आंगनवाडी केन्द्रों पर घुनी दाल व चने की हो रही सप्लाई ,कुपोषण दूर करने के लिए अधिकारी ले रहे केन्द्रों को गोद
आंगनवाडी न्यूज़
बदायूं जिले में आंगनवाडी केन्द्रों पर विभाग द्वारा घुनी दाल व चने की आपूर्ति की जा रही है जिससे केन्द्रों में आने वाले बच्चों व गर्भवतियों को पुष्टाहार नहीं मिल रहा है। बाल विकास विभाग के अधिकारी से आला अधिकारी तक भ्रस्टाचार का खेल किया जा रहा हैं। जनपद के ब्लॉक बिसौली से लेकर दहगवां तक घटिया पुष्टाहार की आपूर्ति की पोल खुल रही है लेकिन फिर भी जिला प्रशासन के अफसर कार्यवाही के नाम पर हाथ नहीं लगाना चाहते है।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं, धात्री एवं छह वर्ष तक के बच्चों को आंगनवाडी केन्द्रों पर वितरण की जाने वाली चने की दाल घुनी हुई आपूर्ति की जा रही है। घुनी हुये दाल पैकेट की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है। शहर के नई सराय में एक महिला को वितरण किये गये घुने हुये दाल के पैकेट ने घटिया पुष्टाहार की पोल खोल दी है। घुनी हुये दाल पैकेट की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने से मामले ने तूल पकड़ लिया और खाद्य विभाग की टीम बाल विकास के मुख्य गोदाम से चने की दाल का सैंपल लेकर जांच को भेजा दिया है।
शनिवार को सहायक आयुक्त खाद्य चंद्रशेखर मिश्रा मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी धनंजय कुमार शुक्ला की टीम जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर चने की दाल सप्लाई करने वाली कम्पनी के गोदाम पहुची और वंहा से चने की दाल के सैंपल लेकर जांच के लिये प्रयोगशाला भेजा है। सहायक आयुक्त खाद्य चंद्रशेखर मिश्रा ने कहा कि गोदाम से चने की दाल का सैंपल लिया है जिसे जांच के लिये प्रयोगशाला में भेज दिया है। जेसे ही जांच रिपोर्ट आएगी उसके बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी।
कुपोषण दूर करने के लिए अधिकारी ले रहे आंगनवाडी केन्द्रों को गोद
लखीमपुर उत्तरप्रदेश शासन के निर्देश पर पोषण अभियान के तहत अतिकुपोषित बच्चों की सेहत सुधारने के लिए आला अधिकारियों ने आंगनवाडी केन्द्रों के बच्चो को गोद लेना शुरू कर दिया है।अधिकारियों द्वारा गोद लिए बच्चों को सुपोषण किट वितरण की जा रही है। गोद लेने से अब तक जिले में चिन्हित 1081 अतिकुपोषित बच्चों में से 58 बच्चे सुपोषण की श्रेणी में आ चुके है इस बात का खुलासा स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन बच्चों की सेहत की जांच कर कुपोषण मुक्त बताया है। कुपोषण की श्रेणी से सामान्य श्रेणी में आने वाले बच्चो में डीएम का गोद लिया बच्चा गुड्डू भी शामिल है।
जिले में 1081 बच्चों को सैम (अतिकुपोषित) श्रेणी में चिन्हित किया गया। इन बच्चों का कुपोषण मुक्त करने के लिए अभियान चलाया गया। अधिकारियों ने बच्चों को गोद लिया। इसमें डीएम से लेकर तहसील व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों ने गोद लिया। अति कुपोषित बच्चों के घर पहुंचकर अधिकारियों ने सुपोषण किट बांटी। अब प्रशासन ने दावा किया है कि इसमें से 58 बच्चे कुपोषणमुक्त होकर सामान्य बच्चों की श्रेणी में आ गए हैं। इन बच्चों की नियमित देखभाल की गई। आंगनबाड़ी व सहायिकाओं ने भी बड़ी भूमिका निभाई। सीएमओ डॉ. शैलेंद्र भटनागर व उनकी टीम ने इन बच्चों को स्वस्थ व सामान्य घोषित किया। उधर डीएम शनिवार को ब्लॉक फूलबेहड़ के गांव मैनहा पहुंचे। अतिकुपोषित बच्चे एक वर्ष का गुड्डू व 11 माह की लक्ष्मी के अभिभावक को सुपोषण किट दी। गुड्डू को सामान्य श्रेणी आने पर सीडीपीओ, आंगनबाड़ी कार्यकत्री की प्रशंसा की। डीएम ने निर्देश दिया कि कुपोषित बच्चों की नियमित देखभाल करें व पोषाहार का सेवन कराएं। डीएम ने मैनहा स्कूल में एमडीएम की गुणवत्ता भी देखी।