आंगनवाड़ी यूनियन

उत्तरप्रदेश आंगनवाड़ी संगठन के प्रमुख व्यक्तियों का योगदान

भारत में   बाल विकास विभाग की मुख्य रीढ़ कहे जाने वाले वर्कर आंगनवाड़ी कार्यकत्री,मिनी आंगनवाड़ी व सहायिका की दुर्दशा  किसी से छुपी नही है चाहे समस्या मानदेय की हो या अधिकारियों द्वारा मानसिक व आर्थिक शोषण की या चरम सीमा पर पहुँच चुके भ्रष्टाचार की आंगनवाड़ी की स्थिति हर तरफ दयनीय है
समय समय पर आंगनवाड़ी संघटन की मदद से अपनी समस्याओं को जिला कार्यक्रम अधिकारी, निदेशालय, सचिव से लेकर मुख्यमंत्री तक अपनी समस्याओं को अवगत कराते रहते है लेकिन निष्कर्ष शून्य ही रहता है और और आंगनवाड़ी को मिलता है सिर्फ कोरा आश्वासन
पिछले कई माह से मुख्य संगठनो ने अपनी मांगों व समस्याओं को जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक शासन के समक्ष रखने का प्रयास किया है इन संघठन के कुछ प्रमुख नेताओ के योगदान को  भुलाया जा सकता है 
बाबूलाल मौर्य
बाबूलाल जी बनारस के निवासी है जिन्होंने एक लंबे अरसे से आंगनवाड़ी वर्करों के लिए संघर्ष किया है बाबूलाल जी ने अभी हाल ही में अपने स्वयं का उत्तरप्रदेश राज्य आंगनवाड़ी कल्याण एसोसिएशन संगठन का निर्माण किया है इससे पहले बाबूलाल जी रमेश प्रकाश राव के संगठन में काफी समय रहते हुए आंगनवाड़ी के लिए लड़ते रहे  है अभी इन्होंने आंगनवाड़ी की सेवा नियमावली की मांग उठाई है

उत्तरप्रदेश कर्मचारी कल्याण एसोसियन के जिला अध्यक्ष व् संस्थापक बाबूलाल मौर्य ने जिले आंगनवाड़ी कर्मचारियों की बैठक करते हुए सरकार से आंगनवाड़ी को किसी श्रेणी में दर्जा देने की मांग की है आंगनवाड़ी कई विभागों के कार्यो को संपन्न करती है लेकिन उन्हें किसी भी कर्मचारी श्रेणी में नहीं रखा गया है

केंद्र व् राज्य सरकार के संयुक्त अंशदान पर मानदेय प्राप्त करने  वाली इन वर्करों को सरकार सिर्फ एक सामाजिक कार्यकर्ता ही मानती है जबकि आंगनवाड़ी पर बाल विकास पुष्टाहार ,निर्वाचन आयोग ,स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग व अन्य महत्वपूर्ण विभागों के कार्यो को संपन्न करने का दायित्व होता है 

माया सिंह
माया सिंह मूलतः जनपद कौशम्भी की निवासी है और उन्हें महिला आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गिरीश पांडे ने अपनी बढ़ती उम्र और खराब स्वास्थ्य के कारण कार्यवाहक अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया था
महिला आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ की कार्यवाही अध्यक्ष माया सिंह द्वारा अपने जनपद कौशम्भी व प्रदेश स्तर पर समय समय धरने प्रदर्शन व पत्र द्वारा सरकार को अपनी समस्याओं से अवगत कराया है
राकेश शुक्ला
राकेश शुक्ला जनपद रायबरेली के मूलतः निवासी है और ये आंगनवाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन जिला रायबरेली कार्यकारणी के जिला संयोजक है या यूं कहें कि जनपद रायबेरली की आंगनवाड़ी की समस्याओं के निराकरण के सूत्रधार है  और  जनपद के संघठन  पदाधिकारी होने के दायित्व को बखूबी अंजाम दिया है  
राकेश शुक्ला हमेशा ही आंगनवाड़ी की समस्याओं को उठाने के लिए जिला प्रशासन को सदैव अवगत कराते है और उन्हें काफी हद तक सफलता भी मिली है इसका उदाहरण है जनपद में मीटिंग में बुलाई गई आंगनवाड़ी को नाश्ता न देने के कारण आवाज उठाई थी जनपद रायबरेली में सी डी पी ओ द्वारा बुलाई गई बैठक में आंगनवाड़ी का प्रशिक्षण दिया गया लेकिन इस बैठक में पुरे दिन आंगनवाड़ी पुरे दिन भूखी बैठी रही नियमानुसार इस प्रकार की बैठकों में शासन से नाश्ता देने का प्रावधान है और इस मद में बजट भी जारी किया जाता है लेकिन अधिकारियो के बन्दर बाँट में इस बजट का लाभ आंगनवाड़ी को नहीं मिलता है 
जनपद रायबरेली में सी डी पी ओ द्वारा बुलाई गई बैठक में आंगनवाड़ी का प्रशिक्षण दिया गया लेकिन इस बैठक में पुरे दिन आंगनवाड़ी पुरे दिन भूखी बैठी रही नियमानुसार इस प्रकार की बैठकों में शासन से नाश्ता देने का प्रावधान है और इस मद में बजट भी जारी किया जाता है लेकिन अधिकारियो के बन्दर बाँट में इस बजट का लाभ आंगनवाड़ी को नहीं मिलता है


अभी इस क्रम में कई आंगनवाड़ी नेताओ के नाम शामिल है जिनके योगदान को नजरअंदाज नही किया जा सकता इसके लिए हम अगली पोस्ट में उनकी विस्तृत जानकारी देंगे

Aanganwadi Uttarpradesh

आंगनवाड़ी उत्तरप्रदेश एक गैर सरकारी न्यूज वेबसाइट हैं जिसका मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा संचालित बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारियों की गतिविधियों ,सेवाओ एवं निदेशालय द्वारा जारी आदेश की सूचना प्रदान करना है यह एक गैर सरकारी वेबसाइट है और आंगनवाड़ी उत्तरप्रदेश द्वारा डाली गई सूचना एवं न्यूज़ विभाग द्वारा जारी किए गए आदेशों पर निर्भर होती है वेबसाइट पर डाली गई सूचना के लिए कई लोगो द्वारा गठित टीम कार्य करती है

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