राज्यपाल ने आंगनवाड़ी को बताया कलयुग की यशोदा,बच्चो के ज्ञान का मूल्यांकन की परीक्षा पर ज़ोर
आंगनवाड़ी न्यूज
गौतमबुद्धनगर ग्रेटर नोएडा पहुची उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शारदा विश्वविद्यालय में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को संबोधित करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 700 से अधिक प्री स्कूल किट का वितरण किया।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को संबोधित करते हुए आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बच्चा घर और स्कूल दो जगहों से संस्कार सीखता है। एक शोध में पता चला कि विश्व में सात से आठ वर्ष की आयु के बीच ही 80 प्रतिशत बच्चे अच्छे और बुरे का अंतर समझ लेते हैं, शेष 20 प्रतिशत जिंदगी भर सीखते हैं। बच्चों को अच्छे संस्कार देने के लिए घर का माहौल भी स्कूल के जैसा बनाने की जरूरत है।
राज्यपाल ने कहा कि गौतमबुद्धनगर जैसे जिले में भी आर्थिक रूप से कमजोर लोग शिक्षा के लिए अपने बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में भेज रहे हैं। यहां पर बच्चों को बड़ी बड़ी इमारतों में पढ़ते भी देखा जा सकता है। सरकार शिक्षा के बीच इसी अंतर को समाप्त करने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी जैसी सबसे स्वस्थ, स्वच्छ व सुंदर केंद्र ऐसी बड़ी कोई संस्था नहीं है इसीलिए सरकार और समाज को सबसे पहले आंगनबाड़ी पर ध्यान देना चाहिए, जब हमारी नींव मजबूत होगी तब ही हम विकसित भारत बन सकते है। इस मौके पर सांसद डॉ. महेश शर्मा समेत जिले की एक हजार से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकत्री मौजूद रहीं।
राज्यपाल ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पोषण की सही खुराक न मिलने के कारण सवा महीने में करीब 431 बच्चों की गर्भ में ही मौत हो जाती है। बच्चे और गर्भवती महिलाएं कुपोषण का शिकार न हो इसके लिए निजी संस्थाओं को भी आगे आना चाहिए।
राज्यपाल ने जिले की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 700 से अधिक प्री स्कूल किट वितरित की। इस किट मे ट्राई साइकिल, रीडिंग हॉर्स एबीसीडी सेट, एनिमल सेट, ब्लैक सेट, चेयर्स स्टोरी बुक, रिंग क्ले समेत सामग्री शामिल है। इस मौके पर राज्यपाल ने किट मुहैया कराने वाली निजी संस्थाओं के पदाधिकारियों को भी सम्मानित किया।
राज्यपाल ने मौजूद लोगों से परिवार के किसी न किसी सदस्य का जन्मदिन आंगनबाड़ी केंद्र में मानने की अपील की। उन्होंने कहा कि जब वह फल लेकर केंद्रों पर जाती है तो वहां मौजूद बच्चों को खाना खाते देखते काफी सुकून मिलता है। यदि आप लोग भी वहां पर गरीब बच्चों के बीच जन्मदिन मनाने के लिए जाओंगे तो सभी को अलग अनुभव होगा।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि अप्रैल में शुरू होने वाले सत्र में ढाई साल पूरे होने वाले बच्चों का भी प्रवेश कराएं। साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चो के ज्ञान का मूल्यांकन करने के लिए परीक्षा भी कराई जाए
इस मौके पर शारदा विश्वविद्यालय के कुलपति पीके गुप्ता ने राज्यपाल के बारे में कहा कि आप इस उम्र में इतनी लगन से कम कर रही है ऐसा मैंने अब तक नहीं देखा। उन्होने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि आप कलयुग की यशोदा है, जो बच्चों को कृष्ण के रूप में अच्छे संस्कार देकर बड़ा कर रही है।
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