सुपरवाइजर अब सहयोग एप पर भरेंगी गृह भ्रमण का फॉर्म ,निदेशालय से होगी एप की मोनिटरिंग
आंगनवाडी न्यूज़
उत्तप्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंगनबाड़ी वर्करो के कार्यों में निगरानी लाने, सशक्त आंगनबाड़ी पुस्तिका, सक्षम पोषण मैनुअल, सहयोग एप और आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले तीन से छह साल के बच्चों के बाल पिटारा एप्लिकेशन को लौंच क्र दिया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण राज्य के सभी जिलो में किया गया।
इस मौके पर फरुखाबाद जिले में 26 आंगनबाड़ी केंद्रों समेत अन्य जिलो में भी इन केन्द्रों का शुभारंभ किया गया। जिले के जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि इस बाल पिटारा एप से अब बच्चे आंगनवाडी केंद्र बंद होने पर भी घर से पढ़ाई कर सकेंगे’
सहयोग एप के जरिये आपस में मिलकर करेंगे कार्य
बाल विकास द्वारा जारी सहयोग एप के जरिए सुपर वाइजर आंगनवाडी केंद्र के भ्रमण के दौरान ऑनलाइन फार्म भरेंगे। इससे सुपरवाइजर के कार्यो व भ्रमण की स्थिति भी पता चल सकेगी। यह सहयोग एप अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच समन्वय का काम करेगा। इस एप को सीडीपीओ व सुपरवाइजर संचालित करेंगी।
सीडीपीओ व मुख्य सेविकाएं जब केंद्र पर जांच करने जाएंगी तो उसी दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री से पूछकर सहयोग एप पर केंद्र से संबंधित सभी डिटेल भरेंगी। इस डिटेल को निदेशालय में बैठे अधिकारी भी देख सकेंगे। एप में भरी सूचनाओं के आधार पर जहां समस्या या असुविधा होगी, वहां अधिकारियो द्वारा सुधार किया जाएगा। सहयोग एप को सकुशल चलाने के लिए जिले के अधिकारियो को लखनऊ में आयोजित प्रशिक्षण तकनीकी प्रशिक्षण दिया जा चूका है। प्रशिक्षण ले चुके अधिकारी मास्टर ट्रेनर के रूप में जिले की सुपरवाइजर, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री, सहायिका को प्रशिक्षित करेंगे।
बाल पिटारा एप्लिकेशन की विशेषता
इस बाल पिटारा एप्लिकेशन में 384 प्रकार की गतिविधियां अपलोड रहेंगी। अभिभावक अपने बच्चों को एप की मदद से इन गतिविधियों को सिखाएंगे। इस एप में सुबह उठकर मुंह धोना, दांत साफ करने, खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धोने के साथ ही दिनचर्या और शिक्षण कार्य से जुड़ी अच्छी गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलेगी। सक्षम पोषण मैनुअल के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का क्षमताबर्धन होगा साथ ही गृह भ्रमण के दौरान उनके द्वारा लाभार्थी को दिए जाने वाले परामर्श में भी सुधार आएगा। बाल पिटारा एप्लिकेशन में 32 कहानियां व 32 कविताएं अपलोड रहेंगी। अभिभावक बच्चों को कहानी व कविता याद कराएंगे। नैतिक शिक्षा से जुड़ी कहानियों व कविताओं से नन्हे-मुन्नों की जानकारी बढ़ेगी। वहीं उनका मनोरंजन भी होगा।
आंगनबाड़ी कार्यकत्री अभिभावकों के मोबाइल फोन में एप्लिकेशन अपलोड कराएंगी। एप की मदद से माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ाएंगे। एप्लिकेशन में पढ़ाई को रुचिकर बनाने के लिए खेल का रूप दिया गया है। इसीलिए आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों के लिए बाल पिटारा एप्लिकेशन को लांच किया गया है।