बस्ती जिले मे विक्रमजोत क्षेत्र मे बाल विकास विभाग मे सीडीपीओ के पद पर कार्यरत बलराम सिंह ने अपने ही विभाग मे कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकत्री के पति पर कार्यालय मे जान से मारने की धमकी देने पर थाना छावनी में मुकदमा दर्ज कराया है।
सीडीपीओ ने बताया कि वह बाल विकास पुष्टाहार विभाग मे विक्रमजोत क्षेत्र के सीडीपीओ बलराम सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत अकला की मिनी आंगनवाड़ी कार्यकत्री उमा यादव के पति पवन यादव बुधवार को कार्यालय मे दिन में आकर अभद्र भाषा बोलने लगे और उन्हे जान से मारने की धमकी दी गयी है।
सीडीपीओ का कहना है कि आंगनवाड़ी के पति पवन यादव अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। जिसके कारण उन्हे किसी भी अनहोनी का अंदेशा है।
इस सम्बंध मे कोतवाली के राजेश तिवारी का कहना है कि सीडीपीओ द्वारा लिखित शिकायत के आधार पर नामजद आरोपी पवन यादव के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई है। अब रिपोर्ट के आधार पर इस घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
सीडीपीओ द्वारा लिखित शिकायत के अनुसार ग्राम पंचायत अकला के मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र पर उमा यादव कार्यरत है। आंगनवाड़ी उमा द्वारा केंद्र की गतिविधियो और अन्य कार्यो मे पिछले आठ महीनों से लापरवाही की शिकायतें मिल रही थीं। शिकायत के आधार सीडीपीओ द्वारा उमा के आंगनबाड़ी केंद्र पर निरीक्षण किया गया था।
जिसमे मौके पर केंद्र पर अनियमितताएं पाये जाने पर सीडीपीओ के निर्देश पर आंगनबाड़ी उमा यादव को सुपरवाइजर ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था। नोटिस मिलने पर उमा यादव के पति पवन यादव को गुस्सा आ गया और कार्यालय आकर धमकी देना शुरू कर दिया।
सीडीपीओ ने डीपीओ को पत्र लिखकर इस घटना की पूर्ण जानकारी से अवगत कराया है।और साथ ही एक कॉपी रजिस्टर डाक से आंगनवाड़ी उमा यादव के पते पर भी भेज दी है।
डाक द्वारा पत्र मिलने पर आंगनवाड़ी के पति पवन यादव बाल विकास परियोजना कार्यालय पहुंचे और सीडीपीओ से अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे और बाहर निकलने पर जान से मारने-पीटने की धमकी देने लगे। पवन यादव की इस हरकत से कार्यालय के अन्य लोग भी डरे हुए है।