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प्रोत्साहन के नाम पर आंगनवाड़ी के साथ किया गया धोखा, आंगनवाड़ी वर्करो ने किया प्रोत्साहन राशि का बहिष्कार

आंगनवाड़ी ने किया प्रोत्साहन राशि का विरोध

योगी सरकार द्वारा आंगनवाड़ी वर्करो को मानदेय वृद्धि के नाम पर प्रोत्साहन राशि देने पर संघठनो में भूचाल आ गया है हर जिले से आंगनवाड़ी वर्करो की यूनियनों ने विरोध करना शुरू कर दिया है आंगनवाड़ी इस प्रोत्साहन राशि से खुश नही है उनका कहना है कि हमे मानदेय वृद्धि चाहिए प्रोत्साहन राशि मंजूर नही है इसके लिए अलग अलग जिलो में मांगो को लेकर ज्ञापन दिए जा रहे हैं

मथुरा  उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी श्रमिक संघ एटक द्वारा शुक्रवार को अपनी समस्याओं को लेकर केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर सरकारी नीति के विरोध में जिलाधिकारी कार्यालय कलक्ट्रेट पर धरना देकर विरोध-प्रदर्शन किया। यूनियन ने आंगनवाडी कार्यकत्रियो को राज्य कर्मचारी घोषित करने, सभी आंगनबाड़ियों को मानदेय महंगाई के कारण कम से कम 21000 दिए जाने, आंगनबाड़ियों से राशन वितरण छीन कर महिला समूह को न दिए जाने, आंगनबाड़ी सहायकों को केंद्र के अलावा अन्य काम न दिए जाने की मांग की। इस दौरान उन्होंने एसडीएम को ज्ञापन देकर मांगे मनवाने की अपील की।

कौशाम्भी के मंझनपुर में महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष व् जिलाध्यक्ष माया सिंह ने  विभिन्न मांगों को लेकर दोआबा की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों सहित शुक्रवार को कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। माया सिंह ने कहा कि कार्यकत्रियां विभिन्न समस्याओं से परेशान हैं। उनकी तमाम समस्याएं ऐसी हैं, जिनका जिले के प्रशासनिक अफसर चाहें तो अपने स्तर से निस्तारण कर सकते हैं। अफसरों को इस बात की बाखूबी जानकारी भी है फिर भी वह दिक्कतें दूर करने के नाम पर कुछ नहीं कर रहे हैं। परिणाम है कि कार्यकत्रियों की दुश्वारियां दिन दूना रात चौगुना बढ़ती जा रही है।

जिलाधिकारी को सौंपे गए सीएम को संबोधित ज्ञापन में कार्यकत्रियों ने कड़ा ब्लॉक की कार्यकत्री अन्नपूर्णा मिश्रा का इलाज कराने, सिराथू, सरसवां व कड़ा की जिन सहायिकाओं तथा कार्यकत्रियों का मानदेय विभागीय त्रुटि से रुका है, उसे तत्काल बहाल करने, सरसवां ब्लॉक के कोटेदारों से तीन महीने का अनुपूरक पोषाहार दिलाने, स्वयं सहायता समूहों की मनमानी पर प्रतिबंध लगाने आदि की मांग की है।

बुलंदशहर महिला आंगनवाडी कर्मचारी संघ की जिला अध्यक्ष सावित्री गौतम ने आंगनबाड़ी वर्करो को राजकीय कर्मचारी घोषित करने समेत अन्य मांगों के समर्थन में शुक्रवार को प्रदर्शन किया गया। महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बैनर तले पहले सभी डीएवी फ्लाईओवर के पास एकत्रित हुए और यहां पर धरना दिया। इसके बाद सभी प्रदर्शन करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां पर शासन को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।


जिला अध्यक्ष ने कहा कि 62 वर्ष पर निकाली गई कार्यकर्ता व सहायिकाओं को पेंशन और 10 लाख की फंड राशि दी जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले बच्चों को साल में दो जोड़ी यूनिफार्म, जूते-मोजे और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को शिक्षक के बराबर वेतन दिया जाए।

