समुदाय आधारित गतिविधि और एक कदम सुरक्षित मातृत्व अभियान की पूर्ण जानकारी
आंगनवाडी न्यूज़
माह अप्रैल 2022 से जून 2022 तक समुदाय आधारित गतिविधिया
- गतिविधि आयोजन की अवधि कम से कम 1-1.5 घण्टे का होना चाहिए ।
- गतिविधि दिवस में प्रतिभाग करने वाले पात्र लाभार्थियों का चयन सही तरीके से होना चाहिए ( अन्नप्राशन दिवस हेतु 6 माह पूर्ण कर चुके बच्चें तथा गोदभराई हेतु पहले त्रैमास की गर्भवती महिला)
- छूटे हुए पात्र लाभार्थियों को प्राथमिकता के आधार पर आयोजित सत्र में बुलाया जाये जिससे कि व्यवहार प्रोत्साहन की प्रक्रिया सतत् जारी रहें। छूटे हुये लभार्थियों की फॉलोअप योजना अवश्य बनायें ।
- अन्नप्राशन तथा गोदभराई के समय लाभार्थी का वजन अवश्य लिया जाये जिससे कि परामर्श को आउटकम आधारित बनाने में सफलता प्राप्त हो सके।
- गोदभराई दिवस पर गर्भवती महिलाओं को “शगुन कैलेण्डर” विभागीय बेवसाइट से डाउनलोड / प्रिन्ट कराकर वितरित किया जाय ।
- सुपोषण दिवस के आयोजन पर गर्भवती महिलाओं के पतियों एवं बच्चों की माताओं और पिता को पोषण हेतु उन्मुख करने पर ध्यान केन्द्रित किया जाय। इस बैठक में समुदाय के नेता या समाजिक कार्यकर्ता को भी सम्मिलित करने का प्रयास किया जाय।
- बच्चों के दादा दादी, नाना नानी व घर के अन्य सदस्यों की प्रतिभागिता सुनिश्चित की जाय।
- समुदाय आधारित गतिविधियों के आयोजन में कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा।
भविष्य में पोषण अभियान भारत सरकार द्वारा पोषण 2.0 के सम्बन्ध में निर्गत निर्देशों के क्रम में समुदाय आधारित गतिविधियों हेतु वित्तीय उपाशय व समुदाय आधारित गतिविधि सम्बन्धी कैलेण्डर में परिवर्तन किया जा सकता है
समुदाय आधारित गतिविधि के सम्बन्ध में आदेश पढने के लिए क्लिक करे
नोट-: समुदाय आधारित गतिविधिया के सम्बन्ध में भारत सरकार द्वारा पोषण अभियान अन्तर्गत माह में दो वित्त पोषित समुदाय आधारित गतिविधियों हेतु रू० 250 /- प्रति गतिविधि की दर से ( गतिविधि आयोजित करने हेतु आवश्यक समाग्री के क्रय हेतु रू0 225 /- अन्य व्यय रू० 25 /- ) धनराशि निर्धारित की गयी है।
एक मई से दो चरणों में चलेगा एक कदम सुरक्षित मातृत्व अभियान
मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए एक मई से एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान का शुभारंभ किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चलने वाले इस अभियान में गर्भावस्था और प्रसवोपरांत महिलाओं के पोषण पर विशेष जोर दिया जाएगा। अभियान के तहत आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर गर्भवती और धात्री महिलाओं को चिन्हित कर सूचीबद्ध करेंगी, ताकि सेहत को लेकर उनका फालोअप किया जा सके।इसके तहत गर्भवती व धात्री महिलाओं को आयरन, कैल्शियम, अल्बेंडाजोल व फोलिक एसिड की गोलियों को शत-प्रतिशत पहुंचाने का कार्य किया जाएगा।
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गर्भवती को एनीमिया मुक्त बनाने और सुरक्षित प्रसव को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान की शुरुआत एक मई से शुरू करने जा रहा है। यह अभियान सभी जनपद के सभी ब्लॉकों, ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों पर 31 मई तक चलाया जाएगा। सही तरीके से खानपान न होने और अत्यधिक मात्रा में फास्ट फूड के सेवन से महिलाओं को खून की कमी से जूझना पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान उठानी पड़ती है। इन सभी मुश्किलों से निजात दिलाने के लिए ही एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान चलाया जा रहा है।
पहला चरण
यह अभियान दो चरणों में चलेगा। पहले चरण में एक मई से 24 मई तक लाभार्थियों को सभी स्वास्थ्य इकाइयों की ओपीडी एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान व वीएचएसएनडी सत्र के माध्यम से जन जागरूकता लाई जाएगी। इसके अलावा आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड व एलबेंडाजोल की गोलियों के वितरण के साथ ही स्वास्थ्य व पोषण संबंधी जानकारियां व सेवाएं दी जाएगीं।
दूसरे चरण
दुसरे चरण के अभियान में 25 मई से 31 मई तक मॉपअप सप्ताह के तहत क्षेत्र की छूटी हुई गर्भवती व धात्री महिलाओं को आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड व एलबेंडाजोल की गोलियों के वितरण के साथ पोषण संबंधी जानकारियां व सेवाएं दी जाएगीं।
एक कदम सुरक्षित मातृत्व अभियान गतिविधि
- वजन नहीं बढ़ने वाली व एनिमिक गर्भवती का नियमित फॉलोअप करना व जरूरी परामर्श देना।
- प्रथम त्रैमास की गर्भवती को त्रैमास के अंत तक फोलिक एसिड का वितरण
- दूसरे व तीसरे त्रैमास की सभी गर्भवती को पूर्व में वितरित की गई कैल्शियम व फोलिक एसिड की वितरित की गई।
- दूसरे व तीसरे त्रैमास की ऐसी गर्भवती जिन्होंने पूर्व में एल्बेंडाजोल की गोली नहीं ली है।
- वजन लेना व लंबाई की मापना प्रसव पूर्व जांच में लिए गए वजन से तुलना कर वजन वृद्धि का आंकलन करना।
- सभी गर्भवती के पेट की जांच करना, हाई रिस्क की पहचान कर चिकित्सा इकाई के लिए रेफर करना।
- 18 वर्ष से कम आयु की गर्भवती व कम अंतराल वाले माताओं को प्रेरित करना।
बाल विकास विभाग द्वारा जारी एक कदम सुरक्षित मातृत्व अभियान के सम्बन्ध में आदेश पढने के लिए क्लिक करे