हाटकुक्ड योजना लागू होने से पहले रसोईयों का बवाल, योजना मे मानदेय को लेकर हंगामा
आंगनवाड़ी न्यूज
बदायूं जनपद के बिसौली क्षेत्र मे बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर शुरू होने वाली हाट कुक्ड योजना के संचालन को लेकर ब्लाक मुख्यालय पर बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक मे रसोइयों के मानदेय और बैठने की समस्या को लेकर हँगामा होता रहा और अंत मे यह बैठक भारी अव्यवस्थाओं की शिकार होने के कारण खानापूर्ति के साथ खतम कर दी गयी।
योगी सरकार द्वारा हाट कुक्ड योजना के तहत आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चों के लिए गर्म भोजन देने की योजना शुरू की जा रही है। इसके लिए जिले के बिसौली ब्लॉक के वाल विकास परियोजना केंद्र पर आंगनबाड़ी वर्करो एवं बेसिक शिक्षा परिषद के प्रधानाध्यपक ओर स्कूलों के रसोइयों की मीटिंग बुलाई गई। इस बैठक मे करीब चार सौ लोगो में बमुश्किल से पचास साठ कुर्सियां डलवाई गईं जिसके कारण प्रधानाध्यापकों और रसोइयों को बैठने की व्यवस्था नहीं हुई। जिसकी वजह से काफी देर तक हँगामा चलता रहा।
प्रधानाध्यापकों द्वारा मीटिंग के दौरान बैठने को कुर्सी तक की व्यवस्था नही होने पर नाराजगी जताई। साथ ही रसोइयों ने मानदेय को लेकर विभाग पर सवाल खड़े कर दिये जिसकी वजह से हंगामा होने लगा। बैठक मे आए सभी रसोइयों ने मानदेय मिलने पर ही हाट कुक्ड बनाने की बात कही।
तीन से छह वर्ष के आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों के लिए सरकार ने हॉट कुक्ड योजना संचालित करने का निर्णय लिया है। 24 नवंबर से संचालित हॉट कुक्ड योजना के संचालन के लिए गुरुवार को बाल विकास विभाग द्वारा ब्लॉक मुख्यालय पर बैठक बुलाई गई लेकिन यह बैठक हंगामा में बदल गई। बैठक में रसोइयों ने मानदेय को लेकर सवाल खड़े कर काफी हंगामा किया। वहीं स्कूल परिसर के बाहर संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर भोजन पहुंचाने और बनाने को लेकर भी बखेड़ा हुआ।
रसोइयों द्वारा बवाल खड़े करने की क्या है वजह ?
वाल विकास विभाग ने एक स्कूल के एक रसोइयों को ही मानदेय देने का निर्णय लिया है। जबकि मिड डे मिल बनाने में स्कूल में नियुक्त सभी रसोइयों के द्वारा सामूहिक तरीके से भोजन बनाया जाता है। और सभी रसोइयों को मानदेय मिलता है लेकिन बाल विकास विभाग द्वारा हॉट कुक्ड योजना के लिए एक ही रसोइयों को मानदेय मिलेगा साथ ही ब्लॉक क्षेत्र में चलाये जा रहे आंगनवाड़ी केंद्रों में करीब तीस प्रतिशत आंगनवाड़ी केंद्र स्कूल परिसर से बाहर संचालित होते है।
जिस कारण भोजन को अलग अलग केन्द्रो पर पहुंचाने को लेकर रसोइयों ने सवाल खड़े कर दिये।अब सभी रसोइयों का कहना है कि अगर मानदेय सभी को मिलेगा तो हॉट कुक्ड के तहत गर्म भोजन बनाएँगे नहीं तो सवाल खड़े ही होंगे।