रविवार को डीएवी फ्लाईओवर के पास आयोजित धरने को संबोधित करते हुए संघ की प्रदेश उपाध्यक्ष सावित्री गौतम ने कहा कि आंगनबाड़ियों की मांगों को प्रदेश सरकार मानने के लिए तैयार नहीं हैं। सरकार ने आंगनबाड़ियों के मानदेय में कोई खास वृद्धि नहीं की है, ऐसे में आंगनबाड़ियों का मानदेय बढ़ना चाहिए। प्रदेश सरकार आंगनबाड़ियों का उत्पीड़न करने पर तुली हुई है। कहा कि आंगनबाड़ियों की 10 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है। इस दौरान आंगनबाड़ियों ने बीएसए कार्यालय पर मानदेय बढ़ाने के प्रदर्शन किया। आंगनबाड़ियों की भीड़ अधिक होने के कारण कार्यालय पर भारी पुलिस बल तैनात रहा था।

शाहजहांपुर महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष पदमा रस्तोगी ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को लेकर लंबित समस्याओं के निदान के लिए खिरनीबाग रामलीला मैदान में धरना दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को दिया।

शुक्रवार को जिलाध्यक्ष पदमा रस्तोगी के नेतृत्व में हुए धरना-प्रदर्शन में कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रतिमाह 1500 रुपये घोषण जारी कर बढ़ाया गया। मानदेय से परिवर्तित कर धनराशि का एरिया समेत भुगतान कराया जाए। बीएलओ ड्यूटी समेत कई प्रकार के अतिरिक्त कार्य न लिए जाए, नई नियुक्ति करने से पहले सहायिकाओं का प्रमोशन आंगनबाड़ी के पद पर किया जाए, नई भर्ती करने, आंगनबाड़ी का प्रमोशन सुपरवाइजर के पद पर जल्द कराने, 62 वर्ष पर वाली वर्कर व हेल्पर के परिवार की बहू-बेटियों क सीधी भर्ती का प्रावधान करने, फीडिंग के नाम पर सभी प्रकार की धन वसूली बंद करने की मांग की गई।

बदायूं  उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी श्रमिक संघ एटक के राष्ट्रीय आह्वान पर जिले की जिलाध्यक्ष मिथिलेश कुमारी ने मालवीय आवास गृह पर धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद सीएम को संबोधित ज्ञापन डीएम को दिया।

जिलाध्यक्ष मिथिलेश कुमारी ने कहा कि कार्यकत्रियों की मांगें काफी समय से लंबित चली आ रही हैं, लेकिन सरकार गौर नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि कार्यकत्रियों के लिये वेतन तय किया जाये। इसके साथ अन्य प्रकार के भत्ते दिये जाये। प्रेमलता चौहान ने कहा कि अगर जल्द कार्यकत्रियों की मांगें पूरी नहीं हुई तो अनिश्चित समय के लिये धरना प्रदर्शन करने को बाध्य हो जायेंगे।

सहारनपुर आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों ने वेतन बढ़ोतरी सहित 17 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम डीएम ज्ञापन दिया। शुक्रवार को आंगनबाड़ी पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष कुर्रत के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम डीएम को ज्ञापन देते कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रोत्साहन राशि दिए जाना आंगनबाड़ी को किसी कीमत पर मान्य नहीं हमे मानदेय बढ़ोत्तरी चाहिए सरकार उनका वेतनमान में बढ़ोतरी करें। 60 वर्षीय आंगनबाड़ी की आजीविका पर विचार , कोर्ट के फैसले तक नियुक्ति पर रोक की मांग की।

