आंगनवाडी केन्द्रों की गतिविधियाआंगनवाड़ी न्यूज़

मातृ समिति क्या होती है,आंगनवाड़ी केंद्रों पर इसके गठन और कार्यो की पूरी जानकारी

आंगनवाड़ी न्यूज़

उत्तरप्रदेश शासन द्वारा बाल विकास विभाग में आंगनवाड़ी केंद्रों पर लाभार्थियों को दिए जाने खादय सामग्री में बदलने के आदेश जारी कर दिए है अब आंगनवाड़ी केंद्रों पर सूखा राशन की जगह पका पकाया गर्म भोजन दिया जायेगा इसके लिए आंगनवाड़ी केंद्रों पर मातृ समिति का गठन किया जाएगा इस समिति का उद्देश्य आंगनवाड़ी केंद्रों पर लाभार्थियों को दिये जाने वाले भोजन की निगरानी रखना होगा जिससे हर लाभार्थियों तक सरकार की योजना का लाभ मिल सके

आंगनवाड़ी केंद्रों पर राशन वितरण प्रणाली

  • ऑगनवाड़ी कार्यकर्त्री द्वारा अनुपूरक पुष्टाहार का ब्यौरा आँगनवाड़ी केन्द्र के पोषाहार स्टॉक पंजिका में कर मातृ समिति की अध्यक्ष एवं कम से कम मातृ समिति की 02 सदस्यों, लाभार्थियों के अभिभावक, ग्राम प्रधान / ग्राम पंचायत के सदस्यों से भौतिक सत्यापन एवं हस्ताक्षर कराना भी सुनिश्चित किया जायेगा ।
  • भ्रमण के दौरान बाल विकास परियोजना अधिकारी / सुपरवाइजर द्वारा स्टाक रजिस्टर का अनिवार्य सत्यापन / हस्ताक्षर किया जायेगा।
  • जिला कार्यक्रम अधिकारी परियोजना कार्यालय के गोदाम का आकस्मिक निरीक्षण कर स्टाक का भौतिक सत्यापन करेंगे तथा उसका स्टाक पंजिका में अंकन करेंगे एवं वितरण पंजिका का सत्यापन सुनिश्चित करेगें।
  • जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रत्येक माह कम से कम चार गोदाम का निरीक्षण एवं स्टाक का भौतिक सत्यापन करेंगे।

आँगनवाड़ी केन्द्र पर लाभार्थियों को वितरण व्यवस्था

  • ग्राम प्रधान / ग्राम पंचायत सदस्य, मातृ समिति की अध्यक्ष / सदस्यों की उपस्थिति में आँगनवाडी कार्यकर्त्री द्वारा अनुपूरक पुष्टाहार का वितरण किया जायेगा तथा इस सम्बन्ध में आंगनवाड़ी केन्द्र स्तर पर वितरण पंजिका पर लाभार्थियों के हस्ताक्षर कराया जायेगा।
  • प्रत्येक वितरण दिवस के उपरान्त आंगनवाड़ी कार्यकर्त्री द्वारा केन्द्र स्तर पर तैयार प्रमाणन रिपोर्ट (संलग्न प्रपत्र- 3 ) की एक प्रति क्षेत्रीय सुपरवाइजर को उपलब्ध करायेगी। क्षेत्रीय सुपरवाइजर अपने अधीनस्थ केन्द्रों से प्राप्त प्रमाणन रिपोर्ट व स्वयं के सत्यापन के आधार पर माह में एक बार प्रमाणन रिपोर्ट (संलग्न प्रपत्र- 4) परियोजना कार्यालय में उपलब्ध करायी जायेगी।
  • बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा सुपरवाइजर के प्रमाणन प्रपत्र व स्वयं के रैण्डम सत्यापन के आधार पर प्रत्येक माह वितरण की पुष्टि प्रमाण पत्र (संलग्न प्रपत्र – 5 ) जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय को उपलब्ध करायेंगे। जिसे जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा अपने कार्यालय में सुरक्षित रखा जाएगा।

मातृ समिति के गठन सम्बन्धी दिशा-निर्देश

उत्तरप्रदेश सरकार के शासनादेश अनुसार आंगनवाड़ी केन्द्र पर मातृ समितियों का गठन कराया जाए एवं मातृ समिति के कार्य एवं दायित्व निर्धारित किये जाये। मातृ समिति में सामान्यतः 7 से 12 सदस्य होगें और अपवाद स्वरूप इन सदस्यों की संख्या अधिकतम 15 भी हो सकती है।

