अच्छा काम करने वाली आंगनवाड़ी को मिलेगी सुपरवाइजर की जिम्मेदारी। दिया जाएगा नया नाम
आंगनवाड़ी न्यूज
प्रदेश मे बाल विकास विभाग के अंतर्गत सुपरवाईजर के सीधी भर्ती के पदो पर अभी नियुक्ति नहीं की गयी है। ये भर्ती प्रक्रिया पर कोर्ट द्वारा रोक लगी हुई है जिसके कारण विभागीय कार्यो मे समस्याए आ रही है। शासन द्वारा चल रही योजनाओ को संचालित करने के लिए विभाग द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे है।
जिसको देखते हुए बाल विकास पुष्टाहार विभाग ने मुख्य सेविकाओं और सीडीपीओ की कमी से आ रही समस्याओ को दूर करने के लिए नया तरीका निकाला है। अब बाल विकास विभाग अच्छा काम करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को मुख्य सेविकाओं के कार्यो मे सहयोग करेंगी इनको संगिनी का नाम दिया जाएगा।
फर्रुखाबाद जिले में वर्तमान समय मे कुल 1752 केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। जिले की आठ परियोजनाओं में आंगनवाड़ी केन्द्रो की संख्या अनुसार 71 मुख्य सेविकायें की नियुक्त होनी चाहिए।
लेकिन इसके सापेक्ष जिले में मात्र 16 मुख्य सेविका पर 1752 आंगनवाड़ी केंद्रों की बड़ी जिम्मेदारी दी हुई है। जिसके कारण आंगनवाड़ी केन्द्रो से जुड़ी गतिविधिया और जिला स्तर पर मांगी जाने वाली रिपोर्ट देने में काफी समस्या आती है।
इन सब समस्याओ को देखते हुए जिला विभागीय स्तर से मुख्य सेविकाओं के काम को सुचारु रूप से चलाने के लिए कार्यकत्रियों का सहयोग लिया जाएगा। जिले मे अच्छा कार्य करने वाली 58 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों का चयन किया गया है।
इन चयनित वर्करो को आंगनबाड़ी संगिनी का नाम दिया गया है। अब ये 58 संगिनी मुख्य सेविकाओं से समन्वय बनाते हुए विभागीय कार्यो को करेंगी जिससे किसी भी परियोजना के कार्य लंबित न हो।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जिले की कुल आठ बाल विकास परियोजना मे सीडीपीओ के पांच पद रिक्त हैं। जिले मे की मात्र तीन परियोजनाओं में ही सीडीपीओ की नियुक्ति है।
जबकि जिले के बाल विकास विभाग मे मुख्य सेविकाओं के बड़ी संख्या में ज्यादा पद रिक्त हैं। इसीलिए विभाग के बढ़ते लंबित कार्यो को देखते हुये 58 आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों का चयन किया गया है ये कार्यकत्री मुख्य सेविकाओं के साथ मिलकर काम करेंगी। इन्हे आंगनवाड़ी संगिनी नाम दिया गया है।