बजट2022 : आखिर क्या है तीन नयी योजनाए ? मिशन वात्सल्य, सक्षम आंगनबाड़ी और पोषण 2.0
आंगनवाडी न्यूज़
आजमगढ़ के सरायमीर कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रो में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा आंगनवाडी केन्द्रों में पंजीकृत लाभार्थियों को पुष्टाहार नही मिल रहा है वही स्थानीय क्षेत्र राजापुर सिकरौर, सदरपुर, जगदीशपुर, फत्तनपुर, रीवा सुल्तानपुर सहित दर्जनों गांव की आंगनबाडी कार्यकत्रियो का आरोप है कि ब्लाक की स्वयं सहायता समूह की महिलाओ ने आंगनबाड़ी केंद्र मिर्जापुर से दस जनवरी को ही उठान कर लिया है। लेकिन इस राशन का लाभ जनवरी महीने में लाभार्थियों को नही मिला है।सोमवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों ने सीडीपीओ को प्रार्थना पत्र देकर जांच कराने की मांग है ।
बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार ब्लोक गोदाम से राशन उठान के बाद तत्काल इसको आंगनबाड़ी के द्वारा वितरण किया जाना आवश्यक है। आंगनवाडी वर्करो ने बताया कि दो महीने में एक किलो व आधा किलो का डेढ़ सौ पैकेट चना दाल,पांच सौ एमएल का 96 पैकेट रिफाइन तेल,गेंहू दलिया,156 व आधा किलो गेंहू दिया जाता है।जबकि कोटेदार से चावल रिसीव करके देना होता है। लेकिन समूह की महिलाओ की इस लापरवाही के चलते आंगनवाडी केन्द्रों के लाभार्थियों को इस राशन से वंचित होना पड़ रहा है। आंगनवाडी वर्करो का ये भी कहना है कि कुछ जगहो पर समूह की महिलाओ ने आंगनवाड़ी को राशन रिसीव कराया है। लेकिन इस एवज में समूह की महिलाओ द्वारा पैसे की मांग की जाती है।
बजट2022 : आखिर क्या है तीन नयी योजनाए ? मिशन वात्सल्य, सक्षम आंगनबाड़ी और पोषण 2.0
नई दिल्ली वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को 2022-2023 के बजट में तीन नयी योजनाओ को लागू किया है इन नयी योजना में सक्षम आंगनबाड़ी योजना के तहत दो लाख आंगनबाड़ी केन्द्रों को अपग्रेड किया जाएगा। इसके तहत शुरुआती बाल विकास के लिए नई पीढ़ी की आंगनबाड़ी को बेहतर बुनियादी ढांचा और ऑडियो-विजुअल सहायता मुहैया कराना है।केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में देश भर के दो लाख आंगनबाड़ी केन्द्रों को सक्षम आंगनबाड़ी केन्द्र के रूप में विकसित किये जाने की घोषणा की है।
उत्तर प्रदेश के आंगनबाड़ी केन्द्रों को किया जायेगा अपग्रेड
वित्त मंत्री के बजट की घोषणा के अनुसार उत्तर प्रदेश के आंगनबाड़ी केन्द्रों को अपग्रेड किया जाएगा। उत्तर प्रदेश बाल विकास पुष्टाहार योजना की उप निदेशक आरती यादव ने बताया कि केन्द्रीय वित्त मंत्री की घोषणा के बाद अपने प्रदेश के भी कुछ आंगनबाड़ी केन्द्रों को उच्चीकृत किया जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि प्रदेश में जिन आंगनबाड़ी केन्द्रों में अभी तक शौचालय, बिजली, पेयजल आदि की मूलभूत सुविधा नहीं है, वहां ऐसी सुविधाओं का विकास किया जाएगा।
