एटा जनपद के जिला अधिकारी डीएम प्रेम रंजन सिंह ने दिसंबर व जनवरी में वीएचएनडी कार्यक्रम के दौरान अनुपस्थित मिली 10 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के मानदेय मे कटोती की है।
जनपद मे डीएम ने टीकाकरण स्थल पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति जांचने व टीकाकरण की प्रगति में सुधार के लिए 100 अधिकारियों को नियुक्त किया है। इन अधिकारियों द्वारा आंगनवाड़ी, आशा व एएनएम द्वारा किए जा रहे कार्यों की रिपोर्ट सीएमओ कार्यालय मे भेजी जाती हैं।
अवगत हो कि बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग द्वारा महीने के हर बुधवार व शनिवार को टीकाकरण केन्द्रो पर बच्चो और महिलाओ का टीकाकरण किया जाता है। इन केन्द्रो पर आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा गर्भवती , धात्री महिलाओ और बच्चों को टीकाकरण केंद्र पर लाया जाता है और इन केन्द्रो पर ए एन एम द्वारा जांच की जाती है।
टीकाकरण केन्द्रो पर जांच टीम द्वारा निरीक्षण करने पर 10 आंगनवाड़ी कार्यकत्री को अनुपस्थित पाया गया है। इनकी अनुपस्थिति रिपोर्ट भेजने पर जिलाधिकारी द्वारा इनका मानदेय काटा गया है।
डीएम ने कहा है कि जांच टीम द्वारा निरीक्षण की रिपोर्ट में बताया गया है कि ये आंगनबाड़ी वर्कर द्वारा टीकाकरण कार्यक्रम मे लापरवाही बरती गयी है।
वीएचएनडी कार्यक्रम में आंगनवाड़ी कार्यकत्री अनुपस्थित मिली है इसीलिए इनका मानदेय काटा गया है इनको हिदायत दी गयी है कि भविष्य में बेहतर तरीके से कार्य करें,अगर भविष्य मे दुबारा लापरवाही मिलती है तो इन पर सेवा समाप्ति की कार्यवाही भी की जा सकती है।
जिले के जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार सिंह ने डीएम के आदेश पर इन आंगनवाड़ी वर्करो के मानदेय की कटौती की है।
- ब्लॉक जलेसर के ग्राम कोसमा की आंगनवाड़ी कार्यकत्री ममता देवी
- सकरौली की स्नेहलता
- सकरौली की नीलम
- अचागढ़ के गांव नगला गड़रिया की पुष्पा देवी
- सहनऊ की सुनीता माथुर,
- निधौलीकलां के गांव बादामपुर की सीमा देवी
- निधौलीकलां देहात की शांति देवी
- रूपसपुर की सीमा देवी
- मारहरा के गांव नगला खरगी की सुनीता सिंह
- मेहनों ग्राम की आशा देवी