वेस्ट मटेरियल से केन्द्रों को सजाने में लगेंगी कार्यकत्री
आंगनवाडी न्यूज़
अयोध्या जनपद के बीकापुर क्षेत्र में अब आंगनवाड़ी कार्यकर्त्री और सहायिका अपने आंगनबाड़ी केंद्रों को सजाने संवारने के लिए वेस्ट मटेरियल का प्रयोग करेगी। क्षेत्र के बाल विकास परियोजना अधिकारी राजेश कुमार गुप्त की तरफ से बाल विकास परियोजना कार्यालय पर आंगनबाड़ी वर्करो को प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।
बाल विकास परियोजना अधिकारी राजेश कुमार गुप्त ने कहा कि बाल विकास विभाग की तरफ से आंगनबाड़ी केंद्रों की साज-सज्जा और संवारने के लिए कोई अलग से बजट जारी नही किया जाता है। इसीलिए आंगनवाडी केन्द्रों की दशा जल्दी ही खराब होने लगती है जिसके कारण आंगनवाडी केन्द्रों पर समस्या बढ़ने लगती है। चूँकि आंगनबाड़ी केंद्र पर छोटे बच्चों और महिलाओ का आना जाना रहा है इसीलिए आंगनवाडी केन्द्रों को आकर्षित करने के लिए साज- सज्जा सवारने के लिए पहल की जा रही है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी के अनुसार घर में रद्दी वस्तुओं को कूड़े के साथ फेंक दिया जाता है जिसका उपयोग किया जा सकता हैं। इन्ही फेंक देने वाली वस्तुओं को सजा संवार कर आंगनबाड़ी केंद्र की साज सज्जा के लिए प्रयोग में लाया जा सकता है। समाचार पत्रों एवं मैगजीन में भी तमाम प्रेरणादायक और उपयोगी चित्र प्रकाशित होते हैं। जिससे बच्चे आकर्षित होते हैं, जिसकी कटिंग करके आंगनबाड़ी केंद्र की दीवारों को सजाया जा सकता है। घर से निकलने वाले अन्य वेस्ट मटेरियल का भी प्रयोग किया जा सकता है। इन अखबार की कटिंग से बच्चों को एक प्रेरणा शिक्षा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसीलिए इन वेस्ट मेटेरियल से आंगनवाडी केन्द्रों की दशा सुधारने के लिए क्रमवार प्रशिक्षण देकर प्रेरित किया गया है।
बिना किसी निर्देश और बजट के आंगनवाडी करा रही पौधरोपण
रामपुर जनपद में शासन के निर्देश पर वृहद पौधरोपण अभियान शुरू किया जा रहा है। इस अभियान में बाल विकास विभाग की तरफ से कोई आदेश जारी नही किया गया है लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां बिना किसी निर्देश या बजट के स्वैच्छिक पौधारोण अभियान चला रही हैं। आंगनवाडी वर्करो का कहना है कि यह अच्छा और सराहनीय कदम है। इससे लोगों को सीखना चाहिए। और आंगनवाडी वर्करो को उम्मीद है कि बाल विकास विभाग भी उन्हें सम्मानित करेगा।
कार्यकत्रियों का कहना है कि यह पर्यावरण के प्रति उनका दायित्व है और खास मकसद लोगों को इस ओर जागरूक करना है। उन्हें न तो बाल विकास विभाग ने किसी प्रकार का कोई निर्देश आंगनबाड़ियों को दिया है और न ही कोई बजट इसके लिए जारी किया गया है। लेकिन आंगनवाडी कार्यकत्रियां अपना कर्तव्य समझते हुए अपने खर्च पर गांव में पौधरोपण करा रही हैं।
जिले के शाहबाद क्षेत्र में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा पर्यावरण सुधारने का बीड़ा उठाया है। पर्यावरण संतुलन के लिए न सिर्फ वे स्वैच्छिक पौधरोपण के लिए आगे आई हैं, बल्कि बच्चे की तरह इनका लालन-पोषण भी करेंगी। जबकि आंगनबाड़ी वर्कर बिना विभागीय निर्देश के खुद ही इस काम के लिए आगे आई हैं। आंगनवाडी वर्करो द्वारा अपने स्थानीय गांवों में पौधरोपण शुरू करा दिया गया है।
शाहबाद क्षेत्र के बाल विकास परियोजना अधिकारी ओपी विमल ने बताया कि शाहबाद में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने स्वैच्छिक अभियान शुरू किया है। उन्होंने खुद ही आपसी चर्चा से गांव-गांव पौधरोपण का जिम्मा लिया है। वर्तमान में शाहबाद ब्लॉक में 335 आंगनबाड़ी वर्कर कार्यरत हैं। इसमें अगर हर आंगनवाडी वर्कर बीस पौधे भी रोपेगी तो लगभग सात हजार पौधे रोपे जा सकते है