महिला एवं बाल विकास विभाग की राज्य मंत्री डॉ. मंजू बाघमार ने बजट सत्र मे प्रश्न काल के दौरान विधानसभा में विपक्ष के विधायक द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब मे कहा है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी सहायिकाओं एवं आशा वर्करो के मानदेय में चरणबद्ध रूप से वृद्धि की जाएगी.
इसके साथ ही राज्य मंत्री डॉ मंजू बाघमार ने स्पस्ट रूप से कहा है कि आंगनबाड़ी वर्करो कार्यकर्ताओं, सहायिकाओ एवं आशा सहयोगिनियों के लिए फिलहाल मानदेय वृद्धि करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। इससे राज्य की आंगनवाड़ी और आशा वर्करो के लिए निराशा की खबर है।
राजस्थान मे विधान सभा प्रश्नकाल के दौरान शाहपुरा के विधायक मनीष यादव द्वारा आंगनवाड़ी वर्करो के मानदेय के सम्बंध मे सवाल पूछे गए थे कि क्या आंगनवाड़ी वर्करो के मानदेय बढ़ोत्तरी को लेकर सरकार के पास प्रस्ताव लंबित है ?
साथ ही मनीष यादव ने पूछा कि सरकार ने अपने घोषणा पत्र मे स्पस्ट अंकित किया कि आंगनवाड़ी वर्करो के मानदेय मे 13 हजार रुपये और सहायिका का मानदेय 6500 और आशा का 6000 किया जाएगा। तो सरकार घोषणा पत्र के अनुसार इन वर्करो का मानदेय मे बढ़ोत्तरी कब तक करेगी।
इसके जवाब मे राज्य मंत्री डॉ. मंजू बाघमार ने कहा से कि हमारी राज्य सरकार घोषणा पत्र के अनुसार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। सरकार द्वारा समय समय पर मानदेय की बढ़ोत्तरी की जाएगी। राज्य सरकार द्वारा 1 अप्रैल 2024 से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं एवं आशा सहयोगिनियों के मानदेय में 10 प्रतिशत की वृद्धि की गई है.
इसके बाद मनीष यादव ने पूछा कि क्या ये सही है कि वर्ष 2023 मे इन वर्करो को मिलने वाले मानदेय के राज्यांश मे 15 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि की गयी थी। लेकिन अब सरकार वार्षिक वृद्धि मे 5 प्रतिशत की कटोती करके मानदेय देने का क्या आधार है?
इस सम्बंध मे राज्य मंत्री ने बताया कि अभी वार्षिक सत्र पूर्ण नहीं हुआ है। आशा सहयोगिनियों को प्रतिमाह मिलने वाले मानदेय में 1 अप्रैल 2024 से 10 प्रतिशत वृद्धि करके दिया जा रहा है।