बाल विकास विभाग अपने आंगनवाड़ी केन्द्रो पर पंजीकृत 6 माह से 3 वर्ष तक के बच्चो को स्मार्ट क्लास के साथ साथ ऑनलाइन शिक्षा पर भी ध्यान दे रहा है। वर्तमान समय मे सभी प्राईवेट स्कूल अपने बच्चो को ऑनलाइन पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दे रहे है। उसी तर्ज पर बाल विकास विभाग भी एप के माध्यम से बच्चो को शिक्षित कर रहा है।
कासगंज जिले मे विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने वाले बच्चों को बाल पिटारा एप के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई कराएगा। विभाग द्वारा इस एप्लीकेशन से बच्चों को कविता, कहानी, भावगीत आदि के माध्यम से ज्ञानवर्धक बातें सिखाई जाएंगी। साथ ही आंगनवाड़ी के बच्चे इस एप के माध्यम से खेल-खेल में ज्ञानवर्धक बातें भी सीख सकेंगे।
वर्तमान समय मे जिले में विभाग द्वारा संचालित 2263 आंगनबाड़ी केन्द्रो को प्री-प्राइमरी शिक्षा से जोड़ा जा चुका है। विभाग द्वारा तैयार बाल पिटारा एप मे तीन से छह साल तक के बच्चो को आंगनवाड़ी केन्द्रो पर लिखना-पढ़ना सिखाया जा रहा है।
सीख सकें। इसमें बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा तैयार इस बाल पिटारा एप मे हिंदी, गणित समेत नैतिक शिक्षा के जुड़े संदर्भों को शामिल किया गया है। इस एप के माध्यम से बच्चो को सीखने मे ज्यादा आसानी होगी। इसके लिए आंगनवाड़ी वर्कर भी लगातार मेहनत कर रही है।
विभाग के अनुसार इस बाल पिटारा एप में नयी नयी कहानियां व कविताएं अपलोड की गईं हैं। इस एप मे बच्चो के लिए नैतिक शिक्षा से जुड़ी कहानियों व कविताओं से बच्चों को जानकारी देने के साथ साथ मनोरंजन करने पर भी ध्यान रखा गया है।
इस एप में बच्चो के लिए दैनिक गतिविधियां और जानकारी भी अपलोड की गईं हैं। जिसमे सुबह उठकर मुंह धोना, दांत साफ करने, खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धोने के साथ ही दिनचर्या के साथ साथ शिक्षा की बाते और अच्छी आदतें जो उनके भविष्य के लिए लाभप्रद होंगी।