50 लाख की लागत से हर केंद्र पर बनेंगे चार चार लर्निंग कॉर्नर
आंगनवाड़ी न्यूज
अंबेडकरनगर जिले मे 697 प्राथमिक विद्यालय परिसरों में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत 70 हजार बच्चों को प्री प्राईमरी शिक्षा के तहत शिक्षित किया जाएगा। इसके लिए हर आंगनवाड़ी केंद्र पर चार-चार लर्निंग कॉर्नर बनाए जाएंगे।
केन्द्रो को लर्निंग कॉर्नर में बदलने मे 50 लाख रुपये से अधिक की लागत आने की उम्मीद है। लर्निंग कॉर्नर मे बच्चों को से स्थापित होने वाले खेलकूद सामग्रियों व स्मार्ट क्लास के माध्यम से सरल भाषा में शिक्षा दी जाएगी।
केंद सरकार की नयी शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रो के 3 वर्ष से छह वर्ष तक के बच्चों का लर्निंग कोर्नर के माध्यम से शिक्षा दी जाएगी । पोषाहार और खेलकूद सामग्रियों व स्मार्ट क्लास के माध्यम से अलग-अलग सरल भाषा में शिक्षा देने से बच्चों की आंगनवाड़ी केन्द्रो पर संख्या बढ़ रही है।
बच्चो की बढ़ती संख्या और केन्द्रो पर बढ़ते संसाधनो से अभिभावक भी रुचि ले रहे है। इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा सर्वशिक्षा अभियान के तहत ऐसे आंगनबाड़ी केंद्र जो परिषदीय विद्यालय के परिसर में चल रहे हैं उन केन्द्रो मे शासन ने चार-चार लर्निंग कॉर्नर बनाए जाने का निर्णय लिया है।
आंगनवाड़ी से जुड़ी हर नयी खबर के लिए हमसे जुड़े
वर्तमान समय मे जिले में 2551 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। जिनमे 697 आंगनबाड़ी केंद्र परिषदीय विद्यालय परिसर में संचालित हैं।
को लोकेटेड आंगनवाड़ी केन्द्रो मे लगभग 70 हजार बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए चार-चार लर्निंग कॉर्नर स्थापित किए जाएंगे। लर्निंग कॉर्नर स्थापित करने के लिए हर विद्यालय को आठ हजार 110 रुपये का बजट भी आ चुका हैं।
बीएसए कार्यालय की रिपोर्ट की माने तो केन्द्रो के लर्निंग कॉर्नर में आवश्यक सामग्रियों की खरीदारी चयन की गयी पांच सदस्यीय टीम द्वारा की जाएगी।
इन लर्निंग कॉर्नर केन्द्रो में खेलकूद के सामान, स्मार्ट क्लास, जानवरों, चिड़ियों, फूलों व फलों की आकृति युक्त कैलेंडर के साथ साथ अन्य शिक्षा सामग्रियां उपलब्ध होंगी। इनके माध्यम से केन्द्रो के बच्चों को सरल भाषा में शिक्षा दी जाएगी।
ये भी पढे …….बूथ पर महिलाओ की पहचान करेंगी आंगनवाड़ी,पुलिस के साथ प्रशिक्षण
ये भी पढे ……मानदेय बढ़ोत्तरी को लेकर केंद्र सरकार को चेतावनी