लाभार्थियों के आधार सत्यापन में लापरवाही पर आंगनवाडी वर्करो पर गिरी गाज ,124 का मानदेय रोका
आंगनवाडी न्यूज़
ललितपुर केंद्र सरकार द्वारा चलायी जा रही पोषण ट्रैकर मोबाइल एप्लीकेशन पर आनलाइन पंजीकृत आंगनबाड़ी केंद्रों के लाभार्थियों का डाटा फीड न करने से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं का मानदेय रोका जा रहा है। विभागीय अधिकारियों ने इस कार्य में लापरवाही करने वाली वर्करो का मानदेय रोक दिया है और तय समय में फीडिंग और आधार वेरीफाई न होने पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए जा रहे है ।
जनपद में चलाये जा रहे नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में 1,124 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किये जाते है जिसमे गर्भवती महिलाओं, धात्रियों व बच्चो की देखरेख शिक्षा ,स्वास्थ्य आदि की जांच की जाती है इन केन्द्रों के माध्यम से आंगनवाडी कार्यकत्री और सहायिकाओं द्वारा शासन व विभागीय योजनाओं का लाभ लाभार्थियों को दिया जाता है। वर्तमान समय में सरकार कुपोषण को ख़त्म करने के लिए आंगनवाडी वर्करो की मदद से नई नई योजनाओ से लाभार्थियों को लाभावान्तित कर रही है।
बाल विकास द्वारा चल रही पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन पर आनलाइन पंजीकृत आंगनबाड़ी केंद्रों के लाभार्थियों (गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं, 06 माह से 03 वर्ष के बच्चों, 03 से 06 वर्ष के बच्चों, स्कूल नहीं जाने वाली 11 से 14 वर्ष की किशोरियों ) के आधार सत्यापन व 0 से 05 वर्ष के बच्चों की माह जुलाई 2022 में लंबाई, ऊंचाई व वजन का डाटा फीड कराया गया था लेकिन इस संबंधित डाटा आनलाइन फीड कराए जाने के कार्य की प्रगति रिपोर्ट बहुत ही ख़राब मिली है।
खराब रिपोर्ट के कारण राज्यस्तरीय रैंकिंग में पोषण ट्रेकर एप पर फीडिंग में जनपद का स्तर बहुत ही नीचे गिर गया है। जिसकी वजह से जिला स्तरीय अधिकारियो द्वारा पोषण ट्रेकर में फीडिंग के समबन्ध में आ रही समस्याओं के निराकरण को ब्लाकवार बैठक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं की बैठक आयोजित की गयी। लेकिन इतनी महत्वपूर्ण बैठक में काफी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं ने प्रतिभाग नहीं किया। जिले की बहुत आंगनवाडी द्वारा पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन पर लाभार्थियों का डाटा ही फीड नहीं किया गया। जिसके कारण इस बैठक में शामिल नहीं होने और काम नहीं करने वाली कुल 124 आंगनवाडी वर्करो का मानदेय रोका गया है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि फीडिंग की स्थितियों को सुधारने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे है। जिले के विभागीय अफसरों द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो व सहायिकाओं को निर्देश जारी किए गये थे लेकिन इन आदेशो पर आंगनवाडी वर्करो द्वारा घोर लापरवाही बरती गयी जिसकी वजह से बिरधा विकास खण्ड में 18, तालबेहट ब्लाक में 30, शहर में 16 और जखौरा में 60 मिलाकर कुल 124 आंगनवाडी वर्करो के खिलाफ कार्यवाही की गयी है।
बाल विकास विभाग आंगनवाडी केंद्र को नहीं देता पर्याप्त राशन
उरई जनपद के माधौगढ़ क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्र मडो़री प्रथम में विभाग द्वारा वितरण किये जाने वाला राशन नहीं मिल रहा है। स्थानीय केंद्र का संचालन करने वाली आंगनवाडी कार्यकत्री विजया ने बताया कि उनके केंद्र पर तीन माह से तीन वर्ष तक 43 ,तीन वर्ष से 6 वर्ष तक 40 बच्चे पंजीकृत हैं। इस आंगनबाड़ी केन्द्रों में तीन माह से तीन वर्ष तक के बच्चो को एक किलो चना दाल,एक किलो दलिया,500 ग्राम तेल का पैकेट प्रति बच्चा तीन वर्ष से 6 वर्ष तक के बच्चो को 500-500 ग्राम के दाल व दलिया के पैकिट प्रति बच्चा दिया जाता हैं जबकि विभाग द्वारा मात्र 12-12 बच्चो का राशन की आपूर्ति की गयी है कम राशन मिलने के कारण विवादों की स्थिति बन जाती है
साथ ही उनके आंगनवाडी केन्द्र में 20 गर्भवती महिला पंजीकृत हैं जिसमे मात्र 14 महिलाओं के पोषाहार प्राप्त हुआ है। जबकि नियमानुसार प्रत्येक गर्भवती महिला को प्रति माह एक किलो दाल, डेढ़ किलो दलिया,500ग्राम का पैकिट दिया जाता हैं।
दो माह से डाटा फीड न करने वाली आंगनवाडी का मानदेय रोका जाये
मुरादाबाद देहात के भगतपुर क्षेत्र के सीडीपीओ राजेश कुमार ने पोषण ट्रैकर एप पर आंगनवाडी केन्द्रों के लाभार्थियों का आधार वेरीफिकेशन एवं वजन लंबाई फीड न करने के सम्बन्ध में जिला कार्यक्रम अधिकारी को पत्र लिखा है जिसमे आंगनवाडी वर्करो द्वारा फीडिंग का कार्य प्रगति बहुत ही ख़राब की जानकारी दी गयी है इसीलिए फीडिंग कार्य में लापरवाही करने वाली आंगनवाड़ी वर्करो का मानदेय रोका दिया जाये जनपद में आंगनवाडी वर्करो ने संभव अभियान के अंतर्गत माह जून से जुलाई माह के अंत तक की कोई फीडिंग भी नही की है इसीलिए ये सख्त कदम उठाया गया है
राजेश कुमार ने डीपीओ को लिखे पत्र में अवगत कराया है कि आंगनबाड़ी वर्करो को पोषण ट्रेकर एप का सेक्टर व परियोजना कार्यालय पर आधार फीडिंग एवं वेरिफिकेशन के विषय में 8 माह से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में बताया गया था कि 0 से 06 वर्ष के बच्चों एवं अन्य लाभार्थियों का वजन पोषण ट्रेकर एप पर हर रोज फीड किया जाए। क्षेत्रीय सुपरवाइजर भी व्हाट्सएप के माध्यम से प्रतिदिन पोषण ट्रैकर एप की प्रगति के बारे में सूचित कर रही हैं। लेकिन कुछ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पोषण ट्रैकर एप पर लाभार्थियों का आधार वेरिफिकेशन एवं बच्चों का पोषण ट्रैकर एप्स वजन और लंबाई बिल्कुल भी फीड नहीं की है। जिससे इन आंगनवाडी वर्करो के पोषण ट्रेकर एप पर लापरवाही की जानकारी मिली है जिसके कारण इन आंगनवाडी का मानदेय रोके जाने के सम्बन्ध में पत्र लिखा गया है।