पीलीभीत में एक्सपायर पोषाहार बांटने से मचा हड़कंप ,पति की हत्या में आंगनबाड़ी की सेवा समाप्त,
पीलीभीत-:कुपोषण दूर करने के लिए सरकार नियमित सुपोषण मेला द्वारा करोड़ो रुपए खर्च कर रही है गर्भवती ,धात्री,कुपोषित बच्चों को पोषाहार वितरित किया जाता है जिससे कोई कुपोषित न हो corona lockdown के चलते केंद्र व राज्य सरकार ने निर्देश दिए है कि कोई भी लाभार्थी पुष्टाहार से वंचित न हो इसीलिए आंगनबाड़ी वर्करों को डोर टू डोर पोषाहार वितरण करने के आदेश जारी किए है पुष्टाहार वितरण क्षेत्रिय प्रधान,सभासद,विधायक ,सांसदों की मौजूदगी में कराया जाए लेकिन अभी भी कुछ क्षेत्रों में पोषाहार उपलब्ध नही हो सका है
बिलसंडा वार्ड नम्बर 5 मे आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा लाभार्थियों को पोषाहार वितरित किया गया जबकि ये पोषाहार के पैकेट दो माह पूर्व हो एक्सपायर हो चुका था इसका खुलासा वितरण से अगले दिन हुआ जब कुछ लोगो की नजर उत्पादन तिथि पर पड़ी लेकिन तब तक बड़ी संख्या में पूरे वार्ड में पोषाहार हो चुका था इन पैकेट पर उत्पादन की तिथि 8 नवंबर 2019 थी जो 90 दिन बाद एक्सपायर होता है जिसकी एक्सपायरी डेट साफ साफ 10 फरवरी अंकित थी
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इसकी शिकायत वकील आशीष सक्सेना ने ट्वीट द्वारा जिला अधिकारी वैभव श्रीवास्तव से की थी इसके साथ वकील ने फोन द्वारा ए डी एम और डीपीओ अरविंद कुमार को भी सूचित किया
सूचना मिलते ही विभाग में हड़कंप मच गया और cdpo मृदुला को घटनास्थल पर जांच के लिए भेजा गया जांच करने पहुँची cdpo ने आंगनबाड़ी कार्यकत्री को डांट लगाई और वितरित किये गए पोषाहार के पैकेट को ले गई अब यंहा नए पैकेटों का वितरण किया जायेगा डीपीओ द्वारा cdpo मंजुला को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा गया है
अब विभाग इस घटना की पूरी जाँच पड़ताल करेगा लेकिन विभाग के सामने सबसे बड़ी समस्या है कि ये एक्सपायर पैकेट कहाँ से आये है कयास लगाए जा रहे है कि हो सकता है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने पुराना पोषाहार वितरित न किया हो और अब नए पोषाहार में मिलाकर वितरित किया हो क्योकि स्थानीय लोगो का कहना है कि बिलसंडा ही नही पूरे क्षेत्र में पोषाहार का वितरण नही होता है और इसका प्रयोग पशु आहार में होता है लेकिन ये भी सच है कि इस कार्यवाही में हमेशा छोटे कर्मचारी को ही दोषी बना दिया जाता है जबकि बड़े अधिकारी साफ बच जाते है
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अवगत हो कि एक मार्च को मुस्तफाबाद भुजगी निवासी चावल मिल मालिक जितेंद्र नाथ गुप्ता की नेवादा रामगढ़ मार्ग पर उदाया पुर मोड़ पर दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जिस पर जितेंद्र नाथ गुप्ता के बेटे मयंक ने अपनी माँ आंगनवाड़ी कार्यकत्री ममता गुप्ता और उसके प्रेमी राजेंद्र गुप्ता निवासी एक डल्ला थाना सरपतहा जनपद जौनपुरऔर एक अज्ञात शूटर के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया था पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था जिला कार्यक्रम अधिकारी ने हत्या के केस में वांछित आंगनबाड़ी कार्यकत्री ममता गुप्ता को अयोग्य करार देते हुए जिला अधिकारी के अनुमोदन पर सेवा समाप्त का आदेश जारी कर दिया है