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प्री-प्राइमरी के तहत संचालित किए जा रहे स्कूलों में चलेंगी बाल वाटिका ,वर्ल्ड बैंक टीम देगी 400 करोड़ की मदद

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कानपुर देहात जनपद में प्री-प्राइमरी के तहत संचालित किए जा रहे स्कूलों में छोटे रंगीन फर्नीचर से सुसज्जित सरकारी बाल वाटिकाएं नजर आएँगी। प्रदेश के कंपोजिट स्कूलों में 5625 मॉडल बाल वाटिकाएं बनाई जा रही है। वर्तमान में जनपद में भी 342 कंपोजिट स्कूल संचालित है। विश्व बैंक द्वारा बुनियादी शिक्षा को लेकर दी जाने वाली धनराशि से राज्य सरकार और वर्ल्ड बैंक के बीच बनी सहमति के बाद विभाग ने सक्रियता शुरु की है। इसके लिए धनराशि जारी होते ही जनपद में 75 कंपोजिट स्कूलों का चयन किया जाएगा। जिसमे तीन से पांच व छह वर्ष तक के बच्चों को इन वाटिका के तहत शिक्षा दी जाएगी। साथ ही हर ब्लॉक में 3 यानी कुल 2640 स्कूल अभ्युदय कंपोजिट स्कूल भी विकसित किए जाएंगे। अभ्युदय कंपोजिट स्कूल की स्थापना अन्य कई निधियों से भी की जा रही है। कंपोजिट स्कूल में प्री-प्राइमरी से कक्षा आठ तक की शिक्षा दी जाएगी। कुछ जूनियर स्कूलों में स्मार्ट क्लास भी स्थापित किए जाएंगे। योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए शिक्षकों को भी डिजिटल जानकारी से रुबरू कराया जाएगा।

फिरोजाबाद जिले के सौ से ज्यादा आंगनबाड़ी केन्द्रों का कायाकल्प करने की तैयारी चल रही है । इन आंगनवाडी केन्द्रों में बिजली की सुविधा के साथ साथ बच्चों के बैठने के लिए मेज कुर्सी के फर्नीचर से तैयार किया जायेगा । जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत कुपोषित बच्चों के कुपोषण को दूर करने के लिए अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा गोद लिया जा रहा है।

शासन के निर्देश पर जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेने की प्रक्रिया चल रही है। जिलाधिकारी रवि रंजन के निर्देश पर जिले के 115 अधिकारियों द्वारा आंगनवाडी केन्द्रों को गोद लिया जा रहा हैं। इन आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने व साथ में अधिकारियों द्वारा बच्चों के अनौपचारिक शिक्षा स्तर में भी सुधार लाने पर जोर दिया जायेगा। इन अधिकारियों के साथ साथ 17 जनप्रतिनिधियों ने भी आंगनबाड़ी केंद्र को गोद लिया हैं।

मुख्य विकास अधिकारी चर्चित गौड़ का कहना है कि जिले में 132 आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में विकसित करने की तैयारी है। इन आंगनवाडी केंद्रों को अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा गोद लिया जा रहा है जिससे इन आंगनवाडी केन्द्रों की व्यवस्थाओं पर नजर रहेगी साथ ही इनका कायाकल्प भी हो सकेगा।

वर्ल्ड बैंक टीम और बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के बीच हुई मुलाकात

लखनऊ प्रदेश के कम्पोजिट स्कूलों में प्री-प्राइमरी के लिए छोटे रंगीन फर्नीचर से सुसज्जित सरकारी 5625 मॉडल बाल वाटिकाएं बनाई जाएंगी। वर्ल्ड बैंक टीम द्वारा यूपी की बुनियादी शिक्षा के लिए 4000 करोड़ रुपये की मदद करने के लिए राज्य सरकार और वर्ल्ड बैंक के बीच सहमति बन चुकी है। यूपी के दो दिवसीय दौरे पर आई वर्ल्ड बैंक की टीम ने बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह से मुलाकात की। साथ ही वर्ल्ड बैंक की मदद से होने वाले कामों की पूरी कार्ययोजना तैयार हो चुकी है।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह का कहना है कि  राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बुनियादी शिक्षा से व्यावसायिक शिक्षा को जोड़ने की बात है। इसके तहत प्रदेश के 37500 विद्यार्थियों को अगले पांच सालों में उनके ट्रेड में ट्रेनिंग दी जाएगी। स्कूल परिसर में छुट्टी के बाद गांव के इच्छुक विद्यार्थियों के बैच बना कर यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें स्कूल में नहीं पढ़ने वाले बच्चे भी भाग ले सकेंगे। वर्ल्ड बैंक की टीम ने कुछ जिलों का भी दौरा भी किया है। हमारे प्रस्ताव पर वर्ल्ड बैंक टीम सहमत हैं। इसके लिए जल्द ही फण्ड रिलीज शुरू हो जायेगा ।

हर जिले में 75 कम्पोजिट स्कूलों का चयन किया जाएगा। यहां तीन से पांच-छह वर्ष तक के बच्चों को शिक्षा दी जाएगी। इसके अलावा हर ब्लॉक में 3 यानी कुल 2640 स्कूल अभ्युदय कम्पोजिट स्कूल भी विकसित किए जाएंगे। अभ्युदय कम्पोजिट स्कूल की स्थापना अन्य कई निधियों से भी की जा रही है। कम्पोजिट स्कूल में प्री प्राइमरी से कक्षा आठ तक की शिक्षा दी जाएगी।  23621 जूनियर स्कूलों में स्मार्ट क्लास भी स्थापित की जाएंगी। वर्ल्ड बैंक से मिलने वाली मदद से शिक्षक भी डिजिटल रूप से समृद्ध होंगे।

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