मातृ समिति के गठन के सम्बन्ध में निम्नलिखित प्राविधानों को ध्यान में रखा जायेगा

  • मातृ समिति में केवल महिलाओं को ही नामित किया जायेगा।
  • नामित की जाने वाली महिलाओं में उन महिलाओं को प्राथमिकता दी जायेगी, जिनके बच्चे आँगनवाड़ी केन्द्र पर पंजीकृत है। बच्चों की दादी नानी को भी नामित किया जा सकता है। एक महिला सदस्य ऐसी अवश्य नामित की जायेगी जो ग्राम सभा की सदस्य हो।
  • सदस्यों को नामित करते समय यह ध्यान रखा जाय कि स्वयंसिद्धा, स्वशक्ति एवं महिला सामाख्या के अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूह के अन्तर्गत सक्रिय महिलाओं को नामित किया जाये।
  • नामित किये जाने वाले सदस्यों को नामित करते समय यह ध्यान रखा जाय कि प्राथमिकता दी जाने वाली महिलाएं सामाजिक कार्यों के प्रति सजग एवं सक्रिय हो और वह गैरराजनीतिक भी हो।
  • मातृ समिति में ग्राम के सभी वर्गों एवं समूहों का प्रतिनिधित्व भी यथासम्भव रखा जाये।
  • मातृ समिति के अध्यक्ष / सदस्यों का चयन प्रत्येक वर्ष गाँव में ग्राम प्रधान की उपस्थिति में राजस्व अधिकारियों के सहयोग से सुपरवाइजर द्वारा किया जायेगा।

मातृ समिति के दायित्व

  • मातृ समिति का मुख्य दायित्व यह होगा कि प्रत्येक ऑगनवाड़ी केन्द्र नियमित रूप से खुले, आंगनवाड़ी केन्द्र पर नियमित रूप से पोषाहार का वितरण हो। मातृ समिति के सदस्य समय-समय पर पोषाहार के स्टॉक की चेकिंग एवं सत्यापन कार्य करने का यथासम्भव प्रयास करेगें।
  • मातृ समिति के प्रत्येक सदस्य द्वारा पंजीकृत शिशुओं से यथासम्भव दो-तीन गम्भीर रूप से कुपोषित बच्चों को अपनी देख-रेख में लिये जाने का कार्य भी किया जायेगा। * मातृ समिति के सदस्यों द्वारा इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाये कि उनके केन्द्र पर पोषाहार उपलब्ध हो रहा है और उसका वितरण शासन की मंशा के अनुरूप किया जा रहा है अथवा नहीं।
  • मातृ समिति के समस्त सदस्य आँगनवाड़ी केन्द्रों पर चलाएं जा रहे अन्य कार्यक्रम जैसे टीकाकरण, स्वास्थ्य जाँच, प्री-स्कूल कार्यक्रम, पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा, हौसला पोषण योजना आदि के सम्बन्ध में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान देगें।
  • ऑगनवाडी कार्यकर्त्री द्वारा मातृ समिति की अध्यक्ष एवं अन्य सदस्यों के साथ विचार-विमर्श कर माह के प्रत्येक दिन के लिये समिति के सदस्यों का एक रोस्टर तैयार कराया जाय ताकि प्रत्येक दिन एक सदस्य पोषाहार वितरण के समय केन्द्र पर अवश्य उपस्थित रहे।
  • सप्ताह के प्रत्येक शनिवार को मातृ समिति के सदस्य एक साथ उपस्थित होकर आपस में आंगनवाड़ी केन्द्रों की गतिविधियों से सम्बन्धित विचार-विमर्श करेंगे, जिससे यह समिति अधिक सक्रिय रूप से अपना योगदान दे सके।
  • समिति के सदस्यों द्वारा आपस में विचार-विमर्श करने के बाद अपने बीच से ही एक वरिष्ठ महिला को जो उस समूह से सबसे अधिक सक्रिय हो, उसे अध्यक्ष एवं उसी क्रम में फिर एक उपाध्यक्ष का चयन करें। इस चयन के समय सुपरवाइजर उपस्थिति रहेगी।

मुख्य सेविका के दायित्व मातृ समिति की सक्रियता के लिए मुख्य सेविका के दायित्व

  • सुपरवाइजर द्वारा प्रत्येक दो माह में मातृ समिति की एक बैठक आँगनवाडी केन्द्र पर अवश्य की जायेगी।
  • सुपरवाइजर नियमित रूप से यह देखेगी कि रोस्टर के अनुसार प्रत्येक महिला सदस्य अपने निर्धारित दिवस को उपस्थित हो रही है अथवा नहीं।
  • सुपरवाइजर का मुख्य दायित्व होगा कि वह विशेष प्रयास करके मातृ समिति के सदस्यों को सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करती रहे और उनसे प्राप्त सुझावों का क्रियान्वयन भी करायें, जिससे ग्राम में आंगनवाड़ी केन्द्र अधिक सक्रियता के साथ संचालित हो सके।

नोट -: मातृ समिति के सम्बन्ध मे उपरोक्त सूचनाये वर्ष 2017 के शासनादेश पर आधारित है अब वितरण प्रणाली और मातृ समिति के गठन व कार्यो मे फेरबदल हो सकता है नए शासनादेश जारी होने पर सूचित कर दिया जायेगा

Aanganwadi Uttarpradesh

आंगनवाड़ी उत्तरप्रदेश एक गैर सरकारी न्यूज वेबसाइट हैं जिसका मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा संचालित बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारियों की गतिविधियों ,सेवाओ एवं निदेशालय द्वारा जारी आदेश की सूचना प्रदान करना है यह एक गैर सरकारी वेबसाइट है और आंगनवाड़ी उत्तरप्रदेश द्वारा डाली गई सूचना एवं न्यूज़ विभाग द्वारा जारी किए गए आदेशों पर निर्भर होती है वेबसाइट पर डाली गई सूचना के लिए कई लोगो द्वारा गठित टीम कार्य करती है

Related Articles

error: Content is protected !!