45 पार कर चुकी कार्यकत्रियों की परीक्षा लेना कहा तक जायज?
आंगनवाड़ी न्यूज
बाल विकास विभाग मे कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की योग्यता और उनकी शैक्षिक दक्षता के संबंध में जिले के डीएम और सीडीओ ने लिखित परीक्षा कराने का आदेश जारी किया गया है । इस बारे में जिले की आंगनवाड़ी वर्करों के बीच हड़कंप मच गया है।
जनपद मुजफ्फरनगर मे जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति का आयोजन करते हुए इस बैठक मे आंगनवाड़ी केंद्रों पर 3 से 6 वर्ष तक के बच्चो को दी जाने बाकी शाला पूर्व शिक्षा के लिए विभागीय चर्चा होती है ।आंगनवाड़ी केंद्रों पर नई शिक्षा नीति के तहत आंगनवाड़ी केन्द्रों के बच्चो को प्री प्राइमरी के अंतर्गत बच्चो को पढ़ाने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों का परीक्षण के सम्बन्ध मे आदेश दिए गए है।
जिला अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी ने इस बैठक मे प्रतिभाग किया। आंगनवाड़ी वर्करों का परीक्षण के लिए लिखित परीक्षा ली जायेगी इस लिखित परीक्षा मे हिंदी भाषा को लिखने पढ़ने की दक्षता,गणित भाषा में जोड़ना, घटाना, गुणा भाग करना,बोलने का व्यवहार,आंकने की योग्यता,अंग्रेजी भाषा के वर्णमाला से जुड़े प्राथमिक शब्दो का ज्ञान से जुड़े प्रश्नों का उत्तर देना होगा
जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा जारी इस आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा ली जाने वाली लिखित परीक्षा कक्षा 5 के सेलेब्स के समकक्ष होगी। विभागीय स्तर से कराए जाने वाली इस परीक्षा मे जिले की सभी आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को ये परीक्षा देना अनिवार्य है।
अगर कोई कार्यकत्री इस परीक्षा मे अनुपस्थित रहती है तो उस कार्यकत्री को अयोग्य घोषित करते हुए सेवा समाप्त कर दी जायेंगी। साथ ही जो आंगनवाड़ी कार्यकत्री इस परीक्षा में अनुत्तीर्ण पाई जाती है उसकी भी सेवा समाप्त की जाएगी।
आंगनवाड़ी वर्करों की इस परीक्षा का आयोजन जिला प्रशासन द्वारा किया जायेगा। इस परीक्षा के लिए समय और डेट विभाग द्वारा घोषित करते हुए इसकी सूचना दी जाएगी। जिले के सभी सीडीपीओ को निर्देश दिए गए है कि जिले की सभी आंगनवाड़ी वर्करों को इस परीक्षा की सूचना देते हुए तैयार रहे।
हालाकि इस सम्बंध में अभी तक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग निदेशालय द्वारा कोई आदेश जारी नही किए गए है ये लिखित परीक्षा सिर्फ जिला स्तर से कराई जा रही है। क्या ये परीक्षा प्रदेश के सभी जिलों में होगी इस संबंध में निदेशालय स्तर पर आदेश का इंतजार है।
देखा जाए तो अधिकतर प्रदेश की कार्यरत आंगनवाड़ी शुरुवात मे आठवी और दसवीं उत्तीर्ण के आधार पर नियुक्त हुई थी इन वर्करों की उम्र भी वर्तमान समय में 50 से 60 वर्ष के बीच की है क्या इस उम्र में लिखित परीक्षा में ये आंगनवाड़ी वर्कर उत्तीर्ण हो सकेंगी । ये सवाल अभी तक आंगनवाड़ी वर्करों के बीच बना हुआ है।