आंगनवाडी केन्द्रों पर कम राशन मिलने पर सुपरवाइजर पर कार्यवाही तय
आंगनवाडी न्यूज़
पीलीभीत जनपद में जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में दी गयी शिकायत के आधार पर लाभार्थियों को ड्राई राशन वितरित न किए जाने को लेकर पूरनपुर तहसील क्षेत्र के मुरैनिया गांधीनगर की आंगनबाड़ी कार्यकत्री से धनराशि की रिकवरी के आदेश दिए गये है।
जिले के पूरनपुर के सीडीपीओ ने ट्रांस शारदा क्षेत्र के गांव मुरैनिया गांधीनगर में आंगनबाड़ी केंद्र पर खाद्य सामग्री का वितरण न किए जाने की पूरे प्रकरण की जांच रिपोर्ट सौंप दी। जांच रिपोर्ट के आधार पर मुरैनिया गांधीनगर की आंगनबाड़ी कार्यकत्री से 4205 रुपये धनराशि के रिकवरी के आदेश जारी कर दिए गए। जिला कार्यक्रम अधिकारी को दी गयी शिकायत में आंगनवाडी केन्द्रों के लाभार्थियों को राशन न बांटने का आरोप लगाया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि लाभार्थियों की शिकायत पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री से धनराशि के रिकवरी के आदेश कर दिए गए हैं।
आंगनवाडी कार्यकत्रियो से मांगी जा रही सूची
स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2022-23 के लिए बच्चों के कक्षा एक में प्रवेश के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के प्रधानाध्यापक और शिक्षक डोर टू डोर अभियान चला रहे हैं। इन परिषदीय स्कूल परिसर में चलाये जा रहे आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को भी खाद्य सामग्री दी जाती है। आंगनवाडी केन्द्रों के बच्चो की निर्धारित आयु होने पर परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक में बच्चों को प्रवेश दिलाया जाता है। इस समबन्ध में जिला कार्यक्रम अधिकारी अरविंद कुमार ने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकत्रियो से बच्चों के प्रवेश लेने की सूची मांगी है। सूची के आधार में निर्धारित आयु वाले बच्चो का प्राथमिक विद्यालयों में एडमिशन दिलाया जायेगा
आंगनवाडी केंद्र में संचालित किया जा रहा आयुर्वेदिक अस्पताल
बहराइच जनपद में आंगनवाडी केंद्र में ही आयुर्वेदिक अस्पताल का संचालन किया जा रहा है जिले में आयुर्वेदिक अस्पताल के खुद के भवन ही नही है ये अस्पताल बदहाली के दौर से गुजर रहे हैं। कहीं अस्पताल के पास खुद का भवन नहीं है तो कहीं चिकित्सकों का अकाल है।
जिले के विकास क्षेत्र सिरसिया के जोखवा बाजार में वर्ष 2006 में राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय की स्थापना की गई थी। जिससे लोगों को प्राथमिक स्तर पर आयुर्वेदिक उपचार मुहैया कराया जा सके। अस्पताल के लिए भवन का निर्माण नहीं कराया गया था और वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर अस्पताल को आंगनबाड़ी केंद्र के भवन में संचालन शुरू कर दिया गया। शुरुवात में स्वास्थ्य विभाग द्वारा योजना बनायीं गयी थी कि जब तक भवन की व्यवस्था नहीं होती है तब तक आंगनबाड़ी केंद्र के भवन में अस्पताल का संचालन होता रहेगा और जब भवन की व्यवस्था हो जाएगी तब अस्पताल की स्थानांतरित कर लिया जाएगा। लेकिन 16 साल बीत चुके है फिर भी आयुर्वेदिक अस्पताल को खुद का भवन नसीब नहीं हुआ है। इतना ही नहीं जिस आंगनबाड़ी केंद्र में अस्पताल का संचालन किया जा रहा है उसका भवन भी काफी जर्जर अवस्था में है। वंही इस सम्बंद में चिकित्साधिकारी अभिषेक वर्मा का कहना है कि यह राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल चार बेड का है पर खुद का भवन न होने के कारण आंगनबाड़ी केंद्र में अस्पताल चल रहा है।
आंगनवाडी केन्द्रों पर कम राशन मिलने पर सुपरवाइजर पर कार्यवाही तय
आगरा उत्तर प्रदेश की महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री बेबी रानी मौर्य ने मंगलवार को जिले के विकास खंड बरोली अहीर पहुचकर मदर एंड चाइल्ड वेइंग स्केल, ड्राई राशन वितरण अन्नप्राशन एवं गोदभराई कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान बाल विकास मंत्री ने बरौली अहीर विकास खंड कार्यालय में महिलाओं की गोद भराई कर ड्राई राशन वितरित किया पांच धात्री को भी राशन दिया गया ।साथ ही 48 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को चाइल्ड वेट मशीनें दी गईं।
इस कार्यक्रम में मंत्री बेबी रानी मौर्य ने गर्भवती महिलाओं से उनके स्वास्थ्य के सम्बन्ध में बातचीत करते हुए बताया कि सरकार ने बच्चे का अन्नप्राशन होने की एक शुरुआत की है । बच्चा दो महीने का होते ही मां रोटी तोड़कर पकड़ा देती है। माताओ को ऐसा नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चे को जितना अच्छे से पालेंगे। जन्म के बाद बेहतर देखरेख करेंगे तो उसका दिमाग अच्छा होगा। पढ़ाई-लिखाई अच्छी करेगा। अच्छा सोचेगा, उससे माता-पिता खुश रहेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश और केंद्र सरकार गरीब और वंचित वर्ग के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को इनका लाभ उठाना चाहिए। केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार निरंतर अंतिम लाइन में खड़े व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचा रही है।
मंत्री बेबी रानी मौर्य ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी घर में महिला गर्भवती है तो उससे जाकर मिलिए। उससे बातचीत करिये। उनको कोई परेशानी तो नहीं हो रही है। अगर हो रही है तो उसकी तुरंत जांच करायें।साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से कहा कि मुझे शिकायत मिली है कि राशन कम दिया जा रहा है। अगर आंगनवाडी केन्द्रों पर चावल कम दिए जा रहे हैं तो इसके लिए सुपरवाइजर जिम्मेदार होंगी और लापरवाही मिलने पर सुपरवाइजर पर कार्यवाही सख्त होगी।