवस्था
- आंगनवाडी केन्द्रों के लाभार्थियों को पोषाहार के लिए व्यवस्था