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आंगनवाडी के मानदेय बढ़ोत्तरी में इन्होने निभाया अहम किरदार ,महिला होकर महिला का दर्द समझा

आंगनवाडी न्यूज़

उत्तराखंड में धनतेरस का दिन आंगनबाड़ी वर्करों को दोहरी खुशी मिली एक तरफ जंहा दिन में जहां विभागीय मंत्री रेखा आर्य ने प्रोत्साहन पैकेज के तहत घोषित दो-दो हजार रुपये अक्तूबर माह के लिए उनके खाते में जारी किए। वहीं शाम को मुख्यमंत्री के निर्देश पर विभाग ने मानेदय वृद्धि के आदेश जारी कर दिए हैं। अब मुख्य आंगनबाड़ी को कुल 9300, मिनी को 6250 और सहायिका को 5250 रुपये प्रतिमाह मानेदय मिलेगा।

आंगनबाड़ी वर्करों ने मानदेय बढ़ने की खुशी में यमुना कॉलोनी स्थित रेखा आर्य के आवास पर एकत्र होकर जश्न मनाया। वर्करों को बधाई देते हुए रेखा आर्य ने कहा कि सरकार आंगनबाड़ी वर्करों की समस्याओं को लेकर गंभीर है। इसी कारण मानदेय में अब तक की सबसे ज्यादा वृद्धि की गई है। सीएम ने प्रोत्साहन पैकेज जारी करने में भी वर्करों का ध्यान रखा। इसके बाद आंगनबाड़ी वर्करों ने आर्य की अगुवाई में सीएम आवास जाकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया।

मानदेय बढ़ोत्तरी का शासनादेश

उत्तराखंड सरकार ने 35 हजार से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दीपावली पर मानदेय बढ़ोतरी का तोहफा दिया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का 1800 रुपये एवं मिनी व सहायिकाओं का 1500 रुपये मानदेय बढ़ाया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इसका शासनादेशभी जारी कर दिया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सीएम आवास पहुंचकर मुख्यमंत्री का आभार जताया और ढोल नगाड़ों की धुन के साथ खुशी जताई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आश्वासन दिया था कि दीपावली से पहले सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के हित में निर्णय लेगी। वहीं, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य की ओर से भी इसके लिए प्रयास किए जा रहे थे। हालांकि पूर्व में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय मात्र 500 रुपये बढ़ाए जाने का प्रस्ताव था, लेकिन सरकान ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 7500 से बढ़ाकर 9300 रुपये, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 4550 से बढ़ाकर 6250, सहायिकाओं का मानदेय 3550 रुपये से बढ़ाकर 5250 रुपये किया है। शासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि मानदेय वृद्धि की दरें जीओ जारी होने की तिथि से ही लागू होंगी।

बाल विकास मंत्री का बयान: एक महिला होने के नाते महिला का दर्द समझा

महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य के मुताबिक महिला होने के नाते वे आंनबाड़ी कार्यकर्ताओं का पूरा सम्मान करती हैं। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं को सुना। कैबिनेट में भी उनकी मानदेय बढ़ोतरी की सैद्धांतिक सहमति बनी थी।

सीएम आवास पर आयोजित कार्यक्रम में विभागीय मंत्री रेखा आर्य ने खुद ढोल बजाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई की और उनकी खुशी में खुद को शामिल कर अपनी बहन बताया। मंत्री ने कहा कि सरकार ने जो कहा उसे पूरा किया है। मुख्यमंत्री ने उनके संबंध में की घोषणा को पूरा कर उन्हें बड़ा तोहफा दिया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलनरत थे।

मानदेय बढ़ोत्तरी में विभागीय मंत्री ने निभाया अहम् रोल

उत्तराखंड की 35 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य लगातार कोशिश कर रही थीं, उनके प्रयास आखिरकार रंग लाए। सरकार ने इधर फैसला लिया और उधर शासनादेश भी जारी कर दिया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सहायिकाओं को विभागीय मंत्री होने के नाते रेखा आर्य भरोसा दे चुकी थीं। विभाग के स्तर पर मानदेय बढ़ोतरी का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया। उनके इन्हीं प्रयासों का नतीजा रहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने आंदोलन को स्थगित किया। हालांकि वे कैबिनेट की बैठक में फैसले की उम्मीद कर रही थीं। लेकिन कैबिनेट ने मानदेय बढ़ोतरी का अधिकार मुख्यमंत्री को दे दिया। कैबिनेट मंत्री आर्य के प्रयासों के चलते मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का आश्वासन दिया कि वह दिवाली से पहले उन्हें मानदेय बढ़ोतरी की सौगात देंगे। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने मानदेय बढ़ोतरी का फैसला किया और महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग ने इसका आदेश जारी कर दिया। आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के मानदेय बढ़ाने की घोषणा के बाद आंदोलन समाप्त कर कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास में ढोल नगाड़ों के साथ जश्न मनाया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि इससे 35 हजार से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मिनी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को लाभ मिलेगा। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मंत्री रेखा आर्य का आभार जताया।

प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर 28 सितंबर से कार्य बहिष्कार पर थीं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी के मुताबिक आंदोलन के दौरान मुख्यमंत्री ने उनका मानदेय बढ़ाने का आश्वासन दिया था। जो सरकार ने पूरा किया।


प्रदेश में आंगनवाडी केन्द्रों को खोलने की उम्मीद बढ़ी

स्कूल कॉलेज के बाद सरकार अब आंगनबाड़ी केंद्र भी फिर खोलने जा रही है। दिवाली के बाद डेढ़ साल से बंद आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन शुरू हो सकता है। सरकार ने इसके लिए सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी है। प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 20 हजार से अधिक है, जहां तीन से छह साल के करीब 1.70 लाख बच्चे पंजीकृत हैं। कोविड काल से पहले इन केंद्रों पर बच्चों को नियमित पोषाहार उपलब्ध कराया जाता था। साथ ही यहां बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच भी होती थी। लेकिन कोविड के कारण आंगनबाड़ी केंद्र मार्च 2020 में बंद करने पड़े थे। अब मंगलवार को सचिव महिला बाल विकास की तरफ से जिलाधिकारियों से इस पर रिपोर्ट देने को कहा गया है।

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