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सहायिका से कार्यकत्री पद के प्रमोशन में एक लाख की रिश्वत डीपीओ को पड़ी भारी

आंगनवाडी न्यूज़

फर्रुखाबाद प्रदेश में जनवरी 2021 में आंगनवाडी भर्ती शुरू हुई थी लेकिन जिले में नवंबर 2021 में शुरू हुई आंगनबाड़ी भर्ती प्रक्रिया शुरू से ही विवादों में रही है चयन प्रक्रिया में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के आरक्षण में शासनादेश का उल्लंघन किया गया है। भर्ती प्रक्रिया के विज्ञापन में रिक्त पदों के केंद्रों के नाम नहीं खोले गए। आरक्षण में शासनादेश का उल्लंघन करने, 32 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मनमाने ढंग से मानदेय रोकने सहित पांच बिंदुओं पर की गई शिकायत सही मिलने व आंगनबाड़ी भर्ती में एक लाख रुपये रिश्वत मांगने का आडियो वायरल होने के मामले की जांच में डीपीओ पर कार्यवाही की जा रही है ।

शमसाबाद के गांव सुल्तानगंज खरेटा निवासी आंगनबाड़ी सहायिका वसुधा का आंगनबाड़ी पद पर प्रमोशन के लिए उनके पति विजय शर्मा से एक लाख रुपये रिश्वत मांगी गई। डीपीओ कार्यालय से संविदा पर तैनात महिला कल्याण अधिकारी नेहा मिश्रा व उनके भाई शमसाबाद सीडीपीओ कार्यालय में संविदा तैनात पर ब्लाक कोआर्डिनेटर कुनाल मिश्रा से फोन पर रिश्वत मांगने के संबंध में हुई बातचीत का विजय शर्मा ने आडियो वायरल कर दिया था, जो सीडीओ व डीएम के पास भी पहुंचा था। इसके बाद विजय शर्मा ने हलफनामा देकर शिकायत भी की आंगनबाड़ी थी।

डीएम ने डीडीओ योगेंद्र कुमार पाठक की अध्यक्षता में वरिष्ठ कोषाधिकारी अतुल तिवारी व एसडीएम नरेंद्र सिंह की कमेटी बनाकर जांच कराई।कमेटी की जांच रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने डीपीओ को अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। कार्रवाई के लिए शासन को लिखने की तैयारी है।

डीएम संजय कुमार सिंह ने बताया कि कमेटी द्वारा उन्हें जांच रिपोर्ट सौंप दी गयी है। उन्होंने डीपीओ को जांच रिपोर्ट देते हुए दोषी पाए गए सभी बिंदुओं पर अपना पक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। जांच रिपोर्ट और डीपीओ का पक्ष रखते हुए वह कार्रवाई के लिए पत्रावली शासन को भेज देंगे। इस आधार पर कार्रवाई शासन स्तर से की जाएगी।

प्रोबेशन विभाग में संविदा पर तैनात महिला कल्याण अधिकारी नेहा मिश्रा को डीपीओ ने विशेष रुचि दिखाकर अपने कार्यालय से संबद्ध कराया और आंगनबाड़ी पदों पर भर्ती की जिम्मेदारी सौंपी थी, जबकि अपने विभाग में तैनात छह लिपिकों पर डीपीओ ने भरोसा नहीं जताया। इससे नियमित कर्मचारियों की उपेक्षा करने में भी डीपीओ को जिम्मेदार माना गया है। महिला कल्याण अधिकारी व उसके भाई ब्लाक कोआर्डिनेटर की रिश्वत मांगने का आडियो वायरल होने के बाद भी डीपीओ ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इससे आंगनबाड़ी भर्ती के नाम पर रिश्वत मांगने के मामले में महिला कल्याण अधिकारी नेहा मिश्रा, उसके भाई कुनाल मिश्रा व डीपीओ भारत प्रसाद की संलिप्तता पाई गई है। जांच कमेटी ने तीनों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है।

आंगनवाड़ी भर्ती में देरी से एक आंगनवाड़ी संभाल रही कई केंद्रों का चार्ज

कौशम्भी जनपद में सिराथू ब्लॉक के 320 केंद्रों में 142 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की तैनाती न होने के कारण समस्या खड़ी हो रही है । आंगनवाडी वर्करो न होने से पंजीकृत 7025 बच्चों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। इससे लोगों में काफी नाराजगी है।

इन आंगनवाडी केन्द्रों पर कुपोषित बच्चो व गर्भधात्री महिलाओं को पोषाहार दिया जाता है, ताकि वह स्वस्थ रहें, साथ ही कुपोषण से भी दूर रहें। सिराथू ब्लोक में कुल 320 आंगनबाड़ी केंद्र के साथ साथ 96 मिनी आंगनबाड़ी केंद्र हैं। 320 आंगनवाडी केन्द्रों के सापेक्ष कुल 178 केंद्रों में ही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की तैनाती है, जबकि 142 केंद्रों में आंगनबाड़ी वर्करो के पद रिक्त है बाल विकास ने पिछले वर्ष आंगनवाड़ी भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था लेकिन एक वर्ष से ज्यादा समय होने के बाद भी भर्ती प्रक्रिया पूर्ण नही हो सकी है शासन की तरफ से आंगनवाडी पदों पर भर्ती में रूचि नही लेने के कारण समस्याए खड़ी हो गयी है बहुत से आंगनवाडी केन्द्रों पर दुसरे आंगनवाडी केन्द्रों की कार्यकत्रियो को चार्ज दिया गया है दो से तीन आंगनवाडी केन्द्रों का चार्ज एक एक आंगनवाडी को दिया जा रहा है जिले के 96 मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी केवल 85 आंगनबाड़ी की तैनाती है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की तैनाती न होने से बाल विकास एवं पुष्टाहार योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। एक ही आंगनवाड़ी पर कई केंद्रों का चार्ज होने के कारण स्वयं का केंद्र के संचालन में भी समस्या आ रही है

सिराथू ब्लॉक क्षेत्र के 31 ऐसे आंगनबाड़ी केंद्र हैं जो किराए के भवन पर चल रहे हें। अभी तक इन केंद्रों का निजी भवन नहीं बन सका है। इस सम्बंद में कार्रवाई लंबे समय से चल रही है, लेकिन कार्रवाई कागजों तक ही सीमित है। कई केंद्रों का निर्माण कार्य चल भी रहा है, लेकिन काम में तेजी नहीं आ रही है।

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