गोंडा में महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष प्रेम कुमारी यादव ने जिला पंचायत सभागार के सामने बने टिन शेड में धरना का आयोजन कर मुख्यमंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा। प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश दीक्षित व प्रदेश महामंत्री नीलम पाण्डेय की अगुवाई में कार्यकर्त्रियों ने अपने मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष प्रेम कुमारी यादव ने कहा कि कार्यकर्त्रियों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को मानदेय में बदलते हुए देने का निर्णय सरकार करे। इस धरने में मण्डल संरक्षक राजेश श्रीवास्तव, जिला संयोजक संगम लाल शर्मा, आशा सिंह आदि रहीं। ज्ञापन में  आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री एवं सहायिकाओ के प्रोत्साहन राशि को मानदेय में परिवर्तित करने, न्यूनतम वेतनमान 18 हजार रुपये निर्धारित करने, स्वयं सहायता समूहों पर नकेल कसने, बाल विकास विभाग मं होने वाली नियुक्तियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग की गई। बासठ वर्ष पर कार्यमुक्त किए गए आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री एवं सहायिकाओं को फंड ग्रेच्युटी,पेंशन आदि दिया जाए।

हापुड़ में महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष लवकेश त्यागी ने शुक्रवार को विभिन्न मांगों को लेकर नगर पालिका में धरना प्रदर्शन किया गया धरने को संबोधित करते हुए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष विजयपाल सिंह ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगे जायज है। सरकार की विभिन्न योजनाओं का काम आंगनबाड़ी कार्यत्रियों द्वारा ही किया जाता है। जबकि मानदेय ना के बराबर मिलता है। यदि सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो आंदोलन बड़ा रूप लेगा। महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष लवकेश त्यागी ने बताया कि प्रदेश सरकार ने जो प्रोत्साहन भत्ते के रूप में देने की घोषणा जो की है, वह बहकावा है। 1500 रुपये प्रोत्साहन भत्ता की जगह निश्चित मानदेय दिया जाये और एकमुश्त पांच लाख रुपये भरण पोषण के लिए दिए जाए। गीता चौधरी और सरलेश चौधरी ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया तो वह सरकारी योजनाओं का बहिष्कार कर देंगी।

मुरादाबाद। केंद्रीय ट्रेड यूनियन के आह्वान पर शुक्रवार को आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन की सभी इकाइयों ने विरोध प्रदर्शन किया।आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। आंबेडकर पार्क से जुलूस निकालकर कार्यकत्रियां हाथों में बैनर लेकर नारेबाजी करती हुए कलेक्ट्रेट पहुंची और डीएम को 11 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। अगर कार्यकत्रियों के साथ नाइंसाफी की गई तो प्रदेश व्यापी आंदोलन किया जाएगा।

यूनियन की सचिव मिथलेश कुमारी ने कहा कि आंगनबाड़ी भर्ती में मनमाने ढंग से आरक्षण को रोका जाए, आरक्षण के संबंध में स्पष्ट आदेश दिए जाए। वहीं पोषाहार वितरण में स्वयं सहायता समूहों के स्थान पर मात्र समिति से काम लिया जाए। वहीं महामारी के समय में लगी आंगनबाड़ी वर्कर को बीमार होने पर 10 लाख एवं मृत्यु पर 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए। 62 वर्षीय आंगनबाड़ी वर्कर हैल्पर की छंटनी के जुलाई 2020 के आदेश को निरस्त किए जाने मांग की।

 रामपुर के स्वार में बाल विकास परियोजना से जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को तहसील में प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र एसडीएम को सौंपा। ब्लॉक क्षेत्र के विभिन्न गांवों में सेवारत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां शुक्रवार की दोपहर नगर में एकत्र हुईं और उन्होंने सरकार पर उपेक्षा करने का आरोप लगाया। कहा को तीन दशक से भी अधिक समय से सेवाएं दे रहीं कार्यकत्रियों को वह सम्मान और आर्थिक लाभ नहीं मिला जो अन्य विभागीय कर्मचारियों को मिल रहा है। इसके चलते उन्होंने तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन शुरू किया। उन्होंने मांगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र एसडीएम को दिया। इसमें मांग की गई है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के मानदेय में नियमित रूप से बढ़ोतरी की जाये। प्रदेश सरकार से स्मार्ट फोन की मांग करते हुए कहा कि समूहों को आंगनबाड़ी पोषाहार से अलग किए जाने जैसी मांगें भी शामिल हैं।

मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर अंबेडकर पार्क में भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने प्रदर्शन किया अंबेडकर पार्क में जुटी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को निम्न मांगो का ज्ञापन दिया गया सरकार ने परफार्मेंस के आधार पर मानदेय बढ़ाने की बात कही है। कहा कि सरकार इस आदेश को बदले और उनका नियमित मानदेय बढ़ाए। कहा कि मानदेय बढ़ाया जाए साथ ही जबरन रिटायर की गई कार्यकत्रियों को फिर से वापस लिया जाए

चन्दौसी आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका वेलफेयर एसोसिएशन ने लंबित मांगों को लेकर बदायूं चुंगी से तहसील मुख्यालय तक पैदल मार्च किया जोरदार प्रदर्शन किया और नारेबाजी करते हुए हुंकार भरी। साथ ही मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार निश्चय कुमार को सौंपा।

ज्ञापन के माध्यम से कहा कि फ्रंट लाइन वर्कर्स को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए, न्यूनतम 21 हजार रुपये मासिक वेतन दिया जाए, रिटायरमेंट पेंशन दी जाए आदि मांगे उठाईं। कहा कि प्रदेश की आंगनबाड़ी कर्मचारी प्रदेश सरकार से खफा है। कार्यकर्ताओं ने परर्फोमेंस आधारित प्रोत्साहन भत्ते को मानदेय वृद्धि मानने से इंकार करते हुए इसे छलावा व धोखा करार दिया। सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया और मानदेय में नियमित बढ़ोत्तरी की मांग की।

गजरौला आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका वेलफेयर एसोसिएशन संगठन की जिलाध्यक्ष सत्यबाला चौधरी पदाधिकारियों ने अपनी लंबित मांगों के निस्तारण को लेकर प्रदर्शन व नारेबाजी की। खंड विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए जल्द समस्याओं का निस्तारण कराने की मांग की। शुक्रवार दोपहर आंगनबाड़ी कार्यकत्री व सहायिका जमा होकर ब्लाक कार्यालय पहुंचे। अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन व नारेबाजी की। कहा कि प्रदेश को पोलियो मुक्त बनाने के साथ ही कोरोना काल में अपनी व परिवार की जान को जोखिम में डालकर फ्रंट लाइन वर्कर व कोरोना योद्धा के रूम में उन्होंने प्रदेश की सेवा की।

बलिया आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो ने राज्य कर्मचारी का दर्जा देने तथा न्यूनतम मानदेय 21 हजार रुपये प्रतिमाह करने समेत 15 सूत्री मांगों को लेकर केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर शुक्रवार को महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने शुक्रवार को डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए जुलूस की शक्ल में पहुंची महिला कर्मचारियों ने मांगों से सम्बंधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को दिया।

आंगनबाड़ी यूनियन की जिला अध्यक्ष पूनम यादव ने कहा कि कोरोना के बहाने सरकार स्कीम वर्कर का शोषण कर रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिला अध्यक्ष ने कहा कि सरकार प्रोत्साहन राशि के नाम पर आंगनवाडी को धोखा दे रही है हमे प्रोतसाहन राशि नही तय मानदेय चाहिए

गाजीपुर महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री की ओर से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं के मानदेय वृद्धि को प्रोत्साहन राशि किये जाने के विरोध में प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर प्रदर्शन किया गया। बड़ी संख्या में जुटी कार्यकत्रियां व सहायिकाओं ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करते हुए अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की। इसके उपरांत प्रभारी अधिकारी को मांगें से संबंधित ज्ञापन सौंपा गया। आगनवाड़ी कर्मचारी संघ ने प्रदेश सरकार से विनम्रता पूर्वक आग्रह किया है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को मानदेय में वृद्धि की जाय, प्रोत्साहन राशि से वह संतुष्ट नहीं हैं। प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री को अपना वादा निभाना चाहिए

