आंगनवाड़ी वर्करों को वेतन और सरकारी कर्मी का दर्जा दिए जाने को सांसद ने दिया केंद्रीय मंत्री को पत्र
आंगनवाड़ी न्यूज
नई दिल्ली आंगनवाड़ी वर्करों के मानदेय बढ़ोत्तरी और सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिए जाने के सम्बन्ध मे महाराष्ट्र के पुणे की लोकसभा सीट से शिवसेना सांसद श्रीरंग अप्पा बारणे ने बाल विकास विभाग की केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र दिया है।
सांसद बारणे ने इस पत्र में लिखा कि आंगनवाड़ी वर्करों को बहुत ही अल्प मानदेय दिया जा रहा है आंगनवाड़ी वर्करों द्वारा बाल विकास के विभागीय संबंधित कार्यों के अतिरिक्त इन वर्करों द्वारा घर सर्वेक्षण द्वारा जुटाई गई जानकारी बहुत महत्वपूर्ण होती है लेकिन इनके कार्यों के सापेक्ष इनका मानदेय बहुत ही कम है।
देश मे 1975 से चल रही समेकित योजना में कार्यरत इन आंगनवाड़ी वर्करों की लगभग 40 वर्ष बीतने के बाद भी हालत दयनीय है। ये वर्कर अपने मानदेय बढ़ोत्तरी और अन्य समस्याओं को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर केंद्र और राज्य सरकार को अपना ध्यान आकर्षित करती है। लेकिन अभी तक किसी भी सरकार ने इनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया है।
लोकसभा सांसद ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए पत्र में लिखा है कि अब उच्च न्यायलय भी आंगनवाड़ी के पद को संवैधानिक मानता है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार आंगनवाड़ी श्रमिक शिक्षा,स्वास्थ्य,सुरक्षा और अन्य कार्यों के संबंध में चलाई जा रही योजनाओं को लागू करने मे एक शाखा के रूप में कार्य कर रहे है।
सांसद के पत्र की अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि सरकार इन आंगनवाड़ी वर्करों को पारिश्रमिक के रूप में मानदेय देती है जबकि इन आंगनवाड़ी वर्कर को वेतन दिया जा रहा है । साथ ही देश के सभी राज्यों की आंगनवाड़ी वर्कर ग्रेजूवेटी की हकदार है इन सभी को इसका लाभ मिलना चाहिए।
पुणे की रायगढ़ सीट के सांसद श्रीरंग अप्पा बारणे ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से वार्ता करते हुए मांगो के संबंध में पत्र दिया है इन मांगों में..
- सुप्रीम कोर्ट द्वारा 25 अप्रैल 2022 को आंगनवाड़ी के सम्बन्ध में दिए गए आदेश का पालन किया जाए।
- सर्वोच्च न्यायलय के आदेशानुसार आंगनवाड़ी एक संवैधानिक पद पर कार्य करती है इसीलिए इन्हें मानदेय नही वेतन मिलना चाहिए।
- आंगनवाड़ी वर्करों को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए साथ ही सरकारी कर्मियों को मिलने वाली सभी सुविधाए ग्रेजबेटी,भविष्य निधि फंड ,सामाजिक सुरक्षा आदि मिलनी चाहिए।
- आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को वेतन सहित 18 से 26 हजार रुपए मिलने चाहिए