बाजार में पकोड़े की दुकान पर तेल मिलने के आरोप में सीडीपीओ सुपरवाइजर समेत दो निलंबित
आंगनवाडी न्यूज़
देवरिया जनपद के भाटपाररानी विकास खंड में चार दिन पूर्व अकटही बाजार चौराहे पर एक ठेला दुकान पर बाल विकास पुष्टाहार से मिलने वाले रिफाइन में पकौड़ा तल कर बेचने का वीडियो वायरल हुआ था। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर वितरण हेतु मिलने वाले तेल से बेचे गए पकौड़ा का वायरल वीडियो संज्ञान में लेते हुए शासन स्तर से वीडियो की सत्यता जानने के लिए महिला कल्याण बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिभा शुक्ला शुक्रवार को जिले में आई थीं। पकोड़ा का ठेला दुकानदार से पूछताछ के बाद मंत्री ने सोहनपुर के सभी आठ केंद्रों की आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों से एक-एक कर पूछताछ की। इस दौरान उन्होंने उनसे पूरा ब्यौरा लिया। राज्यमंत्री सबसे पहले अकटही बाजार में पकोड़ा वाले ठेला दुकानदार के पास पहुंची। जहां दुकानदार का बेटा मौजूद मिला मंत्री ने उससे रिफाइंड तेल के बारे में पूछताछ की लेकिन वह कुछ नहीं बता सका। इसके बाद दुकानदार को सोहनपुर आंगनवाड़ी केंद्र पर बुलाकर पूछताछ की लेकिन यह पूछने पर कि रिफाइंड किसने दिया उसका कहना था कि बेटे को किसी ने दिया था।
इसके बाद राज्यमंत्री ने मौजूद ग्रामीण लाभार्थियों से पूछताछ की राज्य मंत्री ने अपने बयान में कहा कि भाटपाररानी के अकटही बाजार में विभाग द्वारा लाभार्थियों में वितरण को दिये सोयाबीन ऑयल से ठेले पर पकौड़े तलने की शिकायत व वायरल वीडियो जांच में सही मिला है।
शुक्रवार को महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला के निर्देश पर डीएम ने आंगनबाड़ी केंद्र के मिले रिफाइंड ऑयल से ठेले पर पकौड़ा तलने के मामले में सीडीपीओ, सुपरवाइजर व दो आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को निलंबित कर दिया गया है। जबकि रिफाइंड खरीदने वाले दुकानदार और सहयोग करने वाले सीडीपीओ कार्यालय के प्राइवेट चपरासी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
शिकायत मिलने पर डीपीओ ने शहर के सीडीपीओ अजय कुमार नायक, सदर के सीडीपीओ दयाराम, प्रधान सहायक संतोष मिश्रा की तीन सदस्यीय टीम से जांच करायी। जांच रिपोर्ट में बनकटा ब्लॉक के सोहनपुर की आंगनवाड़ी कार्यकर्त्री श्रीमती देवी व इन्दु देवी द्वारा पोषाहार के दुरुपयोग की पुष्टि हुई है। सीडीओ रवीन्द्र कुमार के निर्देश पर 21 अप्रैल को इस मामले में बाल विकास परियोजना अधिकारी बनकटा गोपाल सिंह, मुख्य सेविका अनवारुन्निशा आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री इन्दु देवी व श्रीमती देवी तथा लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह बनकटा की अध्यक्ष को नोटिस जारी किया गया था। राज्य मंत्री ने बताया कि उनके द्वारा मौके का निरीक्षण किया गया। इसमें अनियमितता की पुष्टि हुई। इसके बाद बनकटा के सीडीपीओ गोपाल सिंह, मुख्य सेविका अनवारुन्निशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री इन्दु देवी व श्रीमती देवी को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही पकोड़े का ठेला लगाने वाले दुकानदार जवाहर और प्राइवेट चपरासी सुजीत के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश डीएम को दिए गए हैं।
पकोड़ा का ठेला लगाने वाले दुकानदार का वायरल विडियो देखे
सभी ब्लोक से एक एक आंगनवाडी केंद्र बनेंगे सक्षम आंगनवाडी केंद्र
राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी आंगनबाड़ी केंद्र आधुनिक सुविधाओं से युक्त अपने भवन में चलेंगे। सभी ब्लाकों में एक- एक आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि आंगनवाडी केंद्रों को गोद लें। कन्या सुमंगला योजना व विधवा पेंशन योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में लापरवाही नहीं मिलनी चाहिए।
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फंड से आंगनबाड़ी केंद्रों का आधुनिकीकरण व संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रेरित किए जाएंगे। उन्होंने राजेश कुमार को निर्देशित किया कि वे जनपद स्तर पर 28 अप्रैल तक पोषण वार रूम संचालित करना सुनिश्चित करें। जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्णकांत राय ने बताया कि 122 नए भवनों के निर्माण का प्रस्ताव शासन स्तर पर लंबित है।
रामपुर जनपद में राष्ट्रीय पोषण मिशन के अंतर्गत जनपद स्तर पर गठित समिति की बैठक में आगामी सात माह के लिए प्रस्तावित कुपोषण उन्मूलन की कार्य योजना को हरी झंडी दी गई है। इसके तहत जिला स्तर से लेकर ग्राम पंचायत स्तर पर जिम्मेदारी निर्धारित की गई है।
सुपोषित रामपुर की पहल के अंतर्गत अब तक सिर्फ गंभीर अति कुपोषित बच्चों को ही पोषण किट मुहैया कराई जा रही थी। पोषण किट के सकारात्मक परिणामों को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी के नेतृत्व में अब गर्भवती महिलाएं, किशोरी बालिकाओं और धात्री महिलाओं के स्वास्थ्य की जरूरतों के अनुसार इस कार्यक्रम के अंतर्गत आच्छादित करने का निर्णय लिया गया है। एनीमिया अथवा अन्य किसी कारणों से अस्वस्थ महिलाओं को चिन्हित करने के लिए आशा एएनएम एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 10 मई तक निर्धारित तिथियों में न्याय पंचायत वार शिक्षण दिया जाएगा जिसमें उन्हें विभिन्न प्रकार के कुपोषण की पहचान के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इन सभी को प्रशिक्षण देने के लिए मास्टर ट्रेनर तैयार किए जा रहे हैं। जिनकी ट्रेनिंग 26 अप्रैल को कराई जाएगी।
कार्ययोजना के अनुसार 20 मई तक ग्रामवार डेटा कलेक्शन और 30 मई तक स्क्रीनिंग कार्य को पूर्ण किया जाना है। जिले में कुपोषण की सभी श्रेणियों के डाटा को संरक्षित करने के लिए एक पोर्टल भी विकसित कराया जाएगा, जिसका उद्देश्य यह है कि लक्ष्य के सापेक्ष पोषण किटों का वितरण और महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार सहित अन्य सभी मानकों की मॉनिटरिंग संभव हो सके।