बंद कार्यालय के बाहर दोपहर तक बैठी रही आंगनवाडी कार्यकत्रिया
आंगनवाडी न्यूज़
भदोही के जिले में कुपोषित बच्चों की संख्या में कमी आई है।आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां कुपोषित बच्चों की पहचान कर केंद्र पर लाने का काम कर रही हैं।कुपोषित बच्चों का नियमित वजन चेक कर दूध व पौष्टिक आहार संग जरुरी दवाइयां दी जा रही है। केंद्र के चिकित्सक डा. रोहित शर्मा ने बताया कि डेढ़ माह में कुल 12 कुपोषित बच्चे मिले थे। इन बच्चों का केंद्र में उपचार हुआ और स्वस्थ भी हो गए। जो बच्चे स्वास्थ हुए हैं उनका भी केंद्र पर नियमित बुलाकर वजन किया जा रहा है। जबकि एक कुपोषित बच्चे को मां संग रखा गया है। केंद्र में कुपोषित बच्चा व उनकी मां को 14 दिन रखा जाता है। कुपोषण से जूझ रहे एक बच्चे का इलाज पोषण पुनर्वास केंद्र में चल रहा है। जो बच्चे पतले या उनका पेट निकला हो, चेहरे पर सुस्ती व उम्र के हिसाब से ज्यादा कमजोर दिखें तो कुपोषण का शिकार हो सकते हैं। पर्याप्त पोषण न मिलने से बच्चे शारीरिक संग मानसिक रुप से कमजोर हो जाते हैं।
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आंगनवाडी केंद्र निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग
सोनभद्र के बभनी में आगनबाड़ी केंद्र के निर्माण में लापरवाही बरतने के विरोध में कुछ दिन पूर्व विरोध प्रदर्शन किया गया था मामले को संज्ञान में लेते हुए घघरी ग्राम पंचायत के पुनर्वास विद्यालय के प्रांगण में बन रहे आंगनबाड़ी केंद्र में मानकों की अनदेखी की शिकायत पर शुक्रवार को भवन की जांच करने पहुंची टीम को कई खामियां मिली। विभागीय अधिकारियों ने बारजा को फिर से तोड़वाने समेत अन्य खामियों सुधारने का निर्देश दिया।
अवगत हो कि घघरी ग्राम पंचायत के पुनर्वास में बच्चों के भविष्य सुधारने के लिए आगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कराया जा रहा था। लेकिन मनमानी के कारण भवन निर्माण में मानकों की जम कर धज्जियां उड़ाई गयी। भवन निर्माण मं तीन नंबर के ईट से भवन की जोड़ाई कर दी गयी। साथ बालू व जंगलों के बोल्डर से भवन की बुनियाद भरी गयी। इसके बाद भी भवन निर्माण में अकुशल मिस्त्री से भवन का निर्माण कराया जा रहा था जिससे भवन पुर्ण होने के पहले ही गिरने लगा। ग्रामीणों की सूचना पर काम को रोक दिया था। इसके बाद शुक्रवार को अवर अभियंता शिवराज यादव ने भवन की जाच की और खामियों पर फटकार लगाई। जांच में भवन के बारजा और ईट चुनाई में गडबड़ी मिली। अवर अभिन्ता ने निर्देश दिया की जहां जहां भवन गड़बड़ है, उसे तोड़कर पुन: बनाया जाए।
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भ्रस्टाचार में लिप्त सीडीपीओ को किया निलंबित
वाराणसी केंद्रीय चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव की स्टैटिक सर्विलांस ड्यूटी में लगे बड़गांव के बाल विकास परियोजना अधिकारी मुकेश सिंह कुशवाहा को निलम्बित कर दिया। इन पर भ्रष्टाचार व रिश्वतखोरी के आरोप सही पाए गए हैं।
