कार्यालय में हस्ताक्षर कर गायब होने वाली सुपरवाइजर पर कसा शिकंजा
आंगनवाडी न्यूज़
फिरोजाबाद जनपद में बाल विकास विभाग में सुपरवाइजर द्वारा लापरवाही बरती जा रही है टूंडला क्षेत्र में डीपीओ द्वारा की गयी जांच में पोषाहार वितरण में अनियमितता मिल रही है वंही सुपरवाइजर द्वारा भ्रमण के नाम पर दफ्तर से गायब रहने का भी खुलासा हो रहा है इस सम्बन्ध में क्षेत्र के सीडीपीओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी आभा सिंह द्वारा टूंडला क्षेत्र की बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय पर निरिक्षण किया गया कार्यालय पहुचने पर वंहा उपस्थित सुपरवाइजर रश्मि पोषाहार वितरण हेतु अभिलेखों में आंगनबाडी केन्द्रों का नाम एवं पोषाहार की मात्रा का अंकन कर रही थी। जबकि अन्य सुपरवाइजर शची जैन कार्यालय से गैरहाजिर थी। डीपीओ द्वारा पूछने पर बताया गया कि उक्त सुपरवाइजर शासकीय कार्य में सहयोग नहीं कर रही हैं। वह कार्यालय में आकर भ्रमण पंजिका में भ्रमण लिखकर चली जाती हैं। और जब पोषाहार आ रहा है तो कार्यालय भी नहीं आई हैं।
डीपीओ द्वारा फोन पर संपर्क करने पर शची जैन ने कहा कि वह निरीक्षण में हैं जबकि कार्यालय में बुलाने पर भी वह साढ़े 12 बजे तक नहीं पहुंचीं। इस संबंध में सुपरवाइजर शची जैन से लिखित में रिपोर्ट मांगी गयी है। क्योंकि कार्यालय के अभिलेखों में मुख्य सेविकाओं का प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम अनुमोदित ही नहीं था। साथ ही शची जैन ने भ्रमण पंजिका में भी केंद्र का नाम उल्लेख नहीं किया था। अन्य लापरवाही में ये बात भी खुलकर सामने आई कि पोषाहार का चार्ज शची जैन के ही पास होने के बाद भी उनके द्वारा अनलोडिंग नहीं कराई गई है और न ही वितरण कार्य किया जा रहा है।
इस संबंध में डीपीओ ने बाल विकास परियोजना अधिकारी से रिपोर्ट तलब करते हुए कहा है कि सितंबर 2022 के पोषाहार का वितरण अपनी मौजूदगी में कराएं। वहीं सीडीपीओ टूंडला से लिखित में दो दिन में स्पष्टीकरण तलब किया है। और सुपरवाइजर शुचि जैन के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
जांच में पाया कि किस लाभार्थी को कितना राशन दिया जा रहा है, इसका भी कार्यालय के अभिलेखों में अंकित नहीं किया गया था। और वितरण पंजिका में भी ओवर राइटिंग मिली है इससे स्पस्ट हुआ है कि वितरण किये जाने वाले पोषाहार का वितरण अनियमित रूप से किया जा रहा है। साथ ही वितरण पंजिका में भी काफी अनियमितता मिल रही है ।
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उरई जनपद के डीपीओ द्वारा गुरुवार को कुठोंद ब्लॉक के 12 आगनवाड़ी केंद्रों के साथ साथ परियोजना कार्यालय का भी निरीक्षण किया गया । निरीक्षण मे सुपरवाइजर का मोबाइल बंद मिलने पर वेतन रोक दिया गया है जबकि आंगनवाडी केंद्र पर अनुपस्थिति पर एक आंगनवाडी कार्यकत्री व तीन सहायिकाओं के भी मानदेय रोक दिए गए है । और साथ ही क्षेत्र में आंगनवाडी केंद्रों की खराब स्थिति पर सीडीपीओ को चेतावनी दी गई है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ्तेखार अहमद द्वारा हदरुख, बस्तेपुर, कैथवा, आलमपुर, दौन, मदारीपुर व बरियापुर में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा बाल विकास परियोजना कार्यालय का निरीक्षण किया गया। हदरुख के तृतीय आंगनबाड़ी केंद्र की सहायिका सुधा देवी तथा बस्तेपुर की आंगनबाड़ी सहायिका ममता देवी अपने केंद्र से एक माह से अनुपस्थित थी और आलमपुर के प्रथम आंगनबाड़ी केन्द्र की सहायिका सुमन एवं द्वितीय आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकत्री गीता निगम अनुपस्थित होने पर मानदेय रोका गया है ।
वही क्षेत्र की सुपरवाइजर मैना देवी द्वारा अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी केन्द्रों का पर्यवेक्षण न करने पर वेतन रोकते हुये स्पष्टीकरण मांगा गया है । डीपीओ द्वारा निरीक्षण के दौरान लगभग सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की उपस्थिति बहुत कम पायी गयी है । इसीलिए सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं को सचेत किया गया कि आंगनवाडी केन्द्र पर बच्चों की उपस्थिति बढ़ाना सुनिश्चित करें।