आंगनवाड़ी केंद्र बने नही, कैसे होगी प्री प्राइमरी शिक्षा
आंगनवाडी न्यूज़
डिग्रीधारी महिलाये कर रही आगनवाडी के लिए आवेदन
जनपद बाराबंकी में वाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में मानदेय पर आंगनवाडी कार्यकत्री के 304 व सहायिका के 403 पदों पर 11,885 महिलाओ ने आवेदन किए हैं। कार्यकत्री के लिए दसवी और सहायिका के पदों के के लिए कक्षा पांच पास की योग्यता मांगी गयी है सीडीओ एकता सिंह ने आदेश दिए हैं कि आवेदन कर्ता अपने मूल शैक्षिक दस्तावेज की फोटोकॉपी विभाग में सबमिट करे डीपीओ प्रकाश कुमार ने वताया कि वाल विकास पुष्टाहार विभाग कार्यालय में शैक्षिक अभिलेखों की छाया प्रति जमा करने वाले आवेदकों को ही चयन प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा।
सुलतानपुर में नहीं बने आंगनवाडी केंद्र
छोटे बच्चों को प्राथमिक शिक्षा व पोषित बनाने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों के भवन का निर्माण किया जाना था लेकिन पांच साल बीत जाने के बाद भी एक दर्जन आंगनबाड़ी केन्द्र के भवन का निर्माण अधूरा है। जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में 2511 आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है। इसमें शहरी क्षेत्र के 114 आंगनबाड़ी केन्द्र शामिल है। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर लगभग ढाई लाख बच्चों का पंजीकरण है। जनपद के 2020 आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन प्राथमिक स्कूल या सार्वजनिक भवन में किया जाता है। जिससे आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन के लिए एक या दो कमरे तक सीमित रहता है। शौचालय के लिए अलग से कोई सुविधा नहीं होने से छोटे बच्चों को खुले में जाना पड़ता है।
जनपद में 491 आंगनबाड़ी केन्द्रों के पास अपना भवन है। वर्ष 2018-19 में 70 आंगनबाड़ी केन्द्र के निर्माण के लिए धनराशि मिली थी वर्ष 2016-17 में 190 भवन का निर्माण कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिसके निर्माण के लिए प्रत्येक भवन के लिए सात लाख 52 हजार रुपए की कार्ययोजना है। इसमें आईसीडीएस से दो लाख, पंचायतीराज विभाग से एक लाख छह हजार व शेष मनरेगा योजना के तहत धनराशि मुहैया कराने का आदेश है। वर्ष 2016 में आंगनबाड़ी भवन के निर्माण की जिम्मेदारी क्षेत्र पंचायत व आरईडी को दिया गया था लेकिन एक दर्जन आंगनबाड़ी केन्द्रों की छत अभी तक नहीं पड़ी है। कई आंगनबाड़ी केन्द्रों के भवन में काफी खामियां है लेकिन उसकी तरफ किसी की नजर नहीं है। अधिकारियों ने कहा कि विभिन्न कारणों से भवन अभी अधूरा है।