पेशे से व्यापारी वीर चौरसिया भदोही की शिकायत के अनुसार आठ फरवरी को अपने वाहन से भदोही-वाराणसी मार्ग से 8.75 लाख रुपये लेकर वाराणसी आ रहे थे, जिन्हें स्टैटिक सर्विलांस टीम में शामिल सीडीपीओ ने थाना जंसा कतवारूपुर (नोरखरा) के पास वीर चौरसिया को रोक कर जांच की और उसके पास से मिले रुपये में से 4.5 लाख रुपये अपने पास बगैर किसी लिखा पढ़ी के रख लिए जिसकी कोई रसीद व्यापारी को नहीं दी गई। अपर जिलाधिकारी नगर वाराणसी-प्रभारी अधिकारी आदर्श चुनाव आचार संहिता और अपर पुलिस अधीक्षक वाराणसी ग्रामीण की संयुक्त जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की थी।
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बंद कार्यालय के बाहर दोपहर तक बैठी रही आंगनवाडी कार्यकत्रिया
संत कबीरनगर सेमरियावां में शुक्रवार को बाल विकास कार्यालय से प्राप्त सुचना के आधार पर बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक की सूचना पर काफी संख्या में आंगनवाडी कार्यकर्त्रियां परियोजना कार्यालय पर पहुंच गई।लेकिन कार्यालय में दोपहर तक ताला बंद रहा। कार्यालय पर न तो बाबू रहे न ही सीडीपीओ मौजूद रहीं। ताला बंद होने से बैठक में शामिल होने आई आंगनवाडी कार्यकर्त्रियां दो बजे तक इधर-उधर भटकती रहीं।
बैठक में भाग लेने पहुंची आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री विजय लक्ष्मी, तारामती तथा सुषमा पांडेय ने कहा कि हम सब सुबह दस बजे से आकर कार्यालय खुलने का इंतजार करती रहीं। दोपहर तक ताला न खुलने के कारण जमीन पर इधर-उधर भटकना पड़ा। समय-समय से कार्यालय न खुलने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
दोपहर 2 बजे के बाद सीडीपीओ रागिनी गौड़ कार्यालय पर पहुंची और बाहर ही आंगनवाडी कार्यकर्त्रियों से बैठक की।बैठक में बताया कि गांव में छोटे बच्चों का सर्वे करें। ड्राई राशन के लिए चिन्हित करने का निर्देश दिया साथ ही बड़े बच्चों को सूची से बाहर करने का निर्देश दिया।
प्रभारी सीडीपीओ रागनी गौड़ ने बताया कि बैठक की जिम्मेदारी बाबू को दी गई थी और मैं सरकारी काम से जिले पर थी, वापस मीटिंग में भाग लेने पहुंची तो देखा कार्यालय का ताला बंद है। कार्यालय की चाबी बाबू अवधेश कुमार गौड़ के पास है। कार्यालय में तैनात बाबू से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
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जिले में दिया जा रहा आंगनवाडी को प्रशिक्षण
सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज में शुक्रवार को समेकित शिक्षा के तहत डुमरियागंज क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में क्षेत्र की 60 आंगनवाडी कार्यकर्त्रियों ने भाग लिया । प्रशिक्षण की शुरुआत खंड शिक्षा अधिकारी श्याम प्रताप सिंह व बाल विकास अधिकारी अभय प्रताप सिंह ने किया।
प्रशिक्षण का निरीक्षण करने पहुंचे जिला समन्वयक समेकित शिक्षा विनोद कुमार मिश्र व बालिका शिक्षा सुरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों की क्षमता का संवर्धन होगा जिससे विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों को पहचान सकेंगी। इससे उन बच्चों के नामांकन में आसानी होगी । ऐसे बच्चों को चिन्हित करके भविष्य में उनका विकलांगता प्रमाण पत्र भी बनाया जाएगा। इस दौरान प्रशिक्षक अरविंद कुमार, गणेश कुमार गौंड़, अंजनी कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण के माध्यम से बच्चे शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे। वह सामान्य बच्चों की भांति शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।