प्राइवेट हॉस्पिटल और घर पर जन्मे बच्चों की सूची तैयार करेंगी आंगनवाड़ी
आंगनवाड़ी न्यूज
मथुरा जिले में बाल विकास विभाग द्वारा नवजात बच्चों की सूची तैयार की जाएगी।इसके लिए आंगनवाड़ी वर्कर घर घर सर्वे कर सूची बनाते हुए अपनी परियोजना के अधिकारी को प्रेषित करेंगी।
जिलाधिकारी की अध्यक्षता मे 13 मई को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक मे डीएम द्वारा 1 जनवरी 2024 के बाद प्राइवेट हॉस्पिटल और घर पर जन्मे बच्चों की सूची बनाई जाएगी।
इस सूची में नए जन्मे बच्चों का विवरण तैयार कर सीडीपीओ को भेजा जाएगा। इस सूची में बच्चो की जन्म तिथि से लेकर माता,पिता का नाम , अभिभावकों का मोबाइल नंबर और बच्चे का पता सहित जानकारी विवरण सूची मे दर्ज की जायेगी।
डीपीओ द्वारा जारी इस आदेश के अनुसार नवजात बच्चो की जानकारी के आधार पर ही नवजात बच्चो के जन्म प्रमाण पत्र की कार्यवाही की जाएगी। इसलिए अब आंगनवाड़ी वर्करों को जिले के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल और घर पर जन्म लेने वाले बच्चो की सूची बनानी होगी।
वैसे अब तक इन मामलों में ये कार्य स्वास्थ्य विभाग की आशा वर्करों का होता है । क्योंकि आशा वर्कर सरकारी हॉस्पिटल हो या प्राइवेट हॉस्पिटल या किसी बच्चे का घर पर जन्म होता है तो उसका पूरा रिकॉर्ड क्षेत्र की आशा वर्कर के पास होता है।
आशा वर्कर का अपने क्षेत्र की गर्भवती महिला की डिलीवरी कराने के लिए सरकारी अस्पताल तक पहुंचाना ही मुख्य कार्य होता है।
डिलिवरी के बाद सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने से लेकर बच्चो के टीकाकरण कराना ही उसके कार्य क्षेत्र में आता है जिसके लिए शासन से उसे एक निश्चित कमीशन मिलता है।