आंगनवाड़ी केंद्रों का संचालन में कोई लापरवाही बर्दाश्त नही, पोषण ट्रेकर पर फीडिंग समय से पूर्ण किया जाए
आंगनवाडी न्यूज़
हाथरस बाल विकास सेवा पुष्टाहार विभाग के अभियान के तहत जनपद के आंगनबाड़ी केंद्रों पर किशोरियों और महिलाओं को स्वस्थ रहने के जागरूक किया जा रहा हैं। जिसके जिसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्री गर्भवती, धात्री महिलाओं को आयरन कैल्शियम की गोलियां, गहरी हरी पत्तेदार सब्जियां, गुड, चना, फल दूध दही का सेवन करने की सलाह दे रही है। आंगनवाडी द्वारा धात्री महिलाओं को छह माह तक केवल मां का दूध ही शिशु को पिलाने के लिए जागरूक कर रही है ।
आंगनवाडी केन्द्रों पर छोटे बच्चो व गर्भवती महिलाओ को समय पर टीकाकरण पूर्ण करवाने के लिए कहा जा रहा है। केन्द्रों पर आंगनवाडी द्वारा 0 से 5 वर्ष के बच्चों का वजन एवं ऊंचाई व लंबाई लेकर सूची शासन को भेजी जा रही है साथ ही बच्चो के कम या अधिक वजन की जानकारी बच्चो के माता और पिता को भी दी जा रही है अल्प वजन वाले कमजोर बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा गर्भवती महिलाओ को पौष्टिक आहार हरी सब्जी के सेवन के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
जनपद के बाल विकास परियोजना अधिकारी धीरेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्करो द्वारा लोगों के घर-घर जाकर कुपोषण से बचने के सभी उपायों के साथ ही स्तनपान के बारे में जानकारी दी जा रही है। बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए उचित पोषण आहार की बेहद जरूरी है।
आंगनबाड़ी कार्यकत्री नियमानुसार आनलाइन फीडिंग समय से पूर्ण करें
महराजगंज जनपद के लक्ष्मीपुर ब्लाक में शुक्रवार को सीडीपीओ अनुराग त्रिपाठी ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की बैठक आयोजित कर पोषण ट्रैकर की जानकारी देते हुए बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री नियमानुसार आनलाइन फीडिंग समय से पूर्ण करें। साथ ही आंगनवाडी केन्द्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों के गृह भ्रमण कर लोगों को जागरूक करने का कार्य करें।
शासन द्वारा दिए गये सख्त निर्देश के अनुसार लाभार्थियों को नियमित वितरण कर पोषण ट्रैकर के माध्यम से फीडिंग करें। आंगनवाडी केन्द्रों पर समयानुसार उपस्थिति रहे। आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन शत-प्रतिशत किया जाय। विभाग द्वारा दिए गये कार्य के प्रति लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। केन्द्रों पर महिलाओ व बच्चो का आशा एवं एएनएम से मिलकर टीकाकरण में सहयोग करें। आंगनवाडी केन्द्र की जियो मैपिंग ऐप पर लोकेशन फीडिंग का कार्य पूर्ण करें। लोकेशन फीडिंग के कार्य के प्रति लापरवाही न करे। निदेशालय द्वारा आंगनवाडी केन्द्रों पर कोई लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी
डीपीओ दुर्गेश कुमार ने कहा है कि आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प करके प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र को प्री प्राइमरी स्कूल के उपयुक्त बनाया जायेगा जिसके लिए सभी आंगनवाडी केंद्रों को दुरूस्त बनाया जा रहा है। केन्द्रों के फर्श पर टाइल्स, दीवारों पर वाल पेंटिंग आदि का कार्य शुरू हो चूका है।
बाल विकास विभाग द्वारा जिले में कुल 3164 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किये जा रहे हैं। इन आंगनवाडी केन्द्रों पर 2790 आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां नियुक्त के साथ कुल दो लाख 13 हजार 758 बच्चे पंजीकृत हैं। जबकि इन आंगनवाडी केन्द्रों पर 61491 कुपोषित व 12910 अति कुपोषित बच्चे चिन्हित किये जा चुके हैं। शासन द्वारा दिए गये निर्देसनुसार आंगनबाड़ी केद्रों की दशा सुधारने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में बच्चों को कुपोषण से दूर करने के लिए हर आंगनवाडी केंद्र पर पोषण वाटिका स्थापित की गई है।
जिले के जर्जर हो चुके 436 आंगनवाडी भवनों का सुदृढ़ीकरण कराने का कार्य ग्राम पंचायतो को दिया गया है। इसमें प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र भवन का मरम्म्त कराने के साथ प्लास्टर,वाल पेंटिंग किया जाएगा। इन केन्द्रों की दीवारो पर बच्चों के अक्षर ज्ञान के लिए वर्णमाला भी लिखा जाएगा। आंगनवाडी भवन की दीवारे फूल पौधे, पातलू जानवर, जंगली जानवरों के चित्र से सुसज्जित होंगी। जिसमे खेलते हुए बच्चे, पढ़ते हुए बच्चों का चित्र आदि दर्शाया जाएगा। इन केन्द्रों पर बच्चों के लिए खेलकूद के सामान ,खिलोने व कुर्सियां भी रहेंगी।
जानकारी के अनुसार पहले चरण में 436 केंद्रों के कायाकल्प करने की प्रक्रिया चल रही है। इन सभी आंगनवाडी केंद्रों पर टाइल्स लगाया जाएगा। दीवारों पर अक्षर ज्ञान, वाल पेंटिंग, चित्रकारी, कार्टून आदि रहेगा। इससे बच्चों को केंद्र पर आने व रूकने में रूचि के साथ अच्छा माहौल भी रहेगा।