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फीडिंग न होने पर मानदेय होगा बाधित,साल भर से फीडिंग न करने पर आंगनवाडी को नोटिस जारी

आंगनवाडी न्यूज़

मैनपुरी जनपद के किशनी क्षेत्र मे नगला तारा निवासी राधा स्वयं सहायता समूह की अध्यक्षा संतोष कुमारी ने एसडीएम से कोटेदार पर राशन की काला बाजारी करने का आरोप लगाते हुए दुकान निरस्त करने का प्रार्थना पत्र दिया है।

संतोष कुमारी पत्नी रामकिशोर ने समाधान दिवस में एसडीएम जयप्रकाश को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि वह राधा स्वयं सहायता समूह की अध्यक्षा है। कुछ दिन पूर्व उन्होंने तथा समूह की अन्य महिलाओं ने कोषाध्यक्ष सविता को कोटे का राशन जिसमें गेहूं, चावल, चना, नमक तथा रिफाइंड तेल को एक ट्रेक्टर तथा स्पिट गाडी में कालाबाजारी करने के लिए राशन लोड करते देखा। शक होने पर जब अन्य महिलाओं ने उसेरोकने की कोशिश की तो सविता पर एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा गाड़ी उनके पैर पर चढ़ा दी गई। जिससे उनके पैर में फ्रेक्चर हो गया था। समूह अध्यक्ष ने एसडीएम से कोटेदार पर कार्रवाई की मांग की है।

आंगनवाड़ी मुख्य रुप से मां और बच्चे की देखभाल के लिए चलाई गई सरकारी योजना है जो समेकित बाल विकास योजना के तहत आती है और इसे भारत सरकार का महिला एव बाल विकास मंत्रालय चलाता है। इस योजना का 90 फीसदी खर्च केन्द्र सरकार वहन करती है। 2005-06 से पहले महिलाओं और बच्चों को अतिरिक्त पोषण और जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी राज्य सरकारों की थी जबकि केन्द्र केवल प्रशासनिक खर्च वहन करता था, लेकिन 2009-10 में केन्द्र सरकार ने पूरे खर्च के रेश्यो को 90:10 कर दिया है।

आंगनबाड़ी केन्द्र भारत में बेसिक स्वास्थ्य सेवाओं के साथ बच्चों को प्री-स्कूल एजूकेशन भी उपलब्ध कराते हैं। पूरे देश में 13 लाख से ज्यादा आंगनबाड़ी केन्द्र हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र में काम करने वाली महिलाएं गर्भवती महिलाओं और 0-06 के बच्चों के पोषण के साथ उन्हे लगने वाले जरूरी टीकों का भी ध्यान रखती हैं।

पोषण ट्रेकर एप पर फीडिंग में पिछड़ा जिला

शाहजहांपुर  जिले में पोषण ट्रैकर ऐप पर फीडिंग में खुदागंज ब्लाक बहुत ज्यादा पिछड़ा हुआ है। जबकि दूसरे नंबर पर कलान ब्लोक भी फीडिंग में कमजोर रहा है। डीपीओ युगल किशोर ने कम फीडिंग होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सीडीपीओ को 100 प्रतिशत फीडिंग कराने के निर्देश दिएहै और साथ ही सीडीपीओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

शासन के निर्देश पर जिले में आंगनबाड़ी केन्द्रों को पोषण एप पर गर्भवती महिलाओं तथा शून्य से 5 साल तक के बच्चों, धात्री, किशोरियों की फीडिंग की जाती है। विभाग की तरफ से जनपद की सभी आंगनवाडी वर्करो को विभागीय स्मार्ट फोन दिया गया हैलेकिन महीना बीत जाने के बाद फीडिंग न के बराबर हो पायी है। जनपद के ब्लाक खुदागंज में मात्र 12.97 फीसदी फीडिंग हो पायी, वहीं कलान में 19.2 फीसदी फीडिंग हो पायी। और भावलखेड़ा ब्लॉक की 31.18 फीसदी फीडिंग हुई।

डीपीओ ने जनपद की सभी सीडीपीओ से आंगनबाड़ियों से अधिक फीडिंग कराने के लिए कहा गया है। क्योंकि कम फीडिंग होने से ब्लॉक की आंगनबाड़ियों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि नही मिल सकेगी और साथ ही मानदेय भी रोका जा सकता है

साडी के विरोध में उतरी आंगनवाडी

विडियो देखे …..