महिला और बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी केन्द्रों के प्रभारी मोहम्मद जफर खान ने बताया कि केन्द्रीय वित्त मंत्री की घोषणा के बाद अब विभाग पूरे प्रदेश में सर्वेक्षण अभियान चलाकर यह आंकड़े संकलित करेगा कि कहां किन आंगनबाड़ी केन्द्रों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है और कहां किन आंगनबाड़ी केन्द्रों के भवनों का जीर्णोद्वार करवाने की जरूरत है। इन आंकड़ों को संकलित कर उसकी रिपोर्ट केंद्र को भेजी जाएगी फिर केंद्र से स्वीकृति मिलने के बाद उन केन्द्रों पर सुविधाओं का तेजी से विकास करवाया जाएगा।
वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि सरकार ने महिला और बाल विकास मंत्रालय की योजनाओं को व्यापक रूप से नया रूप दिया है। इसके अनुरूप महिलाओं और बच्चों को एकीकृत लाभ प्रदान करने के लिए मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य, सक्षम आंगनबाड़ी और पोषण 2.0 योजनाओ को शुरू किया गया है । उन्होंने कहा कि सक्षम आंगनवाड़ी नई पीढ़ी की आंगनवाड़ी हैं, जिनके पास स्वच्छ ऊर्जा से संचालित बेहतर बुनियादी ढांचा और ऑडियो-विजुअल सुविधाएं हैं, जो प्रारंभिक बाल विकास के लिए बेहतर परिवेश प्रदान करती हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2022-2023 का बजट पेश करते हुए कहा कि इस अमृतकाल के दौरान महिला आधारित विकास कार्यों को देखते हुए सरकार ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की योजनाओं को पुनर्जीवित करने की कोशिश की है। महिलाओं और बच्चों को समेकित लाभ मिल सके, इसके लिए तीन योजनाओं मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य, सक्षम आंगनबाड़ी और पोषण 2.0 को शुरू किया जा रहा है और जल्द ही इन योजनाओ को आगे बढ़ाया जाएगा। सक्षम आंगनवाड़ी के तहत दो लाख आंगनवाड़ी केंद्रों को अपग्रेड किया जाएगा
सक्षम आंगनबाड़ी यह नई पीढ़ी की आंगनबाड़ी है। शुरुआती बाल विकास के लिए नई पीढ़ी की आंगनबाड़ी को बेहतर बुनियादी ढांचा व ऑडियो-विजुअल मदद मुहैया कराना है।
मिशन पोषण 2.0 पोषण तत्वों, डिलीवरी, पहुंच को मजबूत करने के लिए पोषण अभियान और सप्लीमेंटरी न्यूट्रीशियन प्रोग्राम को जोड़कर मिशन पोषण 2.0 लॉन्च करने की घोषणा की गई।
मिशन वात्सल्य इस योजना के तहत बच्चों के कल्याण के लिए काम किया जाएगा। मिशन वात्सल्य को मजबूती देने के लिए सक्षम आंगनबाड़ी और पोषण योजना मिलकर काम करेंगे
कोरोना योद्धाओं की सम्मान निधि के बजट में की गयी कटौती
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत कोरोना योद्धा के निधन पर उनके परिजनों को 50 लाख रुपये तक की सम्मान निधि दी जाती है। इस बार फ्रंटलाइन वर्कर्स व स्वास्थ्य कर्मचारियों के टीकाकरण को लेकर भी बजट नहीं दिया है। पिछले वर्ष यह 813.60 करोड़ रुपये था जो इस बार 226 करोड़ रुपये रह गया है।जबकि 2020 में यह बजट 136 करोड़ रुपये था। पिछले साल कोविड इमरजेंसी फंड के जरिए केंद्र ने राज्यों को 2,207.52 करोड़ रुपये दिए। इस बार बजट में इसे शामिल नहीं किया है। महामारी से जुड़ी तैयारियों में 638 करोड़ रुपये पिछले साल खर्च हुए थे।लेकिन इस बार बजट में इन्हें शामिल नहीं किया गया।