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पोषण ट्रेकर एप पर लाभार्थियों के आधार वेरिफिकेशन में लापरवाही पर हो सकती है सेवा समाप्त

पोषण ट्रेकर

फर्रुखाबाद जनपद में आंगनवाडी कार्यकत्रिया द्वारा पोषण ट्रेकर एप पर बच्चों का बिना वजन लिए फीडिंग करने के सम्बन्ध में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने नाराजगी जाहिर की है इस बाबत आंगनवाडी कार्यकर्त्रियों की सेवा समाप्ति की जा सकती है।

पोषण ट्रेकर एप पर आधार सीडिंग को लेकर प्रदेश और जिला प्रशासन की तरफ से लगातार दिशा निर्देश दिये जा रहे है जिसमे आंगनवाडी वर्करो द्वारा पोषण ट्रेकर पर फीडिंग शत प्रतिशत करने के सम्बन्ध में आदेश जारी किये गये थे अब तक जिले के सभी आंगनवाडी केन्द्रों में कुल 1 लाख 70 हजार 63 लाभार्थियों में 90956 की ही आधार सीडिंग हो सकी है। इस आधार सीडिंग में 37986 लाभार्थियों के आधार नंबर पर एरर आ रहा हैं। आधार वेरिफिकेशन न होने से से जिला कार्यक्रम अधिकारी ने इसे लापरवाही मानते हुए आंगनवाडी वर्करो पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। डीपीओ ने आंगनवाडी कार्यकत्रियो को दो दिन के भीतर सभी लाभार्थियों के आधार नंबर पोषण ट्रेकर एप पर फीड करने के सख्त निर्देश दिए गये है।

जिले के सभी 1752 आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत कुल 1 लाख 39 हजार बच्चो की बात की जाये तो अभी तक मात्र 70 हजार बच्चों की ही फीडिंग हो सकी है। जबकि निदेशालय की तरफ से पोषण ट्रेकर एप पर लाभार्थियों की सीडिंग 15 जुलाई तक शत प्रतिशत कराये जाने के निर्देश दिये गये थे। लेकिन अब तक पोषण ट्रेकर एप पर फीडिंग करने में पूरी तरह लापरवाही बरती जा रही है।

जिले के बढपुर ब्लाक में सबसे ज्यादा स्थिति खराब है। क्योंकि यहां के आंगनवाडी केन्द्रों के सिर्फ 12 फीसदी ही बच्चों का वजन लिया गया है। जबकि फर्रुखाबाद सिटी में 37 फीसदी और कमालगंज में 43 फीसदी पंजीकृत लाभार्थी बच्चो का वजन लिया गया है। जिले की परियोजना स्तर पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो के साथ बीपीए, बीसी और सीडीपीओ को पोषण ट्रेकर एप पर फीडिंग की जिम्मेदारी दी गयी थी। लेकिन अभी तक पोषण ट्रेकर एप पर जिले की आठो परियोजनाओं में बच्चो के वजन की महज 50 प्रतिशत फीडिग ही की गयी है

जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद ने कहा है कि पोषण ट्रेकर पर फीडिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्य में रुचि न लेने की वजह से बढ़पुर की प्रभारी सीडीपीओ का माह जून का वेतन, बढ़पुर परियोजना के बीसी और बीपीए का जून माह का मानदेय अग्रिम आदेशों तक रोक दिया गया है। साथ ही इन तीनो से स्पष्टीकरण भी तलब किया गया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने सख्त हिदायत दी है कि आंगनवाडी वर्करो, सीडीपीओ,बीसी, बीपीए की ओर से दो दिन मेें यदि कार्य में सुधार नहीं लाया गया तो आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।

बाल विकास विभाग द्वारा पोषण ट्रेकर पर फीडिंग करने के लिए आंगनवाडी वर्करो स्मार्ट फोन दिए गये थे लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई रिचार्ज का पैसा भी नही दिया गया है जबकि मोबाइल में अधिकतर ऑप्शन लॉक ही करके दिए गये थे जिसकी वजह से अब तक आंगनवाडी वर्कर अपनी जेब से ही खर्च वहन कर रही है

 

ख़राब वजन मशीन से कैसे होगी बच्चो की माप

बलरामपुर जनपद में आंगनवाडी केन्द्रों पर अधिकतर वजन मशीन ख़राब हो चुकी है ऐसे में खराब हो चुकी वजन मशीनों से बच्चों के वजन नापने की कवायद कैसे पूरी होगी । इन वजन मशीन के खराब होने की सूचना आंगनवाडी कार्यकत्रियों द्वारा कई बार विभागीय अधिकारियों को दी जा चुकी है । लेकिन अभी तक समस्या का कोई निवारण नही हुआ है

जनपद के विकासखंड रुपईडीह में बाल विकास विभाग द्वारा 106 ग्राम पंचायतों में 206 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किये जा रहे है । इन केन्द्रों पर करीब 2 वर्ष पूर्व बाल विकास विभाग द्वारा करीब 150 आंगनबाड़ी केंद्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को वजन मशीन देकर बच्चों का वजन एवं लंबाई नाप कर उन्हें स्वस्थ व कुपोषित बच्चों का को चिन्हित करने का निर्देश दिया था। बाकी आंगनवाडी केंद्रों पर वजन मशीन बाद में देने की बात कही गई थी लेकिन आज तक किसी को वजन मशीन नही मिली। जिन केन्द्रों पर मशीन दी गयी थी उन केंद्रों पर को दी गई अधिकतम मशीन खराब हो चुकी है।

इस बाबत सीडीपीओ नीतू रावत का कहना है कि इन खराब मशीनों की सूचना विभाग को दे दी गई है। अब विभाग से 85 वजन मशीन मिली है। जिसमें 30 मशीन का केन्द्रों पर वितरण किया जा चुका है। जल्द ही अन्य मशीनों का वितरण शीघ्र कर दिया जाएगा। जिससे केन्द्रों के बच्चो का आसानी से वजन हो सकेंगे।

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