ये भी देखे गाजीपुर और मऊ हो रहा प्रोत्साहन राशि का विरोध

मऊ केंद्रीय ट्रेड यूनियन संघों के आह्वान पर स्कीम वर्कर्स की अखिल भारतीय हड़ताल के समर्थन में आंगनवाड़ी आईसीडीएस बचाओ संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम 17 सूत्री मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा।

आंगनबाड़ी बचाओ संयुक्त संघर्ष मोर्चा के संयोजक सूर्य देव पांडे ने कहा कि मोदी-योगी सरकार अपने चुनावी वादों से पीछे हटते हुए स्कीम वर्कर्स के अधिकारों में लगातार कटौती करते जा रही है। संघर्ष मोर्चा ने मांग किया कि सभी स्कीम वर्कर्स को नियमित किया जाए, सभी स्कीम वर्कर्स को 21,000 वेतनमान दो, ठेका प्रथा पर रोक लगाओ, सभी स्कीम वर्कर्स को काम के घंटे तय करो आंगनवड़ी के सभी लंबित भत्ते का तत्काल भुगतान करो

बस्ती महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिला अध्यक्ष ने शुक्रवार को एक दिवसीय कार्य बहिष्कार करके जिले में संचालित सभी बाल विकास परियोजना कार्यालय के समक्ष प्रदेशन किया। धरने में शामिल कार्यकर्त्रियों ने प्रदेश सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए धरना दिया। राष्ट्रीय ट्रेड यूनियनों इन्टक, एटक, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, एआईसीसीटीयू के संयुक्त तत्वावधान में निकले जिला स्तर पर पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन डीएम के प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा।

जनपद बस्ती की जिलाध्यक्ष रतनबाला श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश में कार्यरत लगभग चार लाख महिला आंगनबाड़ी कर्मचारियों के साथ वादाखिलाफी कर रही है। सरकार बनने से पूर्व आंगनबाड़ी का मानदेय 10 हजार एवं सहायिकाओं पांच हजार बढ़ाने का आश्वासन दिया। जिला मंत्री मिथिलेश पान्डेय ने कहा कि आंगनबाड़ी के लाभार्थियों को अब ड्राई राशन के तौर पर गेहूं, चावल, दाल रिफाइन का वितरण आजीविका मिशन की सदस्यों के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्राप्त करा कर किया जा रहा है।गांव में पात्र-अपात्र सभी अपना दावा पेश कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि जिले और परियोजना के अधिकारी कर्मचारी आंगनबाड़ी कर्मियों की समस्याओं के प्रति उदासीन हैं। सांऊघाट ब्लॉक की अध्यक्ष उर्मिला त्रिपाठी के नेतृत्व में कार्यकर्त्रियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। ब्लॉक अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार ने आंगनबाड़ी कर्मचारियों से एक साथ कई काम लिया जा रहा हैं।

संतकबीरनगर 

महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष मंजू चौधरी ने आंगनवाडी की समस्याओ को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौपा। मंजू चौधरी ने बताया कि प्रदेश की योगी सरकार चार लाख महिला आंगनबाड़ी कर्मचारियों के साथ वादाखिलाफी कर रही है। सरकार बनने से पूर्व आंगनबाड़ी का मानदेय 10 हजार एवं सहायिकाओं पांच हजार बढ़ाने आश्वासन दिया लेकिन चुनाव से पहले इंसेंटिव देने का निर्णय लिया है जो वादा के अनुरूप नहीं है। इसके खिलाफ आंगनवाडी बड़ा फेसला ले सकती है जिला मंत्री गरिमा सिंह ने कहा कि आंगनबाड़ी के लाभार्थियों को अब ड्राई राशन के तौर पर गेहूं, चावल, दाल रिफाइन तेल का वितरण आजीविका मिशन की सदस्यों के प्राप्त कराया जा रहा है।

Aanganwadi Uttarpradesh

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