नई शिक्षा नीति में फिर शुरू हुए आंगनवाड़ी के प्रशिक्षण
आंगनवाड़ी बनेंगी टीचर
कोरोना महामारी की वजह से नयी शिक्षा नीति के तहत आंगनवाडी केन्द्रों में कक्षा 1 से कक्षा 3 तक की पढाई को शुरू करने की कवायद में देर हो रही थी लेकिन अब धीरे धीरे समग्र शिक्षा अभियान दुबारा आंगनवाडी वर्करो के प्रशिक्षण में जुट गया है इसके लिए जिलो में प्रशिक्षण देना भी प्रारम्भ हो गये है
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आज कानपुर में माननीय योगिआदित्यनाथ जी और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा चयनित 75 आंगनवाड़ी केंद्रों को सुलभ सामग्री वितरित की
देसही देवरिया स्थित ब्लॉक संसाधन केंद्र में पूर्व प्राथमिक शिक्षा के बारे में जानकारी दी गयी। इसके लिए 100 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 20 के समूहों प्रशिक्षण दिया गया। इसमें पूर्व प्राथमिक शिक्षा के लिए बच्चों की तैयारी, उनके स्वास्थ्य की उचित देखभाल, खेल खेल में शिक्षा, केंद्र के मूल्यांकन केंद्र के विकास, ईसीसीई का महत्व, शालापूर्व शिक्षा, दैनिक दिनचर्या, निर्देशित कार्य, हाव भाव के साथ कहानी व बच्चों के लिए एक भयमुक्त माहौल के लिए तैयार करने के बारे में बताया गया। इसका प्रशिक्षण धनंजय कुमार पाठक की निगरानी में संपन्न हुआ प्रशिक्षण के मुख्य अतिथि देसही देवरिया के प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी डॉ.प्रभात राय रहे।
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जनपद देवरिया के अलग अलग ब्लॉकों में छोटे बच्चो की देखभाल व शिक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके तहत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को पूर्व प्राथमिक शिक्षा के बारे में जानकारी दी जा रही है। सोमवार को प्रथम चरण का प्रशिक्षण पूरा हुआ।
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सदर बीआरसी पर भी आंगनबाडी कार्यकत्रियों का प्रारम्भिक बाल्यावस्था देखभाल व शिक्षा (ईसीसीई) में क्षमता संवर्धन का प्रशिक्षण हुआ। प्रशिक्षण में ईसीसीई के महत्व को पीपीटी के माध्यम से आडियो विडियो और बच्चों के स्वभाव के बारे में चर्चा की गयी। आंगनबाडी कार्यकत्रियों द्वारा अभिनय के माध्यम से भावगीत का बहुत ही रोचक प्रदर्शन किया गया। प्रशिक्षण के अन्तिम दिन बाल संरक्षण ईकाई की टीम भी मौजूद रही। प्रशिक्षण में मुख्य रुप से खण्ड शिक्षा अधिकारी विजय पाल नारायण त्रिपाठी, सीडीपीओ दयाराम मौजूद रहे