अवगत हो कि पिछले वर्ष उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने  जिलेमें आंगनवाडी वर्करो को स्मार्ट फोन वितरित किये थे लेकिन इन मोबाइल फोन में विभाग की तरफ से लॉक लगाने के कारण लगभग सभी एप बंद है जिसके कारण मोबाइल में दिए गए ऐप अपडेट नहीं हो रहे हैं। सिर्फ मोबाइल में पोषण ट्रेकर एप ही चलता है जिला कार्यक्रम अधिकारी युगल किशोर ने आंगनबाड़ियों की शिकायत पर मोबाइल फोन के आईएमईआई नंबरों की जानकारी प्राप्त कर निदेशक को सूचना भेजी गयी है

पोषण समिति की बैठक में आंगनवाडी केन्द्रों को लिया गया गोद

रायबरेली जिले के बचत भवन सभागार में जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति की बैठक की गयी । इस बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी शरद कुमार त्रिपाठी ने बताया कि शासन के निर्देश के क्रम में 38 जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा कुल 114 आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लिया गया हैं। इन आंगनवाडी केन्द्रों को अगले छह माह में स्वास्थ्य एवं पोषण ईसीसीई तथा आधारभूत सुविधा के मानको पर आदर्श आंगन बाड़ी केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। डीपीओ ने कहा कि जनपद में कायाकल्प हेतु 302 विभागीय भवन, 374 प्राथमिक विद्यालय के अतिरिक्त कक्ष तथा 91 पंचायत भवनों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में कायाकल्प की आवश्यकता है।

पोषण समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने समस्त जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि गोद लिए गए सभी आंगनवाडी केन्द्रों का प्रत्येक माह भ्रमण किया जाना सुनिश्चित करें। आंगनबाड़ी केंद्र पर पूर्व शिक्षा स्वास्थ्य एवं पोषण सम्बंधी सेवाएं गुणवत्ता पूर्ण ढंग से दिया जाए तथा आंगनबाड़ी केंद्र पर पेयजल शौचालय विद्युतीकरण की सुविधाएं कायाकल्प एवं कन्वर्जेंस के माध्यम से सुनिश्चित करें। साथ ही जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया गया कि कायाकल्प हेतु चिन्हित आंगनबाड़ी बाड़ी केंद्रों पर 15 दिन के भीतर कार्य पूर्ण कराए।

आंगनवाडी द्वारा लापरवाही पर सीडीपीओ ने किया नोटिस जारी

गोरखपुर जिले के भटहट क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकत्री विजयलक्ष्मी यादव को लापरवाही बरतने के कारण सीडीपीओ ने मानदेय बाधित करते हुए नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। इस नोटिस में स्पष्टीकरण न देने पर आंगनवाडी की सेवा समाप्ति की सख्त चेतावनी दी है।

भटहट क्षेत्र के बाल विकास परियोजना अधिकारी ने नोटिस जारी करते हुए कहा कि आंगनवाडी कार्यकत्री विजयलक्ष्मी यादव ने एक वर्ष पूर्ण होने बाद भी अपने केंद्र के लाभार्थी का अभी तक पोषण ट्रेकर पर पंजीकरण नही किया है जिसके कारण पोषण ट्रेकर एप पर आंगनवाडी केंद्र के लाभार्थियों की फीडिंग शून्य है। शासन द्वारा लगातार निर्देश के क्रम में आदेश जारी किये जा रहे है कि लाभार्थियों का शत-प्रतिशत ग्रोथ मॉनीटरिंग, टीएचआर, एनिमिया, वैक्सिनेशन, लो वर्थ वेट प्रतिमाह फीड किया जाए। जबकि इस सम्बंध में मुख्य सेविका ने आंगनवाडी कार्यकर्त्री से फोन पर संपर्क किया तो आंगनवाडी की तरफ से अभद्र तरीके से बात की गयी जिससे प्रतीत हो रहा है कि आंगनवाडी अपने कार्य के प्रति लापरवाह है और अभद्र भाषा से बात करना भी एक अनुशासनहीनता है।

सुपरवाइजर द्वारा फोन पर संपर्क करने पर आंगनवाडी कार्यकत्री विजयलक्ष्मी यादव द्वारा बताया गया कि वजन पंजिका खो गई है।साथ ही आंगनवाडी कार्यकत्री द्वारा न तो बच्चों का वजन किया जा रहा है और न ही पोषण ट्रैक पर फीडिंग की जा रही है। वितरण पंजिका नहीं होने से अनुपूरक पोषाहार के गबन की आशंका भी बढ गयी है। आंगनवाडी द्वारा दिए गये जवाब से लापरवाही सिद्ध होती है। इसीलिए आंगनवाडी कार्यकत्री को जारी नोटिस में मानदेय बाधित करते हुए तीन दिनों के भीतर स्पस्टीकरण प्रस्तुत करने को कहा है। अगर निर्धारित समय के भीतर जवाब नही मिलता है तो आंगनवाडी कार्यकत्री की सेवा समाप्ति के लिए पत्रावली अग्रसारित कर कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी ।

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