आंगनवाड़ी वर्करो की भर्ती में लेटलतीफी से केंद्रों की हालत खराब
आंगनवाड़ी न्यूज़
अमेठी केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्म्रती ईरानी का संसदीय क्षेत्र होने के चलते नंद घर और आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा हैं लेकिन विभाग मे सभी वर्गो के वर्करो की कमी बनी हुई है। हर सुपरवाइजर तीन-तीन आंगनवाड़ी केंद्र की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।
देखा जाये तो जनपद के डीएम ने गौरीगंज के दरपीपुर के आंगनवाड़ी केंद्र को गोद लिया था। अब इन केन्द्रो को नंद घर का रूप दे दिया गया है। इन आंगनवाड़ी केन्द्रो मे दो दो सेंटरों का चार्ज एक आंगनवाड़ी संभाल रही है डीपीओ संतोष सिंह का कहना है कि स्टाफ की कमी की समस्या सिर्फ जिले ही नहीं पूरे प्रदेश मे है । लेकिन इस सीमित स्टाफ में बेहतर कार्य किया जा रहा है। भर्तियों का खाका शासन को भेजा जा चुका है जल्द ही वर्करो की समस्या दूर की जाएंगी बाल विकास परियोजना अधिकारी विनय सिंह का कहना है कि ब्लॉक मे 30 नए आंगनवाड़ी केंद्र बनाये गये हैं बाकी बचे केन्द्रो का प्रस्ताव भेजा गया है।
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बच्चो को शिक्षित करने व उनके स्वास्थ्य की देखभाल के लिए जिले मे 1949 आंगनबाड़ी केंद्र बनाये गये हैं। इन केन्द्रो पर 1452 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ही नियुक्त है। जबकि 1614 केन्द्रो की सहायिकाओं के सापेक्ष मात्र 1060 सहायिकायें ही कार्यरत हैं। जबकि जिले के चार ब्लाकों में सीडीपीओ को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इन केन्द्रो की निगरानी करने वाली 68 सुपरवाइजर के सापेक्ष मात्र 23 सुपरवाइजर ही कार्य कर रही हैं। इनमे 45 सुपरवाइजर के पद रिक्त हैं शासन द्वारा सुपरवाइजर के पदो पर भर्तिया निकाली गयी थी लेकिन ये भर्ती भ्रस्ताचर की वजह से अटकी हुई है ।
आंगनवाड़ी भवन मे पुलिस चौकी का मामला गरमाया
प्रतापगढ़ जनपद के ग्राम पंचायत मंगरौरा में आंगनबाड़ी भवन मे पुलिस चौकी का संचालन का मामला वायरल होने के बाद सीडीपीओ अस्थाई कमरा तलाश रहे हैं। अब इनका मकसद है कि आंगनबाड़ी भवन से पुलिस चौकी हटने तक पंजीकृत नौनिहालों को अस्थाई कमरे में पढ़ाया जाए जबकि पुलिस अधिकारी के निर्देश पर मंगरौरा बाजार में पुलिस चौकी संचालित करने के लिए दूसरे विकल्प की तलाश शुरू हो गई है।
आंगनबाड़ी केंद्र के पंजीकृत सैकड़ों नौनिहाल सरकारी सुविधाओं व पढ़ाई से वंचित हैं। स्थानीय क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा छह महीने पहले सीडीपीओ से शिकायत की गयी थी लेकिन अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे थे। अब खबर वायरल होने के बाद प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी ने भवन खाली कराने के लिए सीओ सर्किल व एसडीएम पट्टी को पत्र लिखकर सहयोग मांगा है और सीडीपीओ को नोटिस भेजकर इस मामले की पूरी रिपोर्ट व स्पष्टीकरण मांगा गया है । नोटिस मिलने के बाद सीडीपीओ ने सक्रियता दिखाते हुए आंगनबाड़ी केंद्र संचालित करने के लिए अस्थाई कमरे की तलाश शुरू कर दी है। सीडीपीओ ने अस्थाई तौर पर केंद्र संचालन के लिए कमरा तलाशने में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुनील कुमार से सहयोग मांगा है। खबर लिखे जाने तक कमरा उपलब्ध नहीं हो सका है।