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आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चो को नजदीकी प्राथमिक विद्यालय में किया जायेगा शिफ्ट

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मथुरा जनपद मे बाल विकास विभाग द्वारा संचालित किए जा रहे लगभग 204 आंगनबाड़ी केंद्र के पास कोई भवन नसीब नहीं है इन केन्द्रो के लगभग 11 हजार बच्चे बिना छत के खुले में पढ़ रहे हैं, इन बच्चो को सर्दी, गर्मी और बरसात के मौसम की मार झेलनी पड़ती हैं।

इस समस्याओ को देखते हुए जिलाधिकारी पुलकित खरे बाल विकास, पंचायतीराज और बेसिक शिक्षा के अधिकारियों को संयुक्त रूप से मिशन मोड में 204 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए उपयुक्त जगह की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। अब इन आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को 7 दिन के अंदर छत के नीचे पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा संबंधी सुविधाएं देने का निर्णय लिया गया है मिलेंगी। इसके लिए जिला प्रशासन ने बाल विकास, पंचायतीराज और बेसिक शिक्षा विभागों के समन्वय के साथ मिशन हर बच्चे को छत शुरु किया है।

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जिलाधिकारी पुलकित खरे ने तीन विभागों बाल विकास, पंचायतीराज और बेसिक शिक्षा विभाग इन तीनों विभागों के ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि चिन्हित किए गए 204 आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को सात दिन के अंदर नजदीकी के प्राथमिक विद्यालय में शिफ्ट करेंगे। अगर प्राथमिक विद्यालय में जगह की व्यवस्था नही बन रही है तो इन आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को पास के पंचायत भवन में शिफ्ट किया जाएगा। और अगर पंचायत भवन भी उपलब्ध नहीं होगा तो जो भी आंगनवाड़ी केंद्र के सबसे नजदीकी सरकारी भवन होगा उसमें इन आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को शिफ्ट किया जाएगा। बाद में उचित व्यवस्था होने पर इनका स्थायी बंदोबस्त किया जाएगा । इस सारी व्यवस्था का दारोमदार मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीणा के निर्देशन में चलेगा।

आंगनबाड़ी केंद्र को तोड़कर बनवाया जा रहा पेशाब घर

सिद्धार्थनगर  जनपद मे बर्डपुर क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपरी में विद्यालय के नजदीक जर्जर हो चुके आंगनबाड़ी केंद्र को तोड़कर पेशाब घर बनवाया जा रहा है। इस पेशाब घर बनने का वीडियो भी जनपद मे खूब वायरल हो रहा है। इसमें मजदूर आंगनबाड़ी केंद्र का ईंट उजाड़कर विद्यालय परिसर में बन रहे यूरिनल के निर्माण में इस्तेमाल करते दिख रहे हैं।

बर्डपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत पिपरी में इस आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने कराया था। लेकिन इस आंगनबाड़ी केंद्र मे मेटेरियल सही न होने के कारण विभाग इस केन्द्र को बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के सुपुद्र नहीं कर सका था। लंबा समय बीतने के कारण यह भवन जर्जर होकर ध्वस्त हो गया। परिषदीय विभाग के पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपरी में विभाग ने 25 हजार रुपये कंपोजिट ग्रांट भेज कर बच्चों से संबंधित शौचालय, यूरिनल को दुरुस्त करने के साथ-साथ भवन की रंगाई-पुताई का निर्देश दिया है।

पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपरी के प्रधानाध्यापक शमसुल हक का कहना है कि विद्यालय पिपरी में चार यूरिनल छात्रों के लिए बन रहे हैं। चूंकि उस समय मेरी गैर मौजूदगी में मजदूरों ने आंगनबाड़ी केंद्र की ईंट का यूरिनल निर्माण में इस्तेमाल कर लिया है। असमंजस की स्थिति मे यह गलती मजदूरों से हो गयी है।

इस संबंध मे जिले के बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि बर्डपुर क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपरी में हो रहे यूनिरल निर्माण में जर्जर हो चुके आंगनबाड़ी केंद्र के ईंट का प्रयोग होने की सूचना प्राप्त हुई है। इस मामले को लेकर डीसी निर्माण रितेश श्रीवास्तव को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।

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