बस्ती जिले में बाल विकास विभाग द्वारा 2655 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किये जा रहे हैं। इन केन्द्रों का संचालन की स्थिति देखि जाए तो कछ केंद्रों को अपना भवन मिल चूका हैं और कई आंगनवाडी केंद्र परिषदीय विद्यालय व पंचायत भवनों में चल रहे हैं। लेकिन अभी भी विभिन्न योजनाओं, मनरेगा, क्षेत्र पंचायत आदि से कुछ भवनों के निर्माण कार्य स्वीकृत होने के बाद भी निर्माण कार्य शुरू तो हो गया लेकिन पांच से छह साल बीतने के बाद अभी तक निर्माण कार्य पूर्ण नही हो सका है
कुदरहा ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम पंचायत सिद्धनाथ में 2015-16 में छह लाख रुपये की लागत से बन रहा मिनी आंगनबाड़ी केंद्र अभी तक अधूरा है। पांच वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद भी आंगनबाड़ी केंद्र पर शौचालय, किचन और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं हुई और न ही रंगाई-पुताई का काम पूर्ण हुआ है। इसमें 26 अधूरे भवनों के निर्माण कार्य को पूरा कराने के लिए अधिकारी प्रयासरत हैं
जिले के अलग अलग ब्लॉक में आंगनवाडी केन्द्रों की स्थिति
मानिकचंद विकास खण्ड सांऊघाट के सांसद आदर्श ग्राम पैंड़ा खरहरा में भी निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्र आधा अधूरा बना है। इस आंगनबाड़ी केन्द्र का मुख्य दरवाजा लगा दिया गया था लेकिन अब यह भी खराब हो चुका है। आंगनवाडी भवन के शौचालय में न तो दरवाजा लगा और न ही सीट लग पाई है। जबकि आंगनबाड़ी भवन के खिड़कियों पर दरवाजे भी नहीं लगे हैं। केंद्र का फर्श भी टूट गया हैं। भवन में अभी तक बिजली की वायरिंग भी नहीं हुई है। ग्राम प्रधान सुभाषचन्द निरंकारी का कहना है कि इस भवन के निर्माण कार्य को पूरा कराने के लिए सीडीओ को प्रार्थना-पत्र दे दिया गया है ।
बनकटी ब्लॉक में पंचवर्षीय परियोजना के 2015-16 में संस्था ग्राम पंचायत से आगनबाड़ी केन्द्र भरवलिया का निर्माण कराया गया था। लेकिन अभी भी छह साल के बाद भी भवन निर्माणाधीन है। आंगनवाडी भवन तैयार करने के बाद सामने के दो गेट लगाने के बाद कोई कार्य ही नही किया गया। आंगनवाडी भवन में अभी तक कोई साजसज्जा ही नही की गयी है।और न ही आंगनवाडी भवन में कहीं भी टाइल्स ही लगी है। ग्रामीणों का कहना है कि 2016 में जिस ग्राम प्रधान द्वारा भवन तैयार कराया जा रहा था अब उनकी प्रधानी चली गयी है। और उसके बाद यह ग्राम पंचायत नगर पंचायत बनकटी में शामिल हो गया। जिसके कारण इस आंगनवाडी भवन की दुर्दशा हो गयी ।
हर्रैया ब्लॉक के ग्राम अमारी प्राथमिक विद्यालय परिसर में वर्ष 2016-17 में क्षेत्र पंचायत निधि से स्वीकृत 7.5 लाख रुपये की लागत से तैयार होने वाले आंगनबाड़ी केंद्र की अभी तक केवल दीवार ही खड़ीहो सकी है। इस बाबत सीडीपीओ का कहना है कि आंगनवाडी भवन तैयार न होने के बारे में कई बार जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से पत्राचार किया गया है लेकिन अभी तक कोई संतोषजनक जवाब नही मिला है। इस बारे में जिला कार्यक्रम अधिकारी सावित्री देवी ने बताया कि योजना के तहत पहली किस्त तो मिली, लेकिन भवन निर्माण में दूसरी किस्त द्वारा पूर्ण कराया नही जा सकता
भानपुर क्षेत्र के रामनगर ब्लॉक में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की तरफ से मल्टी सेक्टोरियल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत वर्ष 2016-17 में कुल 18 व वर्ष 2017-18 में कुल सात आगंनबाडी केन्द्रों का निर्माण शुरु कराया गया था। लेकिन परियोजना रामनगर के 25 गांवों में अभी भी आगंनबाडी केन्द्रों का निर्माण अधूरा है।
जिले की डीपीओ सावित्री देवी ने बताया कि 26 अधूरे भवनों का निर्माण कार्य पूरा कराने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। सीडीओ की तरफ से भी ब्लॉकों व निर्माण संस्था को पत्र भेजा गया है। इसीलिए अब जल्द ही इन आंगनवाडी भवनों के निर्माण कार्य पूरा होने की पूरी संभावना है।