यूपी भर्ती में आई नयी अपडेट ,निपुण भारत योजना में शिक्षको को मिलेगा पहले प्रशिक्षण
निपुण भारत
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा अभ्यर्थियों के लिए भर्ती में नयी व्यवस्था की जा रही है अब प्रतियोगी छात्रों को भर्ती परीक्षाओं के लिए अब बार-बार आवेदन पत्र नहीं भरना होगा। जिसमें अभ्यर्थियों के एक बार व्यक्तिगत, शैक्षणिक और प्रोफेशनल योग्यता भरने के बाद उन्हें यूनिक रोल नंबर मिल जाएगा। इसके जरिए भविष्य की भर्तियों के लिए उसी आधार पर आवेदन कर सकेंगे।
नयी व्यवस्था में अभ्यर्थियों को बार-बार दस्तावेज सत्यापन की आवश्यकता की जरुरत नही पड़ेगी। वर्तमान में आवेदन करने वाले छात्रों को पूर्व में भरे गए आवेदन पत्र के आधार पर प्रारंभिक सूचनाएं तो मिल जाती हैं लेकिन शैक्षणिक योग्यता के अभिलेख नए सिरे से अपलोड करना होता है। इसके बाद तय तिथि तक आवेदन पत्र के प्रिंट आउट की प्रति आयोग में ऑफलाइन जमा करनी होती है।
आवेदकों को कई बार अलग-अलग आवेदन पत्र में फोटो और हस्ताक्षर गलत होने पर भी परेशानी होती है। इससे छात्रों की मेहनत समय और पैसा तो बर्बाद होता ही है साथ ही भर्ती आयोग को भी बार-बार एक ही छात्र की सूचनाएं सत्यापित करनी पड़ती हैं। इसमें भर्ती आयोग का भी समय बर्बाद होता है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के मीडिया प्रभारी पुष्कर श्रीवास्तव ने बताया कि अब एक बार आवेदन करने और अभिलेखों का सत्यापन होने के बाद छात्रों को बार-बार आयोग के चक्कर नहीं काटने होंगे। इस सम्बन्ध में एनआईसी से वार्ता चल रही है। और ये समस्या जल्द खत्म हो जाएगी
आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को भी भाषा और गणित का शिक्षण
मैनपुरी जनपद की बीएसए दीपिका गुप्ता ने बताया कि निपुण भारत अभियान के तहत उत्तरप्रदेश शासन द्वारा लक्ष्य दिया गया है कि निपुण भारत के तहत आंगनबाड़ी केंद्र और कक्षा एक तीन तक के बच्चों को निपुण लक्ष्य के अनुसार पढ़ाया जाये । इस लक्ष्य के लिए जल्द ही प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
केंद्र सरकार द्वारा निपुण भारत योजना में प्रदेश समेत जनपद के परिषदीय विद्यालयों के कक्षा 1 से 3 तक के बच्चों को भाषा और गणित विषयों में निपुण किया जाएगा। इसके लिए वर्ष 2025-26 तक सौ प्रतिशत छात्रों को निपुण बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस योजना में आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को भी भाषा और गणित का शिक्षण कराया जाएगा। इसके लिए पहले शिक्षकों को प्रशिक्षण मिलेगा।
निपुण भारत अभियान के अंतर्गत भारत सरकार की ओर से सभी प्रदेशों में लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। विभाग द्वारा जारी निर्देश के क्रम में जनपद में आंगनबाड़ी केंद्र बालवाटिका और कक्षा एक से कक्षा तीन तक के बच्चों को शिक्षित किया जाएगा। बालवाटिका के बच्चों को भाषा में दो अक्षर वाले पांच शब्द सही से पढ़ना सिखाया जाएगा। कक्षा एक के बच्चों को पांच सरल शब्दों से बने वाक्य पढ़ना, कक्षा दो के बच्चों को 45 शब्द प्रति मिनट पढ़ने, 75 प्रतिशत प्रश्नों को सही हल करना, कक्षा 3 के बच्चों को अनुच्छेद को 60 शब्द प्रति मिनट पढ़ने और 75 प्रतिशत प्रश्नों को सही से हल करना सिखाया जाएगा।
कक्षा एक में एक अंकीय जोड़ एवं घटाव, कक्षा 2 में जोड़ योग (99 तक एवं घटाव दो अंकीय), कक्षा 3 के बच्चों को जोड़ (योग 999 तक एवं घटाव तीन अंकीय) एवं 2 से 10 तक संख्याओं से गुणा गुणनफल सौ तक के 75 प्रतिशत प्रश्नों को सही हल करना सिखाया जाएगा। भाषा की तरह ही गणित विषय में बालवाटिका के बच्चों को 10 तक संख्याएं पढ़नी, दी गई संख्याओं, वस्तुओं, आकृतियों एवं घटनाओं को क्रम में व्यवस्थित करना सिखाया जाएगा।