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मानदेय दिलाने के नाम पर सीडीपीओ ने मांगी 5 हजार की घूस

फर्रुखाबाद जनपद के विकास खण्ड राजेपुर मे ग्राम भुसेरा निवासी आंगनवाड़ी सहायिका नीलम देवी का पहले मानदेय रोका और उसके बाद मानदेय दिलाने के नाम पर सीडीपीओ ने पाँच हजार की घूस मांगी है। इस संबंध मे नीलम देवी ने डी एम से इसकी शिकायत दर्ज कराई है।

सहायिका नीलम देवी पत्नी शैलेन्द्र सिंह जनपद फर्रुखाबाद के गांव भुसेरा में बाल विकास विभाग मे आंगनबाडी सहायिका के पद पर कार्यरत है। नीलम देवी ने बताया कि 17 मई 2023 को तत्कालीन सीडीपीओ राजेपुर श्री संजय सचान व सुपरवाईजर श्रीमती सोना भदौरिया द्वारा आंगनबाडी केन्द्र का निरीक्षण किया गया था जिसमें निरीक्षण के दौरान नीलम देवी उपस्थित मिली थी।

कुछ समय बाद नीलम देवी अपना मानदेय निकालने के लिए एस०बी०आई० शाखा अमृतपुर में गयी तो वहां पता चला कि उनका मानदेय रूका हुआ है। उन्होने इस सम्बन्ध में जिला कार्यक्रम अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया। लेकिन उसके बाद भी मानदेय नही आया ।

मानदेय के लिए परेशान नीलम देवी ने वर्तमान समय में तैनात सीडीपीओ नवीन चन्द्र यादव से अपनी समस्या बताई तो उन्होने मानदेय दिलाने के लिए पाँच हजार रुपये मांगे तो उन्होने सीडीपीओ को पैसे दे दिये और कहा कि जनवरी 2024 मे आपका मानदेय आ जायेगा।

लेकिन जब जनवरी के मानदेय मे पुराने मानदेय का भुगतान नही हुआ तो नीलम के पति ने सीडीपीओ से फोन पर जानकारी मांगी तो नवीनचन्द्र ने नीलम के पति के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करना शुरू कर दिया जिसकी काल रिकार्डिंगनीलम के पास उपलब्ध है।

अब इस संबंध मे डीएम के आदेश पर डीपीओ ने सीडीपीओ से कार्यालय मे उपस्थित होकर सबूतो के साथ लिखित जवाब मांगा है। अब देखना है कि क्या मात्र 4 हजार रुपये मानदेय पर कार्य करने वाली सहायिका को मानदेय का भुगतान हो सकेगा? और ऐसे भ्रस्ट सीडीपीओ के खिलाफ कोई सख्त कार्यवाही होगी।

सहायिका नीलम द्वारा दिया गया प्रार्थना पत्र

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डीपीओ द्वारा जारी आदेश

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