पीलीभीत जनपद के पूरनपुर ब्लॉक मे गांव सुआबोझ परिषदीय स्कूल परिसर में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र के भवन को स्कूल का कक्ष बताते हुए स्कूल के शिक्षक ने गेट पर ताला लगा दिया। जिसकी वजह से आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चो को केंद्र के बाहर बैठना पड़ा। आंगनवाड़ी केंद्र से बच्चो को बाहर निकालकर ताला डालने के संबंध में शिक्षक और आंगनवाड़ी कार्यकत्री में काफी कहासुनी भी हुई। जिस पर स्कूल और अन्य लोगों ने दोनों को शांत कराया। बच्चो को बाहर बिठाने को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकत्री ने शिक्षक की मनमानी की शिकायत सीडीपीओ से की है। शिकायत को गंभीर लेते हुए सीडीपीओ नीरज कुमार ने बीईओ को इस मामले की जानकारी दी और मौके पर जाकर आंगनवाड़ी केंद्र के ताले खुलवाए।
ये पूरा मामला जनपद पीलीभीत के पूरनपुर क्षेत्र के गांव सुआबोझ का है। इस गांव के प्राथमिक स्कूल के परिसर में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किया जाता है। आंगनवाड़ी केंद्र की कार्यकत्री शकुंतला देवी का कहना है कि इस स्कूल मे नौ जुलाई 2009 से आंगनवाड़ी केंद्र का संचालन इसी भवन में होता चला आ रहा है। आंगनवाड़ी कार्यकत्री का आरोप है कि स्कूल में कार्यरत इंचार्ज शिक्षक आए दिन आंगनवाड़ी केंद्र से उन्हें और केंद्र के बच्चो को बाहर निकालकर भगा देते हैं।
सोमवार को भी शिक्षक द्वारा भवन में बैठकर पढ़ाई कर रहे नौनिहालों को बाहर निकालकर गेट पर ताला डाल दिया। जिस पर आंगनवाड़ी कार्यकत्री के विरोध करने पर शिक्षक ने इस आंगनवाड़ी भवन को स्कूल का अतिरिक्त कक्ष बताया। बाहर निकालने के बाद आंगनवाड़ी कार्यकत्री केंद्र के बच्चो को भवन के बाहर बैठकर शिक्षक की मनमानी को विरोध करने लगी। इस दौरान दोनों में खूब बहसबाजी भी हुई। बाद में कुछ लोगों ने पहुंचकर दोनों को शांत कराया।
जनपद के पूरनपुर ब्लॉक के सीडीपीओ नीरज कुमार का कहना है कि आंगनवाड़ी कार्यकत्री ने इस मामले की जानकारी बाल विकास परियोजना अधिकारी को देकर शिकायत की है। आंगनवाड़ी कार्यकत्री की शिकायत पर क्षेत्र के बीईओ से वार्ता कर शिक्षक की मनमानी की शिकायत की गई है। गाँव मे स्कूल परिसर में बाल विकास द्वारा बना भवन आंगनबाड़ी केंद्र है जिसका पिछले कई सालों से संचालन होता चला आ रहा है। शिक्षक गलत तरीके से उस भवन को स्कूल का अतिरिक्त कक्ष बता रहा है। शिकायत पर मौके पर जाकर आंगनवाड़ी भवन के ताले खुलवा दिए गए हैं।