18 जिलों के आंगनवाड़ी केंद्रों पर प्री प्राइमरी की पढ़ाई इसी माह से शुरू
आंगनवाड़ी न्यूज
प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा निपुण योजना के तहत अब आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ रहे बच्चों के लिए स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। इसके लिए शासन से आदेश जारी हो गए है। पहले चरण मे सरकारी स्कूलो मे (को-लोकेटेड) चल रहे आंगनबाड़ी केन्द्रो मे शुरुवात होने जा रही है इन केन्द्रो के बच्चों को भाषा व अंकों का ज्ञान देकर निपुण बनाया जाएगा।
पहले चरण के लिए 18 जिलों से होगी शुरुआत
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को आंगनबाड़ी केंद्रों में लागू किया जा रहा है। इसके लिए पहले चरण मे विद्यालय परिसर में चल रहे को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को भाषा, अंकों का ज्ञान व अन्य विषयो को लेकर शुरुवात की जा रही है । इसके लिए चयनित जिलों के आंगनबाड़ी केंद्रों में स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम चलाये जाएंगे।
इन जिलो मे 18 अप्रैल तक पायलट प्रोजेक्ट से होगी शुरुवात
अलीगढ़, फिरोजाबाद,बागपत, बलरामपुर,अयोध्या, रायबरेली, वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर नगर, कौशांबी, बस्ती, जालौन, महोबा, मऊ, पीलीभीत, भदोही बिजनौर व शामली
पहले चरण में स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम के लिए इन 18 जिलों के 12008 स्कूल शामिल किए गए हैं। पायलट प्रोजेक्ट कार्यक्रम से संबंधित सभी जानकारी शिक्षकों के लिए दीक्षा पोर्टल पर अपलोड कर दी गई है। इस सम्बंध मे शिक्षकों को भी ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दूसरे चरण में कक्षा एक में प्रवेश लेने वाले बच्चों को भी निपुण बनाया जाएगा।
स्कूल शिक्षा की महानिदेशक कंचन वर्मा ने चयनित जिलों के डायट प्राचार्य को इस सम्बंध मे कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। कंचन वर्मा ने कहा है कि तीन माह के लिए स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम का उद्देश्य कक्षा एक में प्रवेश से पहले बच्चों को संबंधित भाषा, शुरुआती अंकों की दक्षता व पर्यावरण से संबंधित विषयो के लिए तैयार करना है। जिससे कि ये बच्चे आने वाली क्लास के लिए विद्यालय की औपचारिक शिक्षा से जुड़